ग्वालियर। राजस्व विभाग की सबसे मुख्य कड़ी पटवारी दफ्तरों में हैं। सर्किल खाली पड़े हैं राजस्व निरीक्षक भी अटैच हैं। नामांतरण, सीमांकन, बंटवारे से लेकर शासकीय योजनाओं की सबसे मुख्य कड़ी पटवारी ही हल्कों में नहीं होंगे तो उनका काम कौन करेगा। यह हाल तब है जब राजस्व विभाग की पेंडेंसी का ढ़ेर लगा हुआ है। सीएम हेल्पलाइन के पोर्टल पर राजस्व विभाग की कुल शिकायतों का आंकड़ा 1700 पार है। माननीयों और अफसरों की सिफारिशों की दम पर एक दो नहीं 25 पटवारी दफ्तरों में अटैच हैं। वहीं 10 राजस्व निरीक्षकों की भी यही स्थिति है। यहां आराम बड़ी चीज है इसलिए पटवारी और आरआइ अटैचमेंट की आड़ में मैदान में नहीं उतरना चाहते हैं, यह दफ्तर में हैं तो इनके हल्के दूसरे पटवारियों को सौंपे हैं,अब वे डबल लोड में कैसा काम करेंगे,यह पता है।

यहां यह बता दें कि ग्वालियर जिले में सबसे ज्यादा राजस्व के कार्याें को लेकर लोग परेशान होते हैं। सीएम हेल्पलाइन का पोर्टल हो या समस्याओं के लिए शिविर, हर मंगलवार होने वाली जनसुनवाई हो या कार्यालयों में आने वाले लोग,सबसे ज्यादा संख्या जमीनों पर कब्जे, नामांतरण,बंटवारे व सीमांकन जैसे कामों की होती है। सरकाी दफ्तरों में इन आवेदनों का ढ़ेर लगा हुआ है। पटवारी का स्तर ऐसा होता है जहां इन कार्याें की चाबी होती है, यहीं से समस्याओं का हल होना शुरू होता है।

ये पटवारी: जो अटैच

लश्कर एसडीएम कार्यालय- रीता राठौर

घाटीगांव एसडीएम कार्यालय-रिचा शर्मा, अनुपमा शुक्ला, अनीता धाकड़

ग्वालियर तहसील कार्यालय-साधना पहाड़िया, अजय सिंह राणा, अनीता टोके, वीना शिवहरे, यामिनी शाक्य

लैंड रिकार्ड कार्यालय- असद जावेद, श्यामसुंदर पाठक, सुरेंद्र शेखर, गजराज नरवरिया

मुरार एसडीएम कार्यालय व तहसील- अनुभा आर्य, शिवम गुप्ता, बृजेश अगरैया,रिपुदमन

तानसेन तहसील- शिवम द्विवेदी, एक अन्य कार्यालय-घनश्याम भदौरिया

गोरखी रिकार्ड रूम- प्रशांत पचौरी, सुमित्रा करहिया, निर्मला राजावत

ग्वालियर सिटी एसडीएम- गायत्री महोबिया, राजेश कुरैचिया, सचिन बंसल

यह आरआई अटैच …

रामसेवक मांझी- सीलिंग

राजेश गौड़- लैंड रिकार्ड

पुष्पेंद्र कौरव- लैंड रिकार्ड

बालकृष्ण मिश्रा-लैंड रिकार्ड

रवि करैया- लैंड रिकार्ड

दिनेश श्रीवास्तव- लैंड रिकार्ड

प्रदीप मेहकाली- लैंड रिकार्ड

पंकज शर्मा- नजूल

अंकित शर्मा- लैंड रिकार्ड

रामनाथ मिश्रा- डायवर्सन

दोहरे हल्कों का लोड,इधर सर्किल भी खाली

शहर के ऐसे कई राजस्व सर्किल हैं जो खाली पड़े हुए हैं। इनमें कुछ महत्वपूर्ण सर्किल जैसे महलगांव, मुरार, कुलैथ और पुरानी छावनी आदि शामिल हैं। वहीं पटवारी जो कार्यालयों में अटैच होकर बैठे हैं उनके हल्के पड़ोस के पटवारियों को दे रखे हैं, ऐसे में खुद के ही हल्के की समस्याओं को निपटाना आसान नहीं दूसरे के हल्के में पटवारी कैसे काम कर सकेंगे।

कार्य अधिक है और लिपिकीय स्टाफ कम है,इस कारण दफ्तरों में कुछ पटवारी व आरआइ अटैच हैं। लैंड रिकार्ड में कुछ आरआइ इसलिए अटैच रहते हैं कि वही फील्ड का डाटा लेकर कार्य कर सकते हैं। इस संबंध में दिखवाया जाएगा।

अधीक्षक, भू-अभिलेख