भोपाल मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए मुख्यमंत्री के साथ ही मंत्री भी निजी विमानों से प्रदेश का दौरा करेंगे और योजनाओं का जमीनी स्तर पर प्रचार करेंगे। आचार संहिता लगने तक ही मंत्री इन विमानों का उपयोग कर सकेंगे।
मप्र सरकार का 12 निजी विमानों के लिए अनुबंध
सरकार ने 12 निजी विमानों के लिए अनुबंध किया है। इसके लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 30 करोड़ रुपये का बजट प्रविधान किया गया था। जिसे बढ़ाकर अब 40 करोड़ रुपये कर दिया गया है। इस बजट से विमानन कंपनियों को हवाई यात्रा के लिए भुगतान किया जाएगा।
मप्र सरकार के पास नहीं कोई बड़ा विमान
वर्तमान में सरकार के पास कोई बड़ा विमान नहीं है। ऐसे में राज्य सरकार ने अलग-अलग विमानन कंपनियों से अनुबंध किया हुआ है। समय-समय पर इन कंपनियों से निर्धारित किराया भुगतान पर विमान उपयोग में लिया जाता है।
13 वर्ष में 113 करोड़ से अधिक का भुगतान
बता दें कि राज्य सरकार ने 13 वर्ष में 113 करोड़ 45 लाख 70 हजार 537 रुपये विमानन कंपनियों को किराया भुगतान किया है और अब इस वर्ष भी हवाई यात्रा के लिए किराए का विमान उपयोग में लिया जाएगा।
बिना उपयोग के भी प्रतिदिन देना होगा दस लाख रुपये
किराए के विमानों का उपयोग न करने पर भी प्रतिदिन दो घंटे का किराया विमानन कंपनी को भुगतान किया जाएगा। राज्य सरकार एक माह का अनुबंध कर भोपाल एयरपोर्ट पर ही निजी विमान रखती है तथा ऐसे विमान का प्रतिदिन दो घंटे का किराया देना अनिवार्य होता है, भले ही उसका उपयोग न किया जाए।
दो से पांच लाख रुपये प्रतिघंटा के हिसाब से किराया
अब इन कंपनियों से दो से पांच लाख रुपये प्रतिघंटा के हिसाब से किराए के वायुयान लिए जाएंगे। पिछले वित्त वर्ष में आठ निजी कंपनियों से अनुबंध किया गया था। इस बार 12 कंपनियां हैं। ये निजी कंपनियां जेट एवं प्रापुलर विमानों के साथ-साथ हेलीकाप्टर भी उपलब्ध कराएंगी।
गांव-गांव जाना है, सबको बात बताना है
उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह में मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार के सामने उपस्थित हुई चुनौतियों को लेकर हाई लेवल पर डिस्कशन हुए हैं। तय किया गया है कि अकेले शिवराज सिंह चौहान के तूफानी दौरा से काम नहीं चलेगा। सभी मंत्रियों को गांव-गांव जाना होगा। लोगों को सरकार के कामकाज के बारे में बताना होगा। भविष्य की योजनाओं के बारे में बताना होगा। इसी के चलते प्राइवेट प्लेन किराए पर लिए जा रहे हैं।
इन विमानन कंपनियों से किया अनुबंध
किराए पर विमान उपलब्ध कराने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने विमानन कंपनी विलो सिटी चार्टर प्रालि मुंबई, एयरो क्राफ्ट सेल्स एंड चार्टर नई दिल्ली, सारथी एयरवेज नई दिल्ली, सांई एविएशन नासिक, सिंपसैंप एयरवेज मुंबई, ट्रियमफेंट एविएशन नासिक, रेड बर्ड नई दिल्ली, ओएसएच एयर मैनेजमेंट नई दिल्ली, सिद्धि विनायक एविएशन नई दिल्ली, जेट सर्व एविएशन गुरुग्राम, चिपसन एविएशन नई दिल्ली तथा यूनिवर्सल एविएशन नई दिल्ली से अनुबंध किया है