मैम आपके बेटे को नोबल मिला है, इस पर अभिजीत बनर्जी की मां ने दिया ये पहला रिएक्शन
कोलकाता: भारतीय मूल के प्रोफेसर अभिजीत बनर्जी एस्तर डफ्लो और माइकल क्रेमर को संयुक्त रूप से अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize 2019) से सम्मानित किए जाने की घोषणा सोमवार को की गई. तीनों अर्थशास्त्रियों को वैश्विक गरीबी खत्म करने के उनके प्रयोगात्मक दृष्टिकोण के लिए सोमवार को नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize 2019) के लिए चुना गया है. यहां जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि बनर्जी का जन्म 1961 में मुंबई में हुआ था. उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है. वह मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर हैं. बयान में कहा गया है कि 1972 में जन्मी डफ्लो सबसे कम उम्र की और दूसरी ऐसी महिला हैं, जिन्हें आर्थिक क्षेत्र में इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
यूं तो अभिजीत बनर्जी (Abhijit Banerjee) को नोबल मिलना हर भारतीय के लिए गर्व की बात है, लेकिन जरा सोचिए इस महान अर्थशास्त्री की मां को जब यह सूचना मिली होगी तो वह कितनी गौरवांवित महसूस कर रही होंगी. अभिजीत बनर्जी (Abhijit Banerjee) को नोबल मिलने की खबर आते ही पत्रकारों ने उनकी मां निर्मला बनर्जी को घेर लिया और इस खुशी के पल पर उनका पहला रिएक्शन जानना चाहा. निर्मला बनर्जी ने भी पत्रकारों को निराश नहीं किया और उन्होंने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं. यह पूरे परिवार के लिए एक बड़ा गौरव है.’
अभिजीत बनर्जी (Abhijit Banerjee) का जीवन परिचय
अभिजीत बनर्जी (Abhijit Banerjee) मूल रूप से भारत के पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं. उनका जन्म 21 फरवरी 1961 को मुंबई में हुआ. उनके पिताजी और माता जी दोनों हीअर्थशास्त्री के प्रोफेसर थे.अभिजीत बनर्जी (Abhijit Banerjee) ने अपनी पढ़ाई कोलकाता के साउथ प्वाइंट स्कूल और प्रेसिडेंसी कॉलेज से की. प्रेसिडेंसी कॉलेज से उन्होंने इकोनॉमिक्स की डिग्री ली. इसके बाद वह सालल 1983 में दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी आ गए और यहां से अपना मास्टर्स किया. इसके बाद अपनी पीएचडी करने के लिए वह हावर्ड यूनिवर्सिटी गए.
अभिजीत बनर्जी (Abhijit Banerjee) प्रतिष्ठित हावर्ड यूनिवर्सिटी और प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में पढ़ाने के बाद वर्तमान में मेसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (MIT) में फोर्ड फाउंडेशन इंटरनेशनल प्रोफेसर ऑफ इकोनोमिक्स हैं. प्रो बनर्जी को मेन फोकस डेवलप्मेंट इकोनोमिक्स पर रहा है. उन्होंने अर्थशास्त्र में कारण संबंधों की खोज के लिए एक महत्वपूर्ण पद्धति के रूप में फील्ड एक्सपेरिमेंट्स का प्रस्ताव दिया.
अमेरिका की एमआईटी अभिजीत बनर्जी (Abhijit Banerjee) अर्थशास्त्र का नोबेल पाने वाले दूसरे भारतीय इकोनॉमिस्ट हैं. इससे पहले अमर्त्य सेन को अर्थशास्त्र के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए इस पुरस्कार से नवाजा जा चुका है.