भोपाल । चमकती हुई रेत (गुणवत्ता वाली) के लिए प्रसिद्ध नर्मदापुरम जिले की रेत खदानों के तीन समूह पिछली बार की तुलना में 91 करोड़ रुपये कम में नीलाम हुए हैं। वर्ष 2019 में तीनों खदानों का एक ही समूह था, जो 217 करोड़ में नीलाम हुआ था। खदानों से कमाई न होने पर ठेकेदार ने ठेका छोड़ दिया था। समूह को फिर से नीलाम किया, तो 262 करोड़ रुपये की बोली लगी थी।

सूत्र बताते हैं कि इस बार तीन समूह बनाकर नीलामी की और बोली लगी 171 करोड़ रुपये। खनिज साधन विभाग इस बार 42 जिलों में खदानों की चरणबद्ध नीलामी कर रहा है। यह नीलामी तीन वर्ष के लिए होगी और पर्यावरण एवं उत्खनन कार्ययोजना विभाग स्वीकृत कराकर देगा। अब तक 25 जिलों में नीलामी प्रक्रिया पूरी हो गई है।

17 जिलों की खदानों के लिए मंगलवार को भी बोली लगाई जाएंगी। उधर, बालाघाट की रेत खदानों के समूह के लिए 84 करोड़ रुपये की बोली लगाई है। यह बोली जिले के ही एक ठेकेदार ने लगाई है। विभाग ने इस समूह का न्यूनतम समर्थन मूल्य 37 करोड़ रुपये निर्धारित किया था। यानी सरकार को इस खदान समूह से 31 प्रतिशत अधिक राजस्व मिलेगा। सीहोर जिले की रेत खदानों के समूह का न्यूनतम समर्थन मूल्य 65 करोड़ निर्धारित किया और बोली 70 करोड़ रुपये लगी है।

1676 करोड़ की बोली लगीं

सूत्र बताते हैं कि नीलाम की जा रही खदानों का समर्थन मूल्य सरकार ने 1250 करोड़ रुपये निर्धारित किया था, इसके बदले अब तक 1676 करोड़ रुपये की बोली लग चुकी है। इन चरणों में कुछ खदानों के लिए बोली नहीं आईं, ऐसी सभी खदानों के लिए दूसरे चरण में बोली लगवाई जाएंगी। जिन खदानों की नीलामी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, उनके ठेकेदारों को अगले सप्ताह तक सुरक्षा निधि सहित अन्य राशि जमा करने को कहा है।