खुद को कल्कि भगवान बताने वाले विजय कुमार के 40 ठिकानों पर छापे, 500 करोड़ की संपत्ति जब्त

साल 1980 में लोगों को वैकल्पिक शिक्षा मुहैया कराने के लिए कल्कि महाराज ने जीवाश्रम नाम की संस्था बनाई. इसने देश-विदेश में रियल एस्टेट, निर्माण, खेल जैसे क्षेत्रों में भी अपनी किस्मत आजमाई. इतना ही नहीं इसके आश्रमों में ट्रस्ट और कंपनियों की तरफ से वेलनेस भी कोर्स चलाए जाते हैं.

चेन्नई: खुद को विष्णु का अवतार कहने वाले और कल्कि भगवान के नाम से मशहूर विजय कुमार के अलग-अलग आश्रमों पर आयकर का छापा पड़ा है. इस छापेमारी में करीब 500 करोड़ की संपत्ति जब्त हुई है. बताया जा रहा है कि आयकर विभाग को खुफिया जानकारी मिली थी कि कल्कि महाराज की संस्था अपनी कमाई को छिपा रही है.

 

खुद को भगवान विष्णु का 10वां अवतार बताता है कल्कि महाराज

 

कल्कि महाराज के तीन प्रदेशों के कुल 40 ठिकानों पर आयकर विभाग के 300 अधिकारियों ने छापे मारे. कल्कि महाराज का साम्राज्य आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु से लेकर विदेशों तक फैला है. कल्कि भगवान’ उर्फ विजय कुमार 70 साल का है और ये खुद को भगवान विष्णु का 10वां अवतार बताता है. इसके आश्रम को खुद कल्कि महाराज, उसकी पत्नी और उसका बेटा एनकेवी कृष्णा चलाता है.

 

बाबा के ठिकानों क्या-क्या मिला है?

 

 

    • भारतीय कैरेंसी के करीब 44 करोड़ रुपये कैश मिले हैं.

 

    • 18 करोड़ रुपये के बराबर 25 लाख अमेरिकी डॉलर मिले हैं.

 

    • 26 करोड़ रुपये के 88 किलो सोने के जेवर.

 

    • 5 करोड़ रुपये के 1271 कैरेट के हीरे.

 

    • कुल 93 करोड़ रुपये बरामद किए गए.

 

    • 409 करोड़ रुपये की कमाई की रसीदें मिली हैं.

 

अध्यात्म से पहले एलआईसी में क्लर्क था कल्कि महाराज

 

साल 1980 में लोगों को वैकल्पिक शिक्षा मुहैया कराने के लिए कल्कि महाराज ने जीवाश्रम नाम की संस्था बनाई. इसने देश-विदेश में रियल एस्टेट, निर्माण, खेल जैसे क्षेत्रों में भी अपनी किस्मत आजमाई. इतना ही नहीं इसके आश्रमों में ट्रस्ट और कंपनियों की तरफ से वेलनेस भी कोर्स चलाए जाते हैं. वेलनेस कोर्स विदेशियों को आकर्षित करते हैं. जिससे बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा हासिल की गई. विजय कुमार उर्फ कल्कि महाराज अध्यात्म से पहले एलआईसी में क्लर्क था.

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