न्यू नोएडा में बचाए जाएंगे तालाब और पोखर
Noida News: न्यू नोएडा में बचाए जाएंगे तालाब और पोखर ….
एनजीटी के नियमों का पालन करते हुए तालाब, नदियों को सुरक्षित और संरक्षित करके न्यू नोएडा को विकसित किया जाएगा। यहां मौजूद नहर, तालाब, पोखर और रजवाहों को संरक्षित करने की योजना बनाई गई है। कोशिश होगी कि इनमें से किसी को छेड़ा न जाए। ताकि इसके इतिहास को लोग याद रख सकें।मास्टर प्लान में इसके लिए जगह रखी गई है। योजना के मुताबिक वाटर बॉडिज के लिए 0.59 प्रतिशत जमीन आरक्षित की गई है। यह 29.64 वर्ग किमी क्षेत्र में होगा, जो कि 122.43 हेक्टेयर होगा। इसमें गांवों के तालाब, पोखर, रजवाहे आदि 43.07 हेक्टेयर में होंगे। वहीं नहर के लिए 79.36 हेक्टेयर जमीन आरक्षित की गई है। न्यू नोएडा के जानकारों की मानें तो इससे एक नहर, करीब 8-10 रजवाहे और करीब 20-25 तालाबों को जीवनदान मिलेगा।
470 हेक्टेयर में होगा रिक्रिएशन ग्रीन
न्यू नोएडा के मास्टर प्लान के मुताबिक 470 हेक्टेयर में पहले से जो हरियाली है उसे बचाते हुए और ग्रीन बेल्ट विकसित किया जाएगा। इसके लिए योजनाबद्ध तरीके से काम होगा। सड़कों के किनारे डस्ट फ्री जोन बनाए जाएंगे। घास और हरियाली अलग से भी विकसित की जाएगी।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा के विकास ने मार दिए पोखर-तालाब
नोएडा और ग्रेनो में कंक्रीट के जंगल बसाने के चक्कर में तालाब, पोखर और हरियाली को मार दिया गया। जब एनजीटी में मामला गया तो अब नोएडा और ग्रेनो पुराने तालाब और पोखरों को चिह्नित कर दोबारा जीवित करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए एनजीटी ने एक तय समय दिया है।
पूरे भारत का बनेगा निवेश का केंद्र
न्यू नोएडा उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे भारत का निवेश का केंद्र बनेगा। न्यू नोएडा में बड़े निवेशक आएंगे, बड़ी कंपनियां आएंगी। इससे रोजगार का अवसर प्रदान होगा। उत्तर प्रदेश के लोगों को बड़ी संख्या में रोजगार के मौके मिलेंगे। नोएडा, ग्रेनो और यमुना प्राधिकरण न्यू नोएडा के रूप में ग्रोथ इंजन की तरह काम करेंगे। इससे आसपास के इलाके में भी जबरदस्त विकास होगा।