ग्वालियर.डबरा : बिलौआ में हथियार बनाने की फैक्ट्री पकड़ी, एक गिरफ्तार .. तीन साल से बन रहे थे हथियार
बिलौआ में हथियार बनाने की फैक्ट्री पकड़ी, एक गिरफ्तार …..
बिलौआ थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले रोरा गांव में पुलिस ने गुरुवार सुबह हथियार बनाने की फैक्ट्री पर छापा मारकर दो पिस्टल एक 12 बोर की बंदूक, एक कट्टा बरामद किया है …
पुलिस को सूचना मिली कि रोरा गांव में कुछ लोग अवैध रूप से हथियार बनाने का काम कर रहे हैं। पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां से छोटू राजा उर्फ छोटू गुर्जर पुत्र परमजीत गुर्जर नाम के युवक को पकड़कर पूछताछ की गई। मौके से पुलिस ने दो पिस्टल, एक 12 बोर की बंदूक और कट्टा सहित इन हथियारों को बनाने वाले औजार भी बरामद किए हैं। बताया जाता है कि पुलिस ने मौके से जिस छोटू राजा को पकड़ा है, उसने बताया की उसके पिता परमजीत और तोप सिंह हथियार बनाते थे। यह लोग खरगोन के निवासी बताए गए हैं। इसके अलावा इनके मामा किशन पाल और भूरा यादव निवासी दतिया हथियारों की सप्लाई अन्य शहरों में करते थे। इन हथियार को बेचने के बाद जो भी मुनाफा हुआ करता था वह पांचों आपस में बांट लिया करते थे।
तीन साल से बन रहे थे हथियार
करीब 3 वर्ष से यहां पर हथियार बनाने का काम किया जाता था और सप्लाई छोटे-बड़े शहरों में की जाती थी। पुलिस ने इन सभी आरोपियों खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अब फरार चारों आरोपियों को पकड़ने के लिए उनके संबंधित ठिकानों पर दबिश दे रही है। आरोपी से पता चला है कि इससे पहले वह दतिया में हथियार बनाते थे, लेकिन कुछ दिन पहले पुलिस को इसकी भनक लगी तो यह पुलिस की दबिश से पहले ही वहां से अपना सामान समेट लाए थे और कुछ दिनों से यहां पर हथियार बना रहे थे। ग्वालियर के साथ ही अंचल में अभी तक करीब 20 से ज्यादा पिस्टलें, कट्टे और राइफल बेची जा चुकी हैं। एक पिस्टल 25 हजार, तो राइफल 35 से 40 हजार में और कट्टे को आठ से दस हजार रुपए में बेचा जाता था।
हथियार बनाने का सामान हुआ जब्त
ड्रिल मशीन, दो शिकंजा मशीन, हवा देने वाली मशीन, तीन लोहे के हथोड़े, एक ग्राडंर मशीन, दो फनल, एक आरी, दो प्लास, चार लोहे की नाल, काठ के बट की लकड़ी चार नग, आठ रेती, एक 10 किलोग्राम का बांट, दो लोहे की चादर, एक डाई मशीन, पांच रिंच, 9 स्प्रिंग लोहे की, 40 स्क्रू, लोहे की कील 20, पांच छेनी, तीन रेती लोहे की, एक पेचकस, एक प्लास्टिक बोरी, तीन लोहे की छोटी राड, एक गोला वाली छैनी लोहे की और 315 बोर की अधिया की नाल।