ADR की रिपोर्ट… राज्यसभा के 12% सांसद अरबपति ..

ADR की रिपोर्ट…

राज्यसभा के 12% सांसद अरबपति:इनमें सबसे ज्यादा 7% BJP से, 13% के साथ कांग्रेस दूसरे नंबर पर

ADR की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी के 85 राज्यसभा सदस्यों में से करीब 23 (27%) और कांग्रेस के 30 सांसदों में से 12 यानी 40% के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज हैं।

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि राज्यसभा के 225 सदस्यों में 27 यानी (12%) अरबपति हैं। अरबपति सांसदों में सबसे ज्यादा संख्या भाजपा के सदस्यों की है। 225 में बीजेपी के 85 सदस्य हैं, जिनमें 6 यानी 7% सांसद अरबपति हैं। कांग्रेस के 30 सदस्यों में 4 यानी 13% अरबपति हैं।

YSR कांग्रेस के 9 में से 4 (44%), आम आदमी पार्टी के 10 में 3 (30%) और BRS के 7 में 3 (43%) सांसद अरबपति हैं। अगर राज्यों की बात करें तो सबसे ज्यादा अरबपति सांसद आंध्र प्रदेश 45% और तेलंगाना 43% से हैं।

बीजेपी के 6, कांग्रेस के 5, बीआरएस के 3, वाईएसआर कांग्रेस के 4 और आम आदमी पार्टी के 3 सांसदों की प्रॉपर्टी 100 करोड़ रुपए से ज्यादा है। बीजेपी के 85 राज्यसभा सदस्यों में से 41 यानी 18% सदस्यों के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज हैं। बीजेपी के करीब 23 (27%) और कांग्रेस के 30 सांसदों में से 12 यानी 40% के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज हैं।

ADR ने यह रिपोर्ट 18 अगस्त को अपनी बेवसाइट पर लगाई है। ADR ने नेशनल इलेक्शन वॉच (NEW) के साथ मिलकर कुल 233 राज्यसभा सांसदों में से 225 के क्रिमिनल और फाइनेशियल स्थिति का एनालिसिस किया है। बता दें कि राज्यसभा में अभी एक सीट खाली है।

तेलंगाना के 7 सदस्यों की प्रॉपर्टी 5596 करोड़
ADR की रिपोर्ट के मुताबिक, तेलंगाना के 7 राज्यसभा सदस्यों की कुल प्रॉपर्टी 5,596 करोड़ रुपए है। आंध्र प्रदेश से 11 सदस्यों की प्रॉपर्टी 3,823 करोड़ और उत्तर प्रदेश के 30 सांसदों की प्रॉपर्टी 1,941 करोड़ रुपए है।

अगर राज्यवार आंकड़ों पर नजर डालें तो आंध्र प्रदेश के 11 राज्यसभा सदस्यों में से 5 यानी 45%, तेलंगाना के 7 सांसदों में से 3 यानी 43% और महाराष्ट्र के 19 सांसदों में से 3 यानी 16% की प्रॉपर्टी 100 करोड़ से ज्यादा है।

राजधानी दिल्ली के 3 सांसदों में से 2 यानी 67%, पंजाब के 7 सांसदों में से 2 यानी 29%, हरियाणा के 5 सांसदों में से 1 यानी 20% और मध्य प्रदेश के 11 सांसदों में से 2 यानी 18% सदस्यों की प्रॉपर्टी 100 करोड़ से ज्यादा है।

राज्यसभा सांसदों की औसतन प्रॉपर्टी 80.93 करोड़
राज्यसभा के मौजूदा सांसदों की औसतन प्रॉपर्टी 80.93 करोड़ रुपए है। बीजेपी के औसतन सांसदों की प्रॉपर्टी 30.34 करोड़ है। कांग्रेस के 30 सांसदों की औसतन प्रॉपर्टी 51.65 करोड़, तृणमूल कांग्रेस के 13 सदस्यों की औसतन प्रॉपर्टी 3.55 करोड़, वाईएसआर कांग्रेस के 9 सासंदों की प्रॉपर्टी 395.68 करोड़, भारत राष्ट्र समिति के 7 सांसदों की प्रॉपर्टी 799.46 करोड़ रुपए है।

33​​​​​​% सांसदों के खिलाफ क्रिमिनल केस
इन 225 सांसदों में से 75 (33%) के खिलाफ क्रिमिनल केस हैं। 41 सांसदों यानी करीब 18% के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज हैं। वहीं, दो सांसदों पर हत्या (IPC की धारा 302) का केस और 4 के खिलाफ महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले हैं।

अगर राजनीतिक दलों की बात करें तो ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के 13 सांसदों में से 4 (31%), आरजेडी के 6 में से 5 सांसद (83%), सीपीआई (एम) के 5 सांसदों में से 4 (80%), आम आदमी पार्टी के 10 सांसदों में से 3 (30%), वाईएसआरस के 9 सांसदों में से 3 (33%) और एनसीपी की 3 में से 2 सांसदों के खिलाफ क्रिमिनल केस हैं। ADR ने ये जानकारी चुनाव के दौरान उम्मीदवारों की ओर से दिए गए हलफनामें के आधार पर दी है।

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राज्यसभा के मौजूदा सदस्यों में से 12% अरबपति, आंध्र प्रदेश-तेलंगाना से सबसे अधिक

नई दिल्ली। राज्यसभा के लगभग 12 प्रतिशत मौजूदा सदस्य अरबपति हैं तथा ऐसे सांसदों का प्रतिशत आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना से सबसे अधिक है। यह बात ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ की ओर से कही गई। ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) और ‘नेशनल इलेक्शन वॉच’ (एनईडब्ल्यू) ने राज्यसभा के 233 सदस्यों में से 225 के आपराधिक, वित्तीय और अन्य पृष्ठभूमि विवरणों का विश्लेषण किया गया और उन्हें अद्यतन किया। मौजूदा राज्यसभा में एक सीट खाली है।

रिपोर्ट के मुताबिक, आंध्र प्रदेश के 11 सदस्यों में से 5 (45 फीसदी), तेलंगाना के 7 सदस्यों में से 3 (43 फीसदी), महाराष्ट्र के 19 सदस्यों में से 3 (16 फीसदी), दिल्ली के 3 सदस्यों में से 1 (33 फीसदी), पंजाब के 7 सदस्यों में से 2 (29 प्रतिशत), हरियाणा के 5 सदस्यों में से 1 (20 प्रतिशत) और मध्य प्रदेश के 11 सदस्यों में से 2 (18 प्रतिशत) ने 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति घोषित की है।

तेलंगाना से विश्लेषण किए गए सात सदस्यों (सांसदों) की कुल संपत्ति 5,596 करोड़ रुपये, आंध्र प्रदेश के 11 सदस्यों की कुल संपत्ति 3,823 करोड़ रुपये और उत्तर प्रदेश से विश्लेषण किए गए 30 संसद सदस्यों की कुल संपत्ति 1,941 करोड़ रुपये है। विश्लेषण किए गए 225 राज्यसभा सदस्यों में से 75 (33 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।

इसके अलावा लगभग 41 (18 प्रतिशत) राज्यसभा सदस्यों ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं और दो सदस्यों ने हत्या (आईपीसी धारा 302) से संबंधित मामले घोषित किए हैं। चार राज्यसभा सदस्यों ने महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामलों की घोषणा की है। चार सदस्यों में से, राजस्थान से एक राज्यसभा सदस्य – कांग्रेस के के. सी. वेणुगोपाल – ने बलात्कार (आईपीसी धारा 376) से संबंधित मामला घोषित किया है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 85 राज्यसभा सदस्यों में से लगभग 23 (27 प्रतिशत), कांग्रेस के 30 सदस्यों में से 12 (40 प्रतिशत), तृणमूल कांग्रेस के 13 सदस्यों में से 4 (31 प्रतिशत), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के 6 सदस्यों में से पांच (83 प्रतिशत), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के 5 सदस्यों में से 4 (80 प्रतिशत), आम आदमी पार्टी (आप) के 10 सदस्यों में से 3 (30 प्रतिशत), वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के 9 सदस्यों में से 3 (33 प्रतिशत) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) 3 राज्यसभा सदस्यों से दो (67 फीसदी) ने अपने हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।

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