ग्वालियर में 1200 करोड़ के माफी औकाफ के घोटाले के मामले में जांच सुस्त है ?
माफी औकाफ घोटाला में कलेक्टर ने दोनों एसडीएम को लिखा पत्र, जांच कर सुधार करें
ग्वालियर में 1200 करोड़ के माफी औकाफ के घोटाले के मामले में जांच सुस्त है। इसी वजह से कलेक्टर कोर्ट की ओर से जांच करने और सर्वे में सुधार करने के लिए जिम्मेदार दो अधिकारियों को रिमाइंडर जारी किया है।
ग्वालियर : ग्वालियर में 1200 करोड़ के माफी औकाफ के घोटाले के मामले में जांच सुस्त है। इसी वजह से कलेक्टर कोर्ट की ओर से जांच करने और सर्वे में सुधार करने के लिए जिम्मेदार दो अधिकारियों को रिमाइंडर जारी किया है। माफी औकाफ के 11 धर्मस्थल के सर्वें नंबर निजी नामों पर कैसे दर्ज हो गए, इस विषय पर जांच कर सर्वे में सुधार के लिए एसडीएम ग्वालियर सिटी और एसडीएम लश्कर को निर्देशित किया गया है।
यह जांच रिपोर्ट संभागायुक्त कार्यालय से कलेक्टर कार्यालय को भेजी गई थी, जिसके बाद जांच पूरी होकर सर्वे सुधार किए जाने थे लेकिन अभी तक यह पूरा न होने के कारण अब कलेक्टर न्यायालय की ओर से रिमाइंडर जारी करना पड़ा है। यहां यह बता दें कि नईदुनिया ने माफी औकाफ के 11 धर्मस्थलों की जमीनों के सर्वे नंबरों पर निजी नाम दर्ज होकर 1200 करोड़ के इस घोटाले को उजागर किया था। तत्कालीन संभागीय माफी अधिकारी की ओर से इन 11 धर्मस्थलों की जांच कर पूरी रिपोर्ट संभागायुक्त दीपक सिंह को प्रस्तुत की गई थी जिसके बाद जिला प्रशासन को जांच कर सर्वे में सुधार के लिए लिखा गया। इन 11 धर्मस्थलों की लगभग चालीस हेक्टेयर जमीन है जिसमें शहर के कई बड़े लोगों के नाम भी शामिल हैं।
कलेक्टर से की शिकायत, बिना दस्तावेजी साक्ष्य के लगाया जवाब
जीवाजीगंज स्थित माफी औकाफ के लक्ष्मीनारायण मंदिर के मामले में शिकायतकर्ता पंकज शर्मा की ओर से कलेक्ट्रेट में मंगलवार को शिकायत की गई। इसमें कहा गया कि इस मंदिर को खुर्द बुर्द किए जाने के संबंध में जिला न्यायालय में लंबित वाद में शासकीय अधिवक्ता कुलदीप दुबे और वरुणदेव शर्मा द्वारा बिना दस्तावेजी साक्ष्य के जवाब पेश कर दिया गया। मंदिर का कुल भू भाग 23 हजार वर्ग फीट है, लेकिन जवाब में मंदिर को माफी का बताकर शेष 23 हजार वर्ग फीट का कोई उल्लेख नहीं किया। वहीं इस मामले में शासकीय अधिवक्ता कुलदीप दुबे ने कहा कि पूरी प्रक्रिया के पालन के तहत जवाब पेश किया गया है। शेष भूमि को लेकर राजस्व सीमांकन करेगा, जांच करेगा तब अतिरिक्त जवाब पेश होगा। शिकायतकर्ता के आरोप निराधार हैं।
इन 11 धर्म स्थलों की दी थी जांच रिपोर्ट
1. जगनापुरा हल्का मंदिर पुख्ता रामजानकी माफी अतिए सरकार
2. रायरू, मंदिर पुखता देवीजी, ग्राम कुतवार अतिए सरकार
3.पटवारी हल्का रूद्रपुरा,दरगाह पुख्ता बांके ग्वालियर बाबा कपूर
4. शहर लश्कर श्री रामबांके रामकुई लश्कर
5.कोटा लश्कर- पूर्व में मंदिर शिक्सत माफी अतिए सरकार शाखा के नाम दर्ज थी।
6. मंदिर श्री मंगलमूर्ति बांके निंबालकर की गोठ पुख्ता माफी देवस्थान
7. गंगा मालनपुर-अराजी माफी मुजबता देवस्थानी जरिये एहतमाम
8. गौसपुरा- मंदिर श्री सोमेश्वर महादेवजी, बांके बिहारी जी ग्राम घाटमपुर, अराजी मुजबता औकाफ
9.गदाईपुरा मंदिर श्री गणेशजी स्थित ग्राम रानीपुरा,माफी औकाफ
10. बरा-दरगाह ए बाबा कपूर
11. बहोड़ापुर-मंदिर श्री हनुमान जी आउखाना खुर्द,सार्वजनिक ट्रस्ट माफी देवस्थान ……
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संभागीय आयुक्त कार्यालय से 11 धर्मस्थलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद एसडीएम ग्वालियर सिटी व एसडीएम लश्कर को जांच कर खसरे में सुधार के लिए निर्देशित किया गया था। अभी तक जांच प्राप्त न होने पर दोनों अधिकारियों को रिमाइंडर जारी किए गए हैं।
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