ग्वालियर : रेलवे स्टेशन ओवर लोडेड !
शहर के क्षेत्रफल 423 वर्ग किमी में बसी 12.7 लाख आबादी के लिए छोटा पड़ रहा स्टेशन …
मेन रेलवे स्टेशन ओवर लोडेड, बिरला नगर खाली, अफसर-जनप्रतिनिधि बेफिक्र, यात्री परेशान
शहर का मेन रेलवे स्टेशन ओवर लोडेड है। यहां हर रोज 60 हजार से ज्यादा यात्रियों का आवागमन रहता है। बावजूद इसके इस लोड को कम करने का जनप्रतिनिधि और रेलवे अफसर गंभीर प्रयास नहीं कर रहे हैं। जबकि यहां से करीब चार किमी दूर स्थित बिरला नगर स्टेशन खाली ही पड़ा रहता है।
उल्लेखनीय है कि पिछले दस सालों में शहर की सीमा 173 वर्ग किलोमीटर से बढ़कर 423 वर्ग किमी तक पहुंच गई। जिले की आबादी 23.78 लाख व शहर की आबादी 12.73 लाख से ऊपर तक पहुंच गई। शहर के पास मालनपुर व बानमोर अौद्योगिक क्षेत्र भी बढ़े और ग्वालियर से गुजरने वाली ट्रेनों की संख्या भी 164 तक पहुंच गई। शहर का इतना विकास होने के बाद भी जिले और पड़ोसी जिलों के यात्रियों का भार केवल ग्वालियर स्टेशन पर ही है। ग्वालियर स्टेशन का भार डायवर्ट करने के लिए बिरलानगर स्टेशन है लेकिन इस पर सुविधाएं व ट्रेनों के स्टॉपेज न बढ़ने के कारण यह स्टेशन सूनसान बना हुआ है और ग्वालियर स्टेशन पर यात्रियों की अफरा-तफरी की स्थिति है।
ओवरलोड होने से नई ट्रेनों को नहीं मिल पा रहा स्टॉपेज
ग्वालियर स्टेशन ट्रेनों व यात्रियों की संख्या से ओवरलोड होने के कारण यहां से गुजरने वाली नई ट्रेनों में स्टॉपेज तय करने में रेलवे प्रबंधन को परेशानी भी होती है। ग्वालियर स्टेशन से नई ट्रेनें शुरू करने में भी यहां से ट्रेनों को ओवरलोड परिचालन परेशानी का कारण बन रहा है।
मेन रेलवे स्टेशन ओवर लोडेड, बिरला नगर खाली, अफसर-जनप्रतिनिधि बेफिक्र, यात्री परेशान
बिरलानगर पर नहीं रुकती एक्सप्रेस ट्रेन
नगर निगम के वार्डों की संख्या 52 से बढ़कर 66 तक पहुंच गई। वहीं दूसरी ओर ग्वालियर के नजदीक बिरलानगर स्टेशन पर ट्रेनों की संख्या बढ़ने की बजाय कम हो गई। बिरलानगर स्टेशन पर कोई भी एक्सप्रेस ट्रेन का स्टॉपेज नहीं हैं। आगरा-झांसी पेसेंजर ट्रेन कम होने पर यहां पर अब केवल भिंड की ओर जाने वाली पेसेंजर ट्रेन ही रुकती हैं । अधिकांश समय बिरलानगर स्टेशन खाली पड़ा रहता है। इस स्टेशन से प्रतिदिन लगभग 350-400 यात्री ही सफर करते हैं।
शहरों में मुख्य स्टेशन के अलावा नए स्टेशन का विकास
देश के सभी प्रमुख शहरों में मुख्य स्टेशन के अलावा उसके नजदीक एक व दो नए स्टेशन विकसित किए जा रहे हैं, लेकिन ग्वालियर के नजदीक बिरलानगर स्टेशन पर दो ट्रेन बंद हो गई हैं। इस स्टेशन पर ग्वालियर-आगरा शटल व शाम को आने वाली आगरा-झांसी ट्रेन बंद हो गई है। वर्तमान में स्टेशन से भिंड व इटावा जाने वाली दो-दो ट्रेनों का स्टॉपेज है। प्रबंधन ने यहां पर अन्य ट्रेनों के स्टॉपेज पर ध्यान नहीं दिया है।
स्टेशन पर 5 साल में दोगुनी हो गई यात्रियों की संख्या
ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर बीते पांच सालों में यात्रियों की संख्या दो गुना तक बढ़ गई है। पांच वर्ष पूर्व ग्वालियर स्टेशन से सफर करने वाले यात्रियों की संख्या लगभग 35 हजार थी, जो 2023 में बढ़कर 60 हजार से ऊपर तक पहुंच गई है। 10 वर्ष पूर्व स्टेशन पर यात्रियों की संख्या 15 हजार से अधिक थी। ट्रेनों की संख्या में भी लगभग 40 की वृद्धि हुई है।
शहर बढ़ने के साथ ही प्रशासनिक कार्यालय तक शिफ्ट हुए
शहर की आबादी व परिधि बढ़ने पर शहर में बने प्रशासनिक कार्यालय को बड़े व नए रूप में बनाकर सिटी सेंटर व अन्य स्थानों पर शिफ्ट किया गया। कलेक्टर कार्यालय गोरखी से सिटी सेंटर पहुंच गया। मोतीमहल के सभी कार्यालय भी शिफ्ट हो गए, हाईकोर्ट भी सिटी सेंटर शिफ्ट हुआ और जिला न्यायालय भी जल्द होने वाला है। बस स्टैंड को भी शिफ्ट किया जा रहा है। नया एयरपोर्ट भी बनाया जा रहा है, लेकिन रेलवे स्टेशन वहीं का वहीं है।