mp election 2023 : 5.52 करोड़ वोटर बनाएंगे सरकार
5.52 करोड़ वोटर बनाएंगे सरकार, मुख्य चुनाव आयुक्त बोले- चुनाव के लिए हम तैयार
mp election 2023- चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करने आए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की प्रेस कांफ्रेंस…।
दो माह बाद मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर चुनाव आयोग ने तैयारी पूरी कर ली है। इस बार खास यह है कि सीनियर सिटीजन से अधिक से अधिक वोटिंग के लिए घर-घर वोटिंग कराने की भी व्यवस्था की गई है। इस बार पूरे मध्यप्रदेश के 5.52 करोड़ वोटर सरकार चुनेंगे। इस बार 18.86 लाख नए वोटर पहली बार मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
राजधानी भोपाल आए भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में चुनाव की तैयारियों की जानकारी मीडिया को दी। उन्होंने कहा कि चुनाव की तैयारियों की समीक्षा पूरी हो गई है। राजीव कुमार ने बताया कि मतदान के लिए जो व्यवस्था हमने की है उसके तहत एक परिवार के सभी सदस्यों का मतदान एक ही पोलिंग बूथ पर हो सकेगा। संवेदनशील केंद्रों पर पैरामिलिट्री बलों को तैनात किया जाएगा। जो पहले आएगा, वो पहले वोट डाल पाएगा। धन-बल और बाहुबल पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। 50 फीसदी से ज्यादा पोलिंग बूथों पर वेबकास्टिंग की जाएगी। घर से पोलिंग बूथ की दूरी दो किलोमीटर से अधिक नहीं की जाएगी।
दिव्यांगों और बुजुर्गों के घर पहुंचेगा आयोग
दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए घर पर मतदान की भी व्यवस्था की जा रही है। यदि पहले से फार्म भरेंगे तो हमारी टीम घर जाकर मतदान कर करवा सकेंगे। उसकी गोपनीयता रहे, इसके लिए वीडियो ग्राफी की जाएगी। और वहां स्पेशल कंपार्टमेंट बनाकर वोटिंग कराई जा सकेगी।
खास है आयोग का ‘सक्षम एप’
निर्वाचन आयोग ने इस बार सक्षम एप भी लांच किया है। किसी को स्लाट बुक करना हो, व्हील चेयर बुक करना है तो उसके लिए वोटिंग स्थल पर व्यवस्था की जा सकेगी। एक फोन नंबर से कोई टेक्स भेज दे या फोटो भेज दे। हमें अपने आप उनकी लोकेशन पहुंच जाएगी। कुछ ही समय में हमारी टीम वहां पहुंच जाएगी। इसका प्रयोग कुछ राज्यों में बहुत अच्छा हुआ, कुछ राज्यों में कम हुआ। कहीं कोई प्रलोभन, फ्री बंटने की सूचना, मनी, ड्रग या शराब बांटने की सूचना है तो उसकी जानकारी भी दे पाएंगे। इसके बाद 100 मिनट में हमारी टीम एक्शन ले लेगी।
सुविधा पोर्टल
यदि किसी वोटर को अपना नाम जांचना है, चुनाव परिणाम देखना है तो यह एपिक भी डाउनलोड कर सकते हैं। इसमें आनलाइन आवेदन भी किया जा सकता है। पोलिंग बूथ की जानकारी, अपने क्षेत्र के बीएलओ या इआरओ से संपर्क किया जा सकता है। चुनाव परिणाम भी इसी पर देखा जा सकता है। साथ ही इवीएम के उपयोग की जानकारी हासिल की जा सकती है। इसके लिए e-EPIC डाउनलोड किया जा सकता है।
पालीटिकल पार्टियों पर लगाम
कोई भी सुविधा पालीटिकल पार्टी लेना चाहती है, पब्लिक मीटिंग करना चाहती है तो उसका आवेदन जो इस पोर्टल पर सबसे पहले करेगी, उसे परमिशन मिलेगी। इसमें किसी भी प्रकार का कोई चर्चा की गुंजाइश नहीं रहेगी। किसी भी आपराधिक प्रवृत्ति का उम्मीदवार है, उनकी संपत्ति की जानकारी भी इस एप्लीकेशन पर शामिल है। यदि किसी आपराधिक केस वाले उम्मीदवार को तीन बार प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में एड देना होगा। पालीटिकल पार्टी को भी बताना होगा कि हम आपराधिक केस वाले उम्मीदवार को खड़ा कर रहे हैं और क्यों कर रहे हैं। केश जो भी इधर से उधर ले जाया जाता है, वो निर्धारित समय पांच बजे के बाद इधर से उधर न करें।
सोशल मीडिया पर नजर
सभी कलेक्टर्स और जिले के बड़े अधिकारियों को सोशल मीडिया पर नजर रखेंगे। सोशल मीडिया के दुरुपयोग या भड़काउ पोस्ट पर कार्रवाई करेंगे। हम लोग निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराने के लिए तैयार हैं।