रेप विक्टिम खून से सने कपड़ों में 8KM भटकी !

उज्जैन की दो कॉलोनी, दो ढाबे और टोल नाके से गुजरी; किसी ने मदद नहीं की

पीड़ित लड़की CCTV फुटेज में इनर रिंग रोड पर जाते हुए दिखाई दे रही है …..

जगह- उज्जैन की एक कॉलोनी। वक्त- सुबह 6 बजे। डरी-सहमी 15 साल की लड़की लड़खड़ाते हुए आती दिखती है। आधे-अधूरे कपड़े पहने हैं। शरीर के निचले हिस्से से खून बह रहा है। रोते हुए मदद की गुहार लगाती है, लेकिन इस बीच कोई मदद नहीं करता। वो करीब तीन घंटे पैदल चलकर 8 किलोमीटर का सफर तय करती है।

उज्जैन में रेप पीड़ित के इस सफर के CCTV फुटेज भी मिले हैं।  ……. फुटेज के आधार पर 8 किमी के रूट की पड़ताल की। पीड़ित बच्ची दो कॉलोनी के 500 से ज्यादा घरों, दो ढाबों और एक टोल नाके से होकर गुजरी। इस दौरान रास्ते में कई लोगों ने उसे देखा तो, लेकिन मदद नहीं की। आखिरकार एक व्यक्ति ने उसे पुलिस तक पहुंचाया।

यह CCTV फुटेज से लिया गया स्क्रीनशॉट है। इसमें बच्ची एक घर के सामने दिखाई दे रही है। यह फुटेज पुलिस ने निकाले हैं।

FIR के अंश.. मैं चिल्लाई, तो उसने मेरा मुंह दबा दिया
बच्ची के इस हाल में पहुंचने की वजह पुलिस की FIR में दर्ज है। इसमें बच्ची के हवाले से लिखा है… मेरी उम्र 15 साल है। उज्जैन में मंदिरों के आसपास रहती हूं। रविवार रात बड़नगर रोड के पास बैठी थी, तभी एक अज्ञात व्यक्ति पास आया। मेरा मुंह दबाया फिर गला दबा दिया। मेरी कुर्ती फाड़ दी। मेरे साथ गलत काम किया। प्राइवेट पार्ट से खून निकलने लगा। मैं चिल्लाई, तो उसने मेरा फिर मुंह दबा दिया। इसके बाद भाग गया। मैं बेहोश हो गई। सुबह हुई, तो मुझे होश आया। मैं पैदल-पैदल मंदिर के पास बड़नगर रोड पर जा रही थी, तब आसपास के लोगों ने मुझे कपड़े दिए। पुलिस को बुलाया।

सबसे पहले उनकी बात जहां मदद नहीं मिली…

उसने कुछ बताया लेकिन समझ में नहीं आया

दैनिक भास्कर की टीम बुधवार दोपहर में तिरूपति ड्रीम्स कॉलोनी पहुंची। यहां लोगों से बात की, तो वे नजरें चुराते रहे। हम उस शख्स के घर भी पहुंचे, जहां से उसने मदद मांगी, लेकिन नहीं मिली। इस घर में महिला मिली। उन्होंने घर का दरवाजा नहीं खोला। बंद गेट में से बताया कि मेरे पति शहर से बाहर गए हैं। वे सुबह बाहर खड़े थे, तभी एक लड़की आती दिखी। पति ने उससे पूछा भी था कि बेटा क्या हुआ। उसने कुछ बताया, लेकिन समझ नहीं आया। उसे रोकने की भी कोशिश की, लेकिन वह नहीं रुकी और आगे बढ़कर चली गई।

तिरूपति ड्रीम्स कॉलोनी से बाहर निकलकर लड़की रिंग रोड पर पहुंची। यहां से द सेकंड होम रेस्टोरेंट, कंचन मैरिज गार्डन, चिंतामन ब्रिज, मधुबन रिसॉर्ट पहुंची। गिरते-पड़ते हुए पैदल वह निंबालकर आश्रम, मोहनपुरा गैरेज स्टेशन, रॉयल मोटर्स, टोल प्लाजा से भी गुजरी। यहां बिल्केश्वर धाम और वेलकम ढाबा भी। वह मुल्लापुरा की ओर जा रही थी। रास्ते में एक पेट्रोल पंप भी पड़ता है। वह बड़नगर रोड स्थित दांडी आश्रम पहुंची। इस दौरान वह आठ किलोमीटर की दूरी पैदल ही तय कर चुकी थी।

रिंग रोड पर ढाबे पर भी लोग मौजूद रहते हैं। हैरानी की बात ये है कि इस दौरान इस लड़की को लोगों ने देखा। कई वाहन भी वहां से गुजरे। जहां से भी उसे उम्मीद दिखी, मदद की गुहार लगाई, लेकिन लोगों ने उसे अनदेखा कर दिया। किसी ने भी उसकी इस हालत के पीछे हकीकत जानने की कोशिश नहीं की।

अब उनकी बात जिन्होंने मदद की…

सोमवार सुबह के करीब 9:30 बजे थे। मैं बाइक से आश्रम से बाहर की ओर निकला ही था। सामने से एक लड़की आती दिखी। वह लड़खड़ाते हुए चल रही थी। बहुत थकी हुई दिखाई दे रही थी। आंखों पर सूजन थी। पैरों में खून के निशान थे। वह बहुत डरी और सहमी लग रही थी। पहले तो मैंने अपना अंग वस्त्र निकालकर उसे ओढ़ाया। आश्रम के गेट पर बैठाया। पूछताछ की। वह इतनी घबराई हुई थी कि कुछ बोल भी नहीं पा रही थी।

मैंने घर के बारे में पूछा, तो उसने कुछ बोला, लेकिन भाषा समझ नहीं आई। मैंने फिर इशारा करते हुए खाने के लिए पूछा, तो उसने हां कह दिया। मैंने आश्रम में बना नमकीन दलिया उसे खाने को दिया। उससे माता-पिता के बारे में पूछा, लेकिन वह कुछ बोल नहीं सकी। पूछा- उसकी हालत किसने की, तो भी वह कुछ नहीं बोल सकी। करीब 40 मिनट हो गए।

मैंने महाकाल थाने और डायल 100 को फोन किया। इस दौरान वहां कुछ लोग और अधिकारी भी आ गए। लोगों को देखकर लड़की डर गई। वह मेरे पीछे आकर छिपने की कोशिश करने लगी। मैंने उसे सांत्वना दी। उसका डर थोड़ा कम हुआ। लड़की को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। हालत बिगड़ने से पर वहां से इंदौर रेफर कर दिया गया। यहां डॉक्टरों ने रेप की पुष्टि की।

वीडियो सामने आया, तब हरकत में आई पुलिस

पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। मंगलवार को इसका सीसीटीवी फुटेज सामने आया। फुटेज में लड़की सोमवार को आधे-अधूरे कपड़ों में सांवराखेड़ी सिंहस्थ बायपास की कॉलोनियों में तीन घंटे तक भटकती रही। मंगलवार को CCTV फुटेज सामने आया, जिसमें वह लहूलुहान हालत में तिरूपति ड्रीम्स कॉलोनी में घूमती और लोगों से मदद मांगती नजर आ रही है। वीडियो सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आई।

संदिग्ध ऑटो ड्राइवर पोर्न एडिक्ट, ऑटो में खून के निशान मिले
पुलिस को CCTV फुटेज में हाटकेश्वर मार्ग एक ऑटो दिखा था, जिसमें एक व्यक्ति पीड़ित के साथ नजर आ रहा था। मंगलवार रात ऑटोवाले को खोज लिया गया। सूत्रों ने बताया कि संदिग्ध ऑटो ड्राइवर राकेश मालवीय (38) मोबाइल पर वीडियो देखने का शौकीन है। उसके मोबाइल में पोर्न वीडियो भी मिले हैं। वह डेड बॉडी के साथ सेक्स करने का आइडिया भी खोजता रहता था।

उज्जैन एसपी सचिन वर्मा का कहना है कि उसके ऑटो में खून के निशान मिले हैं। ड्राइवर ने पूछताछ में माना है कि उसने बच्ची को जीवनखेड़ी के पास से बैठाया था और कुछ घंटे बाद हाटकेश्वर मार्ग पर उतारकर चला गया था। हालांकि, बच्ची वहां कैसे पहुंची, किस हालत में थी, उसे लेकर वह पुलिस को स्पष्ट नहीं बता रहा है।

रात 3 बजे के बाद एक अन्य ऑटो में बच्ची की मौजूदगी का पता चला है। पुलिस ने कुल पांच ऑटो वालों को हिरासत में लिया है। एक CCTV फुटेज में लड़की के साथ यह पांचों ऑटो वाले दिख रहे हैं। फिलहाल पुलिस बाकी दो संदिग्धों के नाम का खुलासा नहीं कर रही है।

संदिग्ध की बुआ बोली- उसकी 8 साल की बेटी है

संदिग्ध राकेश मालवीय की बुआ ने बताया कि राकेश पिछले पांच साल से उसके साथ रह रहा है। वह जिले के कायथा मक्सी मार्ग स्थित सालमखेड़ी का रहने वाला है। वह उज्जैन में रहकर ऑटो चलाता है। 6 साल पहले पत्नी की मौत हो चुकी है। उसकी आठ साल की बेटी भी है। वह नाना-नानी के यहां रहती है।

राकेश की भाभी पवनबाई ने बताया कि राकेश रोजाना सुबह 5:30 से 6:00 बजे के बीच रुटीन की सवारी लेने हाटकेश्वर कॉलोनी जाता है। वह नशे का भी आदी है। जब पुलिस उसे उठाने के लिए पहुंची, तब उसकी बुआ घर पर नहीं थी। राकेश ने पहली पत्नी को छोड़कर दूसरी शादी की थी, लेकिन दूसरी पत्नी की मौत हो गई।

महिला एक्सपर्ट की मदद से बच्ची की बोली समझी

SP शर्मा ने उत्तर प्रदेश निवासी महिला एक्सपर्ट की मदद से बच्ची की बोली समझी। इससे पता चल पाया कि वह उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के एक गांव की हो सकती है। उसकी बोली इस इलाके के एक समुदाय की बोली है। मध्य प्रदेश पुलिस, उत्तर प्रदेश पुलिस से भी संपर्क कर परिवार का पता करने का प्रयास कर रही है।

पुलिस टीम 72 घंटे के CCTV फुटेज खंगाल रही है। इस दौरान बायपास मार्ग से निकले भारी वाहनों की भी डिटेल निकलवाई जा रही है। इसमें हाटकेश्वर मार्ग के फुटेज से कुछ सुराग मिले हैं।

बच्ची की यह तस्वीर सोमवार रात 3 बजे की है, जिसमें वह स्कूल जैसी यूनिफार्म में सलामत दिख रही है।
बच्ची की यह तस्वीर सोमवार रात 3 बजे की है, जिसमें वह स्कूल जैसी यूनिफार्म में सलामत दिख रही है।

रात 3 बजे से सुबह 5 बजे के बीच हुआ दुष्कर्म

भास्कर इन्वेस्टिगेशन में पता चला है कि बच्ची से दुष्कर्म रात 3 बजे से सुबह 5 बजे के बीच हुआ है। क्योंकि रात 3 बजे मिले सीसीटीवी फुटेज में बच्ची सड़क पर सही सलामत दिखाई दे रही है। इसके बाद सुबह 5:52 बजे तिरूपति ड्रीम्स के पास वह नग्न हालत में दिखाई दे रही है। यानी दुष्कर्म इसी बीच हुआ।

अंदरूनी गंभीर चोटें आईं, ऑपरेशन करना पड़ा

​​​​​​​दुष्कर्म के बाद बच्ची को अंदरूनी गंभीर चोटें आईं हैं। इंदौर में बच्ची की सर्जरी करने वाले पीडियाट्रिक सर्जन डॉ. अशोक लड्ढा ने बताया कि बच्ची का वेजाइना से रेक्टम तक पूरा हिस्सा फट गया था। इसके लिए पैरेनियल रिकंस्ट्रक्शन ऑपरेशन करना पड़ा। बच्ची को अब तक इन्फेक्शन है। वह आईसीयू से अब बाहर है। डॉक्टर्स बोले- बच्ची से दरिंदगी अलसुबह हुई। जिस हैवानियत से उससे दुष्कर्म किया गया, उसी का नतीजा है कि वह बयान तक नहीं दे पा रही। मामले में स्लाइड, डीएनए समेत अन्य साइंटिफिक जांच होगी।

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