ग्वालियर कलेक्ट्रेट में गुर्जर उपद्रवी …. तोड़फोड़ ! दतिया, मुरैना, भिंड में दबिश की तैयारी …
दतिया, मुरैना, भिंड में दबिश की तैयारी:गुर्जर युवाओं को उकसाने वाले नेताओं की तलाश में 12 गांव में दबिश, खाली हाथ पुलिस
- 25 सितंबर को ग्वालियर कलेक्ट्रेट में की थी तोड़फोड़
25 सितंबर को महाकुंभ के बाद गुर्जर समाज ने किया था उपद्रव
ग्वालियर के फूलबाग मैदान पर 25 सितंबर को गुर्जर जागरूक यात्रा का समापन और गुर्जर महाकुंभ आयोजन किया गया था। जिसमें ग्वालियर के अलावा आसपास के शहरों और राज्यों से गुर्जर समुदाय के नेता व सदस्य इस महाकुंभ में जुड़े थे। शाम को 4 बजे महाकुंभ मंे दिए गए भडकाऊ भाषण के बाद युवा उग्र हुए और पहले फूलबाग फिर कलेक्ट्रेट पर तोड़फोड़ मचा दी थी। गुर्जर उपद्रवियों ने कलेक्टर, एसएसपी व कमिश्नर की गाड़ियों सहित करीब 200 के लगभग गाड़ियों में तोड़फोड़ मचाई थी। उपद्रवियों के सामने जो आया उसे पीटा। इनको काबू में पाने के लिए पुलिस के अश्रु गैस के गोले चलाने पड़े थे। जिसके बाद ही यह काबू में आए थे। गुर्जर उपद्रव सम्राट मिहिर भोज की चिरवाई नाका पर लगी प्रतिमा पर विवाद के बाद लगाए गए टीनशेड को हटाने की मांग रहे थे, जबकि यह मामला अभी हाईकोर्ट में है।
आठ FIR, 25 गिरफ्तार, 50 की पहचान और 700 अन्य फरार
गुर्जर उपद्रव में अभी तक 8 मामले दर्ज हो चुके हैं। जिनमें 25 उपद्रवियों को पुलिस तीन दिन में गिरफ्तार कर चुकी है। अभी तक VIDEO, CCTV फुटेज के आधार पर आधा सैकड़ा उपद्रवियों की पहचान की जा चुकी है। अभी इस मामले में लगभग 700 अन्य फरार हैं जिनकी पहचान करना शेष है।
ग्वालियर के इन गांव में दी दबिश
ग्वालियर में गुर्जर उपद्रव के बाद आठ मामले दर्ज किए गए हैं। इसमें 50 के लगभग उपद्रवियों की पहचान हो चुकी है। उपद्रव में नामजद आरोपियों की तलाश में ग्वालियर पुलिस की छह अलग-अलग टीमों ने गुर्जर बाहुल्य गांव लक्ष्मणगढ़, गिरगांव, नौगांव, नैनागिरी, केदारपुर, पारसेन, कुशराजपुर, ओड़पुरा व झाला गांव में दबिश दी है, लेकिन आरोपी यहां पर पुलिस को नहीं मिले हंै। इनके घर पर सिर्फ महिलाएं और बच्चे ही मिले हैं। अब पुलिस दूसरे जिलों में उन इलाकों में दबिश देने की तैयारी में है जो गुर्जर बाहुल्य हैं।
अब दतिया, भिंड-मुरैना और शिवपुरी में देगी पुलिस दबिश
पुलिस PM मोदी के ग्वालियर आगमन से पहले उपद्रवियों को भड़काने वाले नेताओं की पहचान कर उनको पकड़ने का प्लान बनाया है। इसके लिए पुलिस की अलग-अलग टीमें शुक्रवार से दतिया, भिंड-मुरैना और शिवपुरी के गुर्जर बाहुल्य इलाकों में दबिश देने जाएंगी। ज्यादातर उपद्रवी बाहर से ही आए थे।
अज्ञात की पहचान पुलिस के लिए चुनौती
पुलिस ने अभी तक करीब आधा सैकड़ा उपद्रव करने वालों की पहचान की है। अभी इस मामले में सात सौ अन्य लोगों की पहचान करना पुलिस के लिए टेड़ी खीर साबित हो रहा है, क्योंकि फुटेज में इनके चेहरे तो दिख रहे हैं, लेकिन यह बाहर हैं इसलिए उनको कोई पहचानता नहीं है।