चुनाव से पहले आदिवासी वोट बैंक पर राजनीति तेज ?
चुनाव से पहले आदिवासी वोट बैंक पर राजनीति तेज, CM शिवराज बोले कमलनाथ ने किया है ये ‘पाप’!
MP Assembly Election 2023: शिवराज सिंह चौहान ने दावा किया है कि बीजेपी जब भी आदिवासियों की मदद के लिए कोई घोषणा करती है तो कांग्रेस और कमलनाथ को तकलीफ होती है.
आदिवासियों की ताकत के आगे सियासत नतमस्तक, 2023 का सेहरा सजाएंगे
भाजपा ने मिशन 2023 के लिए जमीनीं तैयारियां शुरू कर दी हैं. आदिवासी वोट बैंक को मजबूत करने से जोड़कर देखा जा रहा है.
वहीं, सीएम शिवराज ने यह भी कहा, ‘ये कांग्रेस है, जिसने गरीब आदिवासी बहनों के पैसे बंद करने का पाप किया है. साल 2017 से बीजेपी सरकार बेगा, भारिया और सहरिया समुदाय की महिलाओं के खाते में एक हजार रुपये प्रति माह डालती थी, लेकिन कांग्रेस ने इस योजना को बंद कर दिया था. साथ ही संबल योजना भी बंद कर दी.’
आदिवासियों के खिलाफ अन्याय करती है कांग्रेस- सीएम शिवराज
शिवराज सिंह चौहान ने दावा किया है कि बीजेपी गरीब भाइयों-बहनों को जूते-चप्पल पहना रही है, लेकिन इससे भी कांग्रेस को तकलीफ है. कोई बहन नंगे पांव तेंदूपत्ता तोड़ने जाती थी, उसके पैर में कंकर चुभते थे, जख्म होते थे. इसलिए बीजेपी ने उन्हें जूते-चप्पल दिए, लेकिन कांग्रेस के सीने में दर्द होने लगा. इसलिए अपनी सरकार में उन्होंने आदिवासियों को जूते-चप्पल पहनाना बंद कर दिए. पानी की कुप्पी देनी बंद कर दी, साड़ी देनी बंद कर दी और बीजेपी देती है तो तकलीफ होती है.
‘सुन लें मैडम प्रियंका गांधी और कमलनाथ, हम सम्मान भी देंगे और सामान भी देंगे. हमारे दिल में आदिवासी भाई-बहनों के लिए जगह है.’ उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने लाडली बहना योजना बंद करने की भी तैयारी कर ली है. ट्वीट पर ट्वीट कर रहे हैं कि मामा चुपके से खातों में पैसा डालेंगे.’ सीएम शिवराज ने कहा कि कोई भी चलती हुई योजना बंद नहीं की जा सकती औऱ लाडली बहना योजना 1.32 करोड़ बहनों का भाग्य है.