ग्वालियर चंबल संभाग के 76 सरकारी कॉलेजों में से एकमात्र केआरजी कॉलेज में हॉस्टल की सुविधा

ग्वालियर चंबल संभाग के 76 सरकारी कॉलेजों में से एकमात्र केआरजी कॉलेज में हॉस्टल की सुविधा …

मुरैना-श्योपुर में बिल्डिंग तैयार लेकिन अब तक उपयोग नहीं, ग्वालियर में एमएलबी व साइंस कॉलेज के फाइलों में

ग्वालियर-चंबल संभाग में कॉलेज और उनके हॉस्टल की स्थिति…

ग्वालियर। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा देने के लिए ग्वालियर चंबल संभाग में 76 महाविद्यालय खोले गए हैं। इन शासकीय कॉलेजों में दूर-दराज से पढऩे के लिए विद्यार्थी भी काफी संख्या में आते हैं, लेकिन 76 में से सिर्फ ग्वालियर के शासकीय केआरजी कॉलेज में ही हॉस्टल संचालित है, जबकि ग्वालियर चंबल संभाग में अन्य कॉलेजों में कहीं भी हॉस्टल चालू नहीं है।

हैरानी की बात तो यह है कि जिन जिलों में हॉस्टल बनकर तैयार हो चुके हैं वहां पर अधिकारियों की मनमानी के चलते इनका अभी तक उपयोग शुरू नहीं हो पाया है। कॉलेज में नया शिक्षण सत्र शुरू हो चुका है, ऐसे में विद्यार्थियों को मजबूरीवश शहर में कमरा किराए पर लेकर रहना पड़ता है या फिर आसपास के गांव-शहर से अप-डाउन करते हैं। इससे उनकी कॉलेज में उपस्थिति भी प्रभावित होती है। यह सब उच्च शिक्षा विभाग की अनदेखी व लापरवाही के कारण हो रहा है। हालांकि क्षेत्रीय अधिकारी उच्च शिक्षा विभाग ने मुरैना, श्योपुर के प्राचार्य को पत्र भेजकर कॉलेज में हॉस्टल जल्द से जल्द चालू करने के लिए कहा है।

श्योपुर -शासकीय पीजी कॉलेज में छात्रावास की बिल्डिंग 8 साल पूर्व 80 लाख रुपए में बनाई गई थी, लेकिन अब तक चालू नहीं हुई।

मुरैना -शासकीय गर्ल्स कॉलेज में 2010 में 90 लाख में छात्रावास बनाया था। लेकिन लाइट, टाइल्स सहित अन्य खर्च के लिए 70 लाख रुपए विभाग से मांगे गए थे, लेकिन अनुमति नहीं मिलने से काम अटका है।

दतिया -शासकीय पीजी कॉलेज को मॉडल कॉलेज के तौर पर विकसित करने पांच साल पहले हॉस्टल बनाने का प्लान भेजा गया था। अनुमति मिलने के बाद भी काम शुरू नहीं हो पाया।

श्रीमंत माधवराव सिंधिया शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय ग्वालियर का सबसे पुराना कॉलेज है और वर्तमान में लीड कॉलेज भी है। यहां वर्ष 1999 में हॉस्टल था, जिसमें 150 विद्यार्थी रहते थे। लेकिन जिम्मेदारों द्वारा ध्यान नहीं दिए जाने से धीरे-धीरे हॉस्टल की बिल्डिंग कंडम हो गई और 2003 में हॉस्टल बंद हो गया जो आज भी बंद पड़ा हुआ है।

एमएलबी कॉलेज व वीआरजी कॉलेज में हॉस्टल प्रस्तावित है, लेकिन आज तक नहीं बना।

भगवत सहाय कॉलेज, झलकारी बाई कॉलेज में भी हॉस्टल नहीं है और विद्यार्थी कई बार मांग कर चुके है पर आज तक सुनवाई नहीं हुई।

76 में से सिर्फ केआरजी में है हॉस्टल

ग्वालियर चंबल संभाग के 76 कॉलेजों में से केआरजी कॉलेज में छात्राओं के लिए दो हॉस्टल बने हुए हैं। दोनों में 70 कमरे है और 140 छात्राओं के रहने की व्यवस्था है। केआरजी कॉलेज अंचल का सबसे बड़ा गर्ल्स कॉलेज है और करीब 16 हजार छात्राएं अध्ययनरत हैं। हालांकि छात्राओं के हिसाब से हॉस्टल में व्यवस्था की काफी कमी है।

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