होमगार्ड ड्यूटी घोटाला : एडीसी सतीश और 2 प्लाटून कमांडर समेत 5 लोग गिरफ्तार

होमगार्ड ड्यूटी घोटाले से जुड़े ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर स्थित होमगार्ड कमांडेंट कार्यालय में सोमवार रात संदिग्ध हालात में आग लगने के बाद मंगलवार को पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एडीसी सतीश, 2 प्लाटून कमांडर शैलेन्द्र और मोंटू, सतवीर और तत्कालीन होमगार्ड कमाण्डेंट राज नारायण चौरसिया शामिल हैं। राज नारायण चौरसिया फिलहाल अलीगढ़ में तैनात हैं। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।

CM योगी ने दिए जांच के आदेश

सूरजपुर स्थित होमगार्ड कमांडेंट कार्यालय में सोमवार की रात संदिग्ध हालात में आग लग गई। आग में घोटाले से संबंधित अहम फाइलें जलकर राख हो गईं। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर तीन कर्मचारियों को हिरासत में लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं। एसएसपी वैभव कृष्ण के मुताबिक शुरुआती छानबीन में पता चला है कि साजिश के तहत सबूत मिटाने के लिए आग लगाई है। फायर विभाग को आग की सूचना मंगलवार (19 नवंबर) की सुबह दी गई। जब तक फायर विभाग की टीम मौके पर पहुंची तब तक सभी दस्तावेज जलकर राख हो चुके थे। फिलहाल पुलिस ने गार्ड अनिल कुमार समेत दो अन्य सुरक्षा कर्मियों को हिरासत में लिया है।

बड़ा घोटाला सामने आया : गौतमबुद्ध नगर में होमगाड्र्स को ड्यूटी आवंटित करने और भुगतान करने में बड़ा घोटाला सामने आया है। इस घोटाले से जुड़ी पत्रावलियां सोमवार की रात होमगार्ड कमांडेंट के कार्यालय में जला दी गई हैं। अग्निकांड की जांच फोरेंसिक टीम ने की है। मौके से नमूने उठाए गए हैं।  पूरे मामले की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) करेगी।

नोएडा के एसपी सिटी विनीत जायसवाल इस मामले की जांच जुलाई से कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने सारी पत्रावलियों को कब्जे में नहीं लिया। एसपी सिटी जैसे-जैसे जांच कर रहे थे, उसके लिए जरूरी फाइलें होमगार्ड कमांडेंट के कार्यालय से ले रहे थे। अगर शुरुआत में ही सारी फाइलें जब्त कर ली जातीं तो यह नौबत नहीं आती। सोमवार (18 नवंबर) की रात होमगार्ड कमांडेंट के दफ्तर में ब्लॉक ऑर्गेनाइजर कक्ष का ताला तोड़कर दस्तावेजों में आग लगा दी गई। शासन स्तर से भी जांच समिति का गठन किया गया। समिति ने भी जांच में तत्परता नहीं दिखाई।

सुरक्षा गार्ड को हिरासत में लिया : एसएसपी ने बताया कि सोमवार की रात करीब दो बजे होमगार्ड कार्यालय के एक कमरे में रहने वाला सुरक्षा गार्ड अनिल कुमार जगा हुआ था। लेकिन बाहर से उसके कमरे का दरवाजा बंद था। आशंका है कि आग लगाने वालों ने उसके कक्ष की बाहर से कुंडी लगा दी।

एक होमगार्ड की हिम्मत से हुआ था बड़ा खुलासा
यह घोटाला एक होमगार्ड की शिकायत पर सामने आया था। होमगार्ड ने जुलाई माह में होमगार्ड ने एसएसपी को फर्जीवाड़े की शिकायत दी थी। एसएसपी ने मामले की जांच एसपी सिटी विनीत जायसवाल को सौंपी थी। इसमें शुरुआती जांच के दौरान मस्टररोल में गड़बड़ियां मिली थीं। 50 प्रतिशत से ज्यादा फर्जी ड्यूटी पकड़ी गईं जिसमें अब तक सात लाख रुपये से ज्यादा का फर्जी भुगतान सामने आ चुका है।

मुख्य द्वार फांदकर दफ्तर में घुसे
एसएसपी ने बताया कि मंगलवार (19 नवंबर) की सुबह पुलिस को सूचना मिली कि होमगार्ड कमांडेंट के कार्यालय में रखे एक बॉक्स में आग लगी है। सूचना मिलने पर दमकलकर्मी मौके पर पहुंचे। तब तक आग में होमगार्ड वेतन घोटाले से संबंधित अधिकांश दस्तावेज जल चुके थे। सूचना पर पहुंचे अफसरों ने पड़ताल की। इसमें पता चला कि आरोपियों ने मुख्य द्वार फांदकर दफ्तर में प्रवेश किया। इसके बाद दफ्तर का ताला तोड़ा और भीतर रखी अलमारी का ताला तोड़ा। उसके बाद आग लगा दी।

एक ही जगह वर्षों से तैनात
होमगाड्र्स की ड्यूटी लगाने में बड़ी धांधली चल रही है। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक ही कार्यालय और थाने में होमगाड्र्स लंबे अरसे से जमे हैं। बड़ी संख्या में ऐसे होमगाड्र्स हैं, जो पांच-पांच वर्षों से एक ही जगह तैनात हैं।

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