एजुकेशन हब में गांजा, शराब और विदेशी ड्रग्स के बाद ‘सर्पदंश’

एक और दंश… एजुकेशन हब में गांजा, शराब और विदेशी ड्रग्स के बाद ‘सर्पदंश’

एजुकेशन हब में गांजे की तस्करी से शुरू हुआ नशे का काला कारोबार विदेशी मादक पदार्थ की तस्करी के बाद स्नेक वेनम (सांप के जहर का नशा) तक पहुुंच गया है। जिले में रेव पार्टी में विदेशी महिलाओं, मॉडल के शिरकत करने और विदेशी ड्रग्स के पहले भी खुलासे होते रहे हैं। 

जिले में दो बार बड़ी संख्या में दुमई सांप पकड़े गए लेकिन लेकिन इनके जहर से नशे आदि का खेल उस दौरान अफसर उजागर नहीं कर पाए। इस बार ये खेल उजागर हो गया है। अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस और वन विभाग की टीम युवाओं को नशे की दलदल में धकेलने वाले पूरे खेल का खुलासा कर पाती है या नहीं। 

गौतमबुद्ध नगर में रेव पार्टियों के अलावा दो ड्रग्स फैक्टरियों का भी खुलासा इसी वर्ष मई में हुआ था। ड्रग्स फैक्टरियां लंबे समय से ग्रेटर नोएडा में चल रहीं थीं। इससे पहले भी यहां ड्रग्स फैक्टरियों का खुलासा हो चुका है। गौतमबुद्ध नगर में गांजा तस्करी का भी अवैध धंधा बड़े स्तर पर चल रहा है। शुरूआत में यहां केवल गांजा और शराब तस्करी बड़े स्तर पर होती थी। 

पुलिस के लिए आसान नहीं रहा पूरा नेटवर्क तोड़ना 
रेव पार्टियों का खुलासा हो या फिर ड्रग्स फैक्टरियों का भंडाफोड़। शुरुआती कार्रवाई के बाद पुलिस का मास्टर माइंड तक पहुंचना और पूरा नेटवर्क तोड़ना आज भी चुनौती है। पूर्व में पकड़ी गई रेव पार्टियों से लेकर मई में पकड़ी गईं दो ड्रग्स फैक्टरियों के मास्टर माइंड अभी तक पुलिस के लिए चुनौती बने हैं।

आरोपी माइकल बेंसन अब तक पुलिस के लिए पहेली बना है। ऐसे में सर्पदंश के मामले में पुलिस तह तक जाकर पूरे नेटवर्क को तोड़ पाएगी ये एक बड़ा सवाल है।
ड्रग्स तस्करी के बड़े खुलासे
31 मई 2021 – नोएडा सेक्टर-39 में रेव पार्टी कर रहे 15 आरोपी समेत यूक्रन की मॉडल गिरफ्तार । 
18 सितंबर 2022 – नॉलेज पार्क क्षेत्र के कॉलेज के पास से 29 लाख की ड्रग्स समेत तीन छात्राएं गिरफ्तार।
14 मई 2022 – दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ग्रेनो से दो करोड़ की कोकीन समेत दो आरोपी पकड़े।
16 मई 2023 – थीटा-2 सेक्टर के मकान से 300 करोड़ की एमडीएमए बरामद, नौ नाइजीरियाई गिरफ्तार।
23 मई 2023 – मित्रा सोसाइटी के मकान से 150 किलो ड्रग्स बरामद, तीन नाइजीरियाई गिरफ्तार।
जिले में पहले भी पकड़े जा चुके हैं सांप
पशु प्रेमी कावेरी राणा ने बताया कि दो साल पहले दो बार जिले में बड़ी संख्या में दुमई सांप पकड़े जा चुके हैं। लेकिन सांपों के जहर का रेव पार्टियों में इस्तेमाल का जिले में पहली बार खुलासा हुआ है। उन्होंने बतया कि सांप के जहर को छूना भी खतरनाक है।
अगर हाथ में कहीं हल्का कट या चोट लगे स्थान पर सांप का जहर लगना जानलेवा साबित हो सकता है। नशे के आदी हो चुके लोग और रेव पार्टियों में उत्तेजना बढ़ाने के लिए लोग ऐसे नशे का इस्तेमाल करते हैं। कुछ अन्य नशे की तरह सांप के जहर से भी उत्तेजना बढ़ाने के दावे किए गए हैं, लेकिन इसकी कोई पुष्टि नहीं है। 
एनसीबी समेत केंद्रीय एजेंसियां को लिखे पत्र, टीम गठित
मामले में एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो), वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो जैसी केंद्रीय एजेंसियों को पत्र लिखे गए हैं। केंद्रीय स्तर भी इस प्रकरण की जांच की जा सकती है। वरिष्ठ अधिकारी की अध्यक्षता में जांच के लिए टीम बनाई गई है।

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