लगभग 50 हजार यात्रियों का रोज होता है आना-जाना !
लगभग 50 हजार यात्रियों का रोज होता है आना-जाना …
यात्रियों से प्रतिमाह 6 करोड़ रुपए की आय, 5 हजार कर्मचारी और रेलवे अस्पताल भी लेकिन एंबुलेंस नहीं
दक्षिण एक्सप्रेस में कुलपति रणजीत सिंह की हार्ट अटैक से मौत के बाद रेलवे की लापरवाही फिर चर्चा में हैं। ग्वालियर रेवले स्टेशन पर प्रतिदिन 50 हजार यात्री यात्रा करते हैं। इन यात्रियों से रेलवे को एक माह में 6 करोड़ रुपए की आय होती है। ग्वालियर में लगभग 5 हजार रेलवे कर्मचारी भी है। इसके अलावा ग्वालियर उन शहरों में शामिल हैं, जहां रेलवे का अस्पताल भी है, लेकिन इन सबके बाद भी आपात स्थिति के लिए एक भी एंबुलेंस नहीं है।
एंबुलेंस के लिए पूर्व में भी मांग उठी है और संगठनों व जनप्रतिनिधियों ने रेलवे को पत्र भी लिखे, लेकिन रेलवे प्रबंधन ने कोई सुनवाई नहीं की। रेलवे के झांसी मंडल के प्रमुख ग्वालियर स्टेशन से प्रतिदिन ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों की स्वास्थ्य बिगड़ने के लगभग 10 मैसेज रेलवे के मिलते हैं। इनमें एक से दो मरीज ऐसे भी होते हैं जिन्हें एंबुलेंस की आवश्यकता पड़ती है। जिले में रेलवे के लगभग 5 हजार कर्मचारी हैं और स्टेशन पर 50 हजार यात्रियों को प्रतिदिन का आना-जाना है। इसके बाद भी रेलवे एक एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं कर पा रहा है।
हमारी मांग मान लेते तो मिल जाती एंबुलेंस
रेलवे के उच्च अधिकारियों से एंबुलेस के लिए कई बार पत्र व्यवहार किया है। यदि हमारी मांग समय पर मान ली होती तो उस दिन कुलपति को एंबुलेंस मिल जाती।
मंडल अध्यक्ष एनसीआरईएस
अब रेलवे अफसर बोले पता लगा रहे हैं
रेलवे के मंडल जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि दक्षिण एक्सप्रेस में कुलपति रणजीत सिंह के मामले में रेलवे अब संबंधित कर्मचारियों को चिन्हित कर रही है। ट्रेन के अंदर कुलपति जिस एस-2 कोच में थे उसमें तैनात टीटीई ने क्या प्रयास किए, कुलपति की स्थिति बिगड़ने की सूचना कैसे दी गई दी इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
अधिकारियों ने भरोसा दिया, एंबुलेंस नहीं
ग्वालियर स्टेशन पर एंबुलेंस की मांग के लिए झांसी मंडल को पत्र लिखा था। इस पर रेलवे के अधिकारियों ने एंबुलेंस की व्यवस्था कराने का भरोसा दिया था।