जमीन घोटाला, दिल्ली में हेमंत सोरेन के घर पहुंची ED ?
जमीन घोटाला, दिल्ली में हेमंत सोरेन के घर पहुंची ED !
CM कहां गए, नहीं पता; रांची में CM हाउस और BJP ऑफिस की सुरक्षा बढ़ाई गई
जमीन घोटाले में घिरे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। जांच एजेंसी ED सोमवार को उनसे पूछताछ के लिए दिल्ली स्थित आवास पहुंची, हालांकि वे यहां नहीं मिले। एजेंसी यहां जरूरी कागजात खंगाल रही है।
सूत्र बता रहे हैं कि हेमंत सोरेन ने ईडी को ईमेल पर पूछताछ के लिए समय दिया है। ईडी की कार्रवाई के विरोध में JMM कार्यकर्ता रांची के मोरहाबादी इलाके से सीएम हाउस होते हुए राजभवन के लिए निकले हैं।
झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री आज जवाब नहीं दे रहे हैं तो उन्हें कल जवाब देना होगा। एक सच्चे नागरिक के रूप में हमें आज्ञा माननी चाहिए। कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत संतोषजनक नहीं है। मैं ये बात कई बार व्यक्त कर चुका हूं। कार्रवाई तो करनी ही पड़ेगी।
इधर, सोरेन कहां हैं, इसकी जानकारी भी आधिकारिक तौर पर किसी को नहीं है। वे 27 जनवरी की रात 11:30 बजे दिल्ली स्थित आवास पहुंचे थे। देर रात उन्होंने पार्टी नेताओं और करीबियों के साथ बैठक भी की थी। वे अपने पिता और राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन के आवास पर भी नहीं है।
इधर, इस बात की भी चर्चा है कि सोरेन की गिरफ्तारी हो सकती है। इसे देखते हुए झारखंड में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। रांची स्थित CM हाउस के अलावा भाजपा ऑफिस और बड़े नेताओं के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिसकर्मियों की छुटि्टयां भी रद्द कर दी गई हैं।
झारखंड में CM हाउस और भाजपा दफ्तर की सुरक्षा बढ़ाई गई
महागठबंधन के विधायकों की बैठक बुलाई गई
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की अटकलों को लेकर महागठबंधन के विधायकों को सोमवार को रांची बुलाया गया है। ये विधायक दोपहर 3 बजे बैठक करेंगे और आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे। बिहार में कल हुए सियासी उलट-फेर के बीच इस बैठक को अहम माना जा रहा है।
इससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राजभवन में बीटिंग रिट्रीट समारोह में शामिल होने के बाद देर शाम दिल्ली पहुंच गए थे। हेमंत सोरेन दिल्ली किससे मिलने गए, इसे लेकर भी कई तरह के कयास थे। ED ने हेमंत सोरेन से पूछताछ के लिए 10वां समन भेजा और 31 जनवरी से पहले मौजूद रहने को कहा। इस बीच CM दिल्ली रवाना हो गए तो ED की टीम उनके आवास पहुंच गई।
निशिकांत दुबे ने सोरेन पर साधा निशाना
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया पर लिखा कि मैंने पहले ही कहा था कि झारखंड सरकार का महाधिवक्ता मेरे झारखंड के आन बान और शान वीर शिबू सोरेन जी के बेटे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी को भगौड़ा घोषित कर देगा। आज मेरी बात सही साबित होती दिख रही है। मीडिया की खबरों के अनुसार या तो हेमंत सोरेन जी भाग गए दिल्ली से या तो बीमार हो गए या तो अपहरण हो गया। झारखंड के राज्यपाल जी को उनके सुरक्षा अधिकारी को बर्खास्त करना चाहिए। झारखंड की नाक कट गई।
भाजपा बोली- जांच से भाग रहे हेमंत सोरेन
दिल्ली में ED की कार्रवाई पर झारखंड भाजपा के प्रवक्ता प्रत्तुल शाहदेव ने कहा- हेमंत सोरेन पर भ्रष्टाचार का मामला है। वे जांच से क्यों भाग रहे हैं। महागठबंधन के नेता इसे बेवजह राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। CM आवास पर हुई रेड से साफ है कि यह तो होना तय था।
20 जनवरी को CM हाउस में साढ़े 7 घंटे हुई पूछताछ
इससे पहले ED ने 20 जनवरी को CM हाउस में हेमंत सोरेन से करीब साढ़े 7 घंटे पूछताछ की थी। तब एजेंसी ने उनसे सोर्स ऑफ इनकम और आयकर रिटर्न में दिए गए ब्योरे संबंधित सवाल किए थे।यह पूछताछ DAV बरियातू के पीछे स्थित 8.46 एकड़ जमीन से जुड़ी हुई थी।
पूछताछ के बाद CM सोरेन ने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा था कि मैंने ED के सभी सवालों के जवाब दिए हैं। आगे भी पूछताछ होती है तो मैं जवाब देने को तैयार हूं। इसके बाद ED ने उन्हें दूसरी बार पूछताछ के लिए 27 से 31 जनवरी के बीच समय और स्थान बताने को कहा था।
ऐसे हुआ था स्कैम का खुलासा
जमीन से जुड़े मामले को लेकर खुलासा तब हुआ जब रांची के अफसर अली को ईडी ने गिरफ्तार किया। इससे पहले साल 2022 के चार नवंबर को जमीन घोटाले में विष्णु अग्रवाल के कई ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की थी। बाद में तीन बार विष्णु अग्रवाल को पूछताछ के लिए समन भेजा गया।
जमीन के तमाम मामलों के साथ चेशायर होम रोड की जमीन की खरीद में हेमंत सोरेन का नाम सामने आया था। जांच में ईडी ने पाया कि जमीन की इस डील में प्रेम प्रकाश की भूमिका भी सामने आई थी। वहीं पुगडू में 9.30 एकड़ खास महल जमीन की खरीद में भी फर्जीवाड़े की बात सामने आई थी।
CM पर कैसे कसा शिकंजा
19 जुलाई साल 2022 को गिरफ्तार किए गए मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के घर पर 8 जुलाई को छापेमारी के दौरान ईडी को सीएम हेमंत सोरेन के बैंक खाते से जुड़ी चेक बुक मिलने की खबर सामने आई थी। ईडी के पास कई और भी ऐसे सबूत हैं जिनके संबंध में मुख्यमंत्री से सवाल किए जाने हैं।
ED ने PMLA कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में जिक्र किया है कि 2 ब्लैंक चेक पर मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर भी थे। प्रेम प्रकाश की गिरफ्तारी के बाद भी कई खुलासे हुए हैं। अब जमीन घोटाला मामले में भी CM और उनके परिवार का नाम सामने आ रहा है।
दो ग्राफिक्स में अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपी…
वो अहम सवाल जिनके जवाब जनना है जरूरी…
सवाल- कितने समन के बाद ईडी किसी के खिलाफ वारंट जारी कर सकती है
जवाब- पटना हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट रामाकांत शर्मा कहते हैं कि ये कोर्ट के सैटिस्फैक्शन पर तय करता है। कोर्ट चाहे तो दूसरे समन के बाद भी वारंट जारी कर सकती है। समन को इग्नोर करने के बाद उपस्थिति अनिवार्य करने के लिए वारंट इश्यू किया जा सकता है। अगर कोई बार-बार पूछताछ में आने से बच रहे हैं तो कोर्ट के पास अधिकार है कि उन्हें पूछताछ के लिए वारंट जारी करे।
सवाल- वारंट के अलावा किस तरह की कार्रवाई ईडी कर सकती है?
जवाब- रामाकांत शर्मा बताते हैं, ईडी के पास प्रॉपर्टी अटैच करने का भी अधिकार है। केस में जिस प्रॉपर्टी के आधार पर पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है उसे टेंपरेरी अटैच किया जा सकता है। ये कोर्ट का पावर है। कोर्ट ऑफ लॉ से भागने का अधिकार किसी को नहीं है।
सवाल- क्या ईडी हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर सकती है?
जवाब- झारखंड हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट ए अल्लाम कहते हैं कि ईडी को हेमंत सोरेन को इस आधार पर गिरफ्तार करने का अधिकार नहीं है कि वो स्टेटमेंट नहीं दे रहे हैं। किसी भी मामले में क्रिमिनल केस बनता है कि ई़डी के पास स्टेटमेंट रिकॉर्ड करने का अधिकार है।
सवाल- क्या पूछताछ में सहयोग नहीं करने को आधार बनाकर भी केस दर्ज किया जा सकता है?
जवाब- ए अल्लाम कहते हैं कि अगर ईडी के पास इतना मैटीरियल है कि अगर कोई व्यक्ति पूछताछ के लिए नहीं आते हैं तो ईडी एफआईआर दर्ज कर सकती है। क्योंकि मामला सीएम का है तो केस दर्ज करने के बाद वो इसकी अनुमति के लिए राज्यपाल को चिट्ठी भेजेगी। राज्यपाल की अनुमति मिलती है तो हर हालत में हेमंत सोरेन को स्टेप डाउन करना होगा।