ग्वालियर : टाउन एंड कंट्री प्लानिंग ग्वालियर का दफ्तर विवादों में …..

टाउन एंड कंट्री प्लानिंग ग्वालियर का दफ्तर विवादों में …..
भ्रष्टाचार के मामले में जिस सहायक संचालक को नोटिस, चौथे दिन उन्हें भोपाल से मिली ज्वाइंट डायरेक्टर की कुर्सी
टाउन एंड कंट्री प्लानिंग ग्वालियर का दफ्तर फिर विवादों में है। इस बार यहां भ्रष्टाचार की शिकायत को लेकर जारी नोटिस और उसके बाद भोपाल से अफसरों की अदला-बदली से मामला गर्माया है। दरअसल, भ्रष्टाचार की एक शिकायत पर संयुक्त संचालक (ज्वाइंट डायरेक्टर) जयवर्धन राय ने सहायक संचालक कृष्णकांत कुशवाह व कंसल्टेंट चंद्रप्रकाश बंसल को नोटिस देकर 15 दिन में जवाब मांगा था। 23 फरवरी को जारी नोटिस के बाद विभाग में माहौल गर्माया था और मंगलवार देर शाम भोपाल से जयवर्धन राय का तबादला आदेश आ गया।

विभाग के सह आयुक्त सह संचालक श्रीकांत बनोठ ने राय से ग्वालियर के ज्वाइंट डायरेक्टर का प्रभार वापस लेते हुए इसे कुशवाह को दे दिया। जिनसे भ्रष्टाचार की शिकायत पर स्पष्टकीरण मांगा गया है। विभागीय मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का कहना है कि इस तरह कोई कार्रवाई हुई है तो उसकी जानकारी मुझे नहीं है। मैं जानकारी संबंधित अधिकारियों से लेता हूं। उसके बाद जो भी उचित होगा, वह कार्रवाई करेंगे।

ऐसे हुई अफसरों में जोर-आजमाइश

नोटिस: ज्वाइंट डायरेक्टर जयवर्धन राय ने 23 फरवरी 2024 को सहायक संचालक कृष्णकांत कुशवाह और कंसल्टेंट चंद्रप्रकाश बंसल को नोटिस दिया कि मैं (जयवर्धन राय) 30 दिसंबर 2023 से 28 जनवरी 2024 तक स्वीकृत अवकाश पर था और इस दौरान ज्वाइंट डायरेक्टर का प्रभार शासन द्वारा सहायक संचालक कृष्णकांत कुशवाह को दिया गया थ। इस अवधि के दौरान शिकायतकर्ता आेमप्रकाश गुप्ता द्वारा आप (कृष्णकांत व चंद्रप्रकाश) के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत की गई है।

आदेश: मंगलवार देर शाम विभाग के सह आयुक्त सह संचालक, मप्र श्रीकांत बनोठ ने आदेश जारी किया कि भोपाल कार्यालय के सहायक संचालक जयवर्धन राय को दिए गए ग्वालियर के प्रभार से मुक्त किया जाता है। यह प्रभार ग्वालियर कार्यालय में पदस्थ सहायक संचालक कृष्णकांत कुशवाह को आगामी आदेश तक दिया जा रहा है। बनोठ ने उक्त आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू करने का उल्लेख भी किया है।

विसंगति: ज्वाइंट डायरेक्टर का प्रभार देने के लिए जो आदेश जारी हुआ है। वह सह आयुक्त श्रीकांत बनोठ द्वारा अपने ही स्तर से जारी किया गया है। जुलाई 2023 में जयवर्धन राय का आदेश भी नगरीय विकास एवं आवास विभाग के उप सचिव हर्षल पंचाेली ने जारी किया था।

30 हजार रिश्वत ली, काम भी गलत किया

गुढ़ी-गुढ़ा का नाका के ओमप्रकाश गुप्ता ने 18 जनवरी को टीएंडसीपी कार्यालय में शिकायत देकर बताया था कि हमारा मकान सड़क किनारे है। जो कि 80%आरसीसी का बना है और उसका व्यवसायिक बनाने के लिए पुननिर्माण स्वीकृति के लिए आवेदन किया था। जो खारिज हो गया और फिर से जब कार्यालय में संपर्क किया तो मुझे कहा गया कि बंसल कंसल्टेंट के माध्यम से पुन: आवेदन प्रस्तुत करें। जिसके बाद मैंने बंसल कंसल्टेंट के जरिए 2 दिसंबर 2023 को आवेदन किया।

इस दौरान मैंने बंसल को बताया था कि ग्राउंड कवर एरिया 80 प्रतिशत है और इससे कम नहीं करना। बंसल ने मुझे 58.3 वर्गफीट कवर ग्राउंड एरिया पर राजी कर लिया। फिर 11 जनवरी 2024 को विभाग के इंजीनियर भी बंसल के साथ आए और ओके रिपोर्ट तैयार कर दी। बंसल ने 12 जनवरी को मुझे कहा- राय साहब छुट्टी पर हैं और चार्ज कुशवाह पर है, वो काम के 60 हजार रुपए मांग रहे हैं।

मैंने रिश्वत का मना किया, लेकिन बाद में 30 हजार रुपए पर बात हुई और 13 जनवरी को बंसल ने स्वीकृति आदेश मुझे वाट्सएप कर दिया। जिसमें ग्राउंड कवर एरिया 24.3 वर्गमीटर दिखाया गया है। जबकि मेरा मकान 1400 वर्गफीट पर बना हुआ है। जब बंसल को मैंने बोला तो उन्होंने कहा कि जितने पैसे दिए हैं उतने ही हिसाब से काम होता है। गुप्ता ने कहा कि यहां न्याय नहीं मिला तो मैं सीएम हाउस तक जाऊंगा।

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