डोनाल्ट ट्रंप की रूस को चेतावनी, 2020 के चुनावों में दखल की कोशिश ना हो
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस को 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप करने की किसी भी कोशिश के खिलाफ आगाह किया और साथ ही उससे यूक्रेन के साथ अपने संघर्ष को हल करने का अनुरोध किया। अमेरिका की तरफ से ये चेतावनी ट्रंप और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के बीच मंगलवार (10 दिसंबर) को हुई मुलाकात के बाद आई। ट्रम्प ने यह चेतावनी तब दी है जब एक दिन पहले न्याय विभाग की निगरानी संस्थान ने कहा कि ट्रम्प के राष्ट्रपति पद के चुनाव प्रचार अभियान और रूस के बीच गठजोड़ की जांच शुरू करने का संघीय जांच ब्यूरो का फैसला सही था।
ट्रम्प इस जांच को दुर्भावनापूर्ण रूप से साजिश रचने वाला बताकर इसकी आलोचना करते रहे हैं और उन्होंने कहा कि एफबीआई को इसकी जांच कभी शुरू नहीं करनी चाहिए थी। व्हाइट हाउस ने ट्रम्प व लावरोव के बीच मुलाकात के बाद एक बयान में कहा, ”राष्ट्रपति ट्रम्प ने अमेरिकी चुनावों में हस्तक्षेप करने की किसी भी कोशिश के खिलाफ रूस को आगाह किया और उससे यूक्रेन के साथ अपने संघर्ष को हल करने का अनुरोध किया।”
बहरहाल, लावरोव ने कहा कि उन्होंने बैठक के दौरान अमेरिकी चुनावों पर चर्चा नहीं की। यह ट्रम्प और लावरोव के बीच दूसरी बैठक थी। इससे पहले लावरोव मई 2017 में अमेरिका आए थे जब ट्रम्प ने एफबीआई निदेशक जेम्स कोमे को बर्खास्त किया ही था। कोमे उस समय अमेरिकी चुनावों में रूस की हस्तक्षेप की जांच कर रहे थे। बैठक के दौरान ट्रम्प ने वैश्विक शस्त्र नियंत्रण संधि को समर्थन देने पर जोर दिया जिसमें न केवल रूस शामिल हो बल्कि चीन भी हो।
उन्होंने रूस से ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने के उनके प्रशासन के प्रयासों को समर्थन देने का भी अनुरोध किया। साथ ही यह सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया कि उत्तर कोरिया परमाणु निरस्त्रीकरण के उद्देश्य को हासिल करें। व्हाइट हाउस ने कहा, ”ट्रम्प और लावरोव ने चीन के साथ संबंधों की समीक्षा भी की। ट्रम्प ने चीन के साथ निष्पक्ष तथा पारस्परिक व्यापार की जरूरत भी दोहराई।”
व्हाइट हाउस के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि रूस के साथ बेहतर संबंधों से दोनों देशों के बीच व्यापार भी बढ़ेगा। इससे पहले लावरोव ने अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने इस मुलाकात का उद्देश्य द्विपक्षीय संबंध बेहतर बनाना बताया। पोम्पिओ ने बताया कि उन्होंने आतंकवाद एवं मादक पदार्थ रोधी सहयोग, अफगानिस्तान, सीरिया, यूक्रेन और वेनेजुएला समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।