मंत्री के बेटे की गुंडागर्दी !

भोपाल के पॉश इलाके में मंत्री के बेटे की गुंडागर्दी ….
पुलिस को वर्दी उतरवाने की धमकी दी; सीएम डॉ. मोहन ने लगाई फटकार

बेटे की गुंडागर्दी पर सीएम डॉ. मोहन, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने मंत्री पटेल को फटकार लगाई है। - Dainik Bhaskar

बेटे की गुंडागर्दी पर सीएम डॉ. मोहन, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने मंत्री पटेल को फटकार लगाई है।

स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के बेटे अभिज्ञान पटेल ने शनिवार रात को भोपाल में रेस्त्रां संचालक दंपती से मारपीट और थाने में हंगामे के दौरान जो उत्पात मचाया था, वह मामला रविवार को भी छाया रहा। शनिवार देर रात मंत्री पुत्र पर गाली-गलौज, मारपीट, जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज कर लिया गया।

इधर, बेटे की गुंडागर्दी पर सीएम डॉ. मोहन यादव, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने पटेल को फटकार लगाई है।

मंत्री पुत्र अभिज्ञान के दोस्त की शिकायत पर रेस्त्रां संचालक दंपती और कुक के खिलाफ साधारण मारपीट का मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले बेटे को हिरासत में लेने की जानकारी मिलते ही थाने पहुंचे मंत्री पटेल भी आपा खो बैठे और अभद्र व्यवहार करते हुए पुलिसकर्मियों की वर्दी उतरवाने की धमकी तक दे डाली थी। दो घंटे बाद ही 4 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया।

थाने पहुंचते ही भड़के मंत्री पटेल

दरअसल, घटना की जानकारी मिलते ही पटेल रात करीब 9:30 बजे समर्थकों के साथ थाने पहुंचे थे। तब उनके बेटे और रेस्त्रां संचालक दंपती को मेडिकल के लिए भेजा गया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, थाने पहुंचते ही मंत्री पटेल भड़क गए। उनका कहना था कि मंत्री के बेटे के साथ पुलिस का यह व्यवहार है तो आम जनता के साथ क्या करती होगी? बेटे के साथ जिन लोगों ने मारपीट की है, उनके खिलाफ एफआईआर होनी चाहिए। उन पुलिस वालों को भी सस्पेंड किया जाए, जिन्होंने बेटे को बेरहमी से मारा है।

थाना प्रभारी केबिन में बुला रहे थे

थाना प्रभारी रघुनाथ सिंह उन्हें समझा रहे थे कि आप कमरे में अंदर तो आएं, लेकिन मंत्री ने कहा कि सीनियर अफसरों से ही बात करूंगा। मेरे बेटे को मारने की हिम्मत कैसे हुई? कुछ देर बाद एसीपी मयूर खंडेलवाल, एडि. डीसीपी रश्मि अग्रवाल दुबे, डीसीपी प्रियंका शुक्ला भी पहुंची तो मंत्री पटेल का गुस्सा शांत हुआ।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- ऐसी हरकतों से कड़े निर्णय लेने पड़ सकते हैं

बेटे अभिज्ञान नरेंद्र पटेल की गुंडागर्दी पर स्वास्थ्य राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल को प्रदेश भाजपा संगठन ने फटकार लगाई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने मंत्री पटेल को फटकार लगाई है। उन्हें साफ कर दिया गया है कि चुनाव के वक्त इस तरह की हरकतों से पार्टी की छवि को नुकसान हो सकता है।

बताया जाता है कि बीती रात जब मंत्री थाने में थे उसी समय मुख्यमंत्री निवास से आए एक फोन के बाद वे अचानक वहां से रवाना हो गए थे। प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने तो उन्हें राजनीतिक करियर का हवाला देते हुए कहा कि पहली बार विधायक बनने पर ही अब तक की छवि के आधार पर आपको मंत्री बनाया गया है, लेकिन ऐसी हरकतों से संगठन को कड़े निर्णय लेना पड़ सकते हैं। हितानंद शर्मा ने भी लगभग इन्हीं शब्दों में उन्हें फटकार लगाई है।

जान से मारने की कोशिश की धारा नहीं जोड़ी

अभी धारा 294, 324, 506, 34 के तहत मामला दर्ज किया है। इन धाराओं में 3 साल कारावास या जुर्माने की सजा है। जान से मारने की कोशिश (307), महिला से अभद्रता (354) की धाराएं नहीं लगाईं।

पीड़ित महिला आलिशा सक्सेना।
पीड़ित महिला आलिशा सक्सेना।

5-6 लड़के और 5-6 लड़कियां थी, सभी नशे में थे

अम्मा बाबूजी रसोई रेस्टोरेंट की संचालिका आलिशा सक्सेना ने बताया कि मंत्री के बेटे के साथ 5-6 लड़के और 5-6 लड़कियां थी। सभी शराब के नशे में थे। वे रेस्त्रां के सामने एक युवक से मारपीट कर रहे थे। मैंने रोका तो मुझसे गाली-गलौज की। रॉड से मेरे सिर पर मारा। मेरे पति डेनिस मार्टिन बचाव करने आए उनके सिर पर गमला मारा। रॉड से हमला किया। कुक सीताराम को भी पीटा। पति के सिर में 6 टांके आए हैं। मंत्री के दबाव में पुलिस ने साधारण धाराओं में केस दर्ज किया है।

गुलमोहर की जी-3 सेक्टर के पार्क पर मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कब्जा कर लिया है। यहां उनकी गाड़ियां खड़ी होती हैं। यहां उन्होंने बैनर भी लगा रखे हैं। यदि पार्क में कोई जाने की कोशिश करता है तो उसे बाहर ही रोक दिया जाता है।
गुलमोहर की जी-3 सेक्टर के पार्क पर मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कब्जा कर लिया है। यहां उनकी गाड़ियां खड़ी होती हैं। यहां उन्होंने बैनर भी लगा रखे हैं। यदि पार्क में कोई जाने की कोशिश करता है तो उसे बाहर ही रोक दिया जाता है।

गुलमोहर में पार्क पर मंत्री का कब्जा

मंत्री नरेंद्र पर गुलमोहर की जी-3 सेक्टर के सार्वजनिक पार्क पर मंत्री नरेंद्र द्वारा कब्जे का मामला सामने आया है। दरअसल, जी-3 सेक्टर के लिए इस पार्क का निर्माण हुआ था, लेकिन यहां मंत्री नरेंद्र द्वारा अपनी गाड़ियां खड़ी की जा रही हैं। इसके अलावा पूरे पार्क में उनके बैनर लगे हुए है। यहां टीन का शेड लगाकर मंत्री के लोगों के बैठने की व्यवस्था भी की गई है।

गुलमोहर कॉलोनी के अध्यक्ष ललित यादव का कहना है कि कॉलोनी में लगभग 2 हजार लोग रहते हैं। उनकी सुविधा के लिए यहां पार्क का निर्माण किया गया था। नरेंद्र शिवाजी पटेल के मंत्री बनने के बाद से पूरे पार्क पर कब्जा कर लिया गया है। पार्क के अंदर मंत्री नरेंद्र के लोग बैठे रहते हैं। यदि कोई कॉलोनी का बच्चा या सदस्य अंदर जाने की कोशिश करता है, तो उनको अंदर नहीं जाने दिया जाता है। इसको लेकर कई बार शिकायत की है, लेकिन कभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इस मामले पर बात करने के लिए भास्कर संवाददाता ने कई बार कॉल लगाया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

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MP के मंत्री के बेटे ने दंपती को पीटा …..
पीड़ित के साथ थाने पहुंचे पीसीसी चीफ; मंत्री पुत्र से अभद्रता के आरोप में 4 पुलिसकर्मी सस्पेंड

रविवार सुबह कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी घायल दंपती और मीडियाकर्मी को लेकर शाहपुरा थाने पहुंचे। उन्होंने एसीपी मयूर खंडेलवाल से पूछा- जब होटल संचालक के सिर में सात टांके आए हैं तो धारा 307 (हत्या के प्रयास का मामला) क्यों नहीं लगाई? पुलिसकर्मियों को क्यों सस्पेंड किया गया? पत्रकार की एफआईआर क्यों नहीं लिखी गई?

इसके जवाब में थाना प्रभारी रघुनाथ सिंह ने कहा- पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने की हमें जानकारी नहीं है। मामले में जांच के बाद धाराएं बढ़ाई जाएंगी।

दोपहर करीब 3 बजे एसीपी खंडेलवाल ने बताया कि एसआई जय कुमार, आरक्षक नरेश गुर्जर सहित दो अन्य पुलिसकर्मियों को थाने के सीसीटीवी फुटेज और बयानों के आधार पर सस्पेंड किया गया है।

एसआई ने कहा- मंत्री पुत्र के आरोप निराधार

एसआई जयकुमार ने कहा, ‘अभिज्ञान पटेल और उसके साथी थाने में दंपती से अभद्रता कर रहे थे। अपशब्द कह रहे थे। मना करने पर पुलिसकर्मियों से भी बदसलूकी की। परिस्थिति के आधार पर हमने तात्कालिक कार्रवाई की। पुलिस पर मारपीट करने के आरोप निराधार है। सस्पेंशन की जानकारी मुझे सोशल मीडिया से ही मिली है। कोई ऑफिशियल ऑर्डर अब तक नहीं मिला है।’

शनिवार रात करीब 10.30 बजे शाहपुरा थाने में बैठे मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल। इस दौरान उनके समर्थक भी मौजूद थे।

शनिवार रात करीब 10.30 बजे शाहपुरा थाने में बैठे मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल। इस दौरान उनके समर्थक भी मौजूद थे।

सिग्नल पर गाड़ी रोकने को लेकर विवाद

शाहपुरा पुलिस के मुताबिक, राज्यमंत्री पटेल का बेटा अभिज्ञान पटेल त्रिलंगा इलाके में घूम रहा था। ट्रैफिक सिग्नल के पास गाड़ी रुकने पर मीडियाकर्मी विवेक सिंह से उसका विवाद हो गया। अभिज्ञान और उसके साथ मौजूद लड़कों ने विवेक के साथ मारपीट शुरू कर दी।

यह देख वहीं मेन रोड पर मौजूद रेस्टोरेंट संचालक डेनिस मार्टिन उर्फ सोनू अपनी पत्नी आलिशा के साथ बाहर निकले और बीच-बचाव करने लगे। इस पर अभिज्ञान और उसके समर्थकों ने सोनू और उनकी पत्नी के साथ मारपीट की। सोनू के सिर पर चोटें आई हैं।

सोनू अपनी पत्नी के साथ शिकायत करने थाने पहुंचे तो पीछे-पीछे अभिज्ञान भी आ गया। थाने में उनके बीच विवाद हो गया। पुलिस ने शांत रहने को कहा तो अभिज्ञान स्टाफ से उलझ गया। झगड़े में अभिज्ञान को भी चोट आई है। पुलिस ने देर रात सभी घायलों का मेडिकल कराया।

पुलिस बोली- जांच के बाद करेंगे कार्रवाई

एसीपी मयूर खंडेलवाल का कहना है- चारों पर मारपीट के आरोप लगे हैं। जांच कर रहे हैं। थाने के फुटेज चेक करेंगे। इसके बाद कार्रवाई करेंगे। पुलिसकर्मियों सहित दूसरे पक्ष के बयान भी दर्ज करेंगे।

शाहपुरा थाने के टीआई रघुनाथ सिंह के मुताबिक, दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी। अभिज्ञान मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल का बेटा है। विवाद के बाद मंत्री भी थाने आ गए थे। दूसरे पक्ष के तीन लोगों पर भी मामला दर्ज किया गया है।

भास्कर ने मंत्री नरेंद्र पटेल से बातचीत की कोशिश की लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

शनिवार देर रात रेस्टोरेंट संचालक सोनू को मेडिकल के लिए शाहपुरा थाने की पुलिस अस्पताल लेकर पहुंची।

शनिवार देर रात रेस्टोरेंट संचालक सोनू को मेडिकल के लिए शाहपुरा थाने की पुलिस अस्पताल लेकर पहुंची।

मंत्री समर्थकों ने पुलिस पर लगाए आरोप

पुलिसकर्मियों ने अभिज्ञान और उसके दोस्तों के साथ सख्ती करते हुए फटकार लगा दी। इस बात की जानकारी लगते ही मंत्री पटेल अपने समर्थकों और पार्षदों के साथ शाहपुरा थाने पहुंच गए। मंत्री समर्थकों का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने अभिज्ञान और उसके दोस्तों के साथ मारपीट की है।

नाराज मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने आला अधिकारियों से पुलिस के रवैये की शिकायत की। एक CCTV फुटेज भी सामने आया है।

मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के थाने पहुंचने की खबर लगते ही उनके कई समर्थक यहां पहुंच गए।

मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के थाने पहुंचने की खबर लगते ही उनके कई समर्थक यहां पहुंच गए।

शाहपुरा थाने में भी हुआ हंगामा

रेस्टोरेंट संचालक डेनिस मार्टिन उर्फ सोनू की पत्नी आलिशा ने बताया कि शाहपुरा थाने में भी मंत्री के बेटे ने अभद्रता की। पुलिस ने उसे समझाने की कोशिश की। जब नहीं माना तो पुलिस ने अभिज्ञान और उसके साथियों को थाने से बाहर कर दिया।

वहीं, अभिज्ञान और उसके साथियों ने थाने में बताया कि आलिशा के पति डेनिस और उनके कर्मचारियों ने भी मारपीट की है। इससे दो लोगों को चोट आई है। इन दोनों का मेडिकल कराया गया है। पुलिस का कहना है कि उनकी शिकायत पर भी कार्रवाई की जा रही है।

पीड़ित आलिशा ने बताया- लड़कों ने मुझे गाली दी और हाथापाई की।

पीड़ित आलिशा ने बताया- लड़कों ने मुझे गाली दी और हाथापाई की।

पीड़ित महिला बोली- मंत्री के बेटे ने रॉड मारी

रात करीब 1:25 बजे मामले में पहली FIR आलिशा की शिकायत पर दर्ज की गई। रेस्टोरेंट संचालक की पत्नी अलीशा ने पुलिस को बताया- 30 मार्च रात 8.00 बजे की बात है। मैं अपने रेस्टोरेंट में थी। मैंने देखा कि कुछ लोग एक लड़के की पिटाई कर रहे हैं। मैंने पूछा कि क्यों मार रहे हो? उन लड़कों ने मुझे गाली दी और हाथापाई की। एक लड़का कहने लगा- मैं मंत्री का बेटा हूं। अभिज्ञान पटेल नाम है मेरा, तू मेरा क्या बिगाड़ लेगी? तेरा रेस्टोरेंट तोड़ देंगे। तुझे गायब कर देंगे। उसने मेरे सिर पर रॉ़ड मारी। मेरा चश्मा टूट गया।

मेरे पति बचाने आए तो उसने और उसके साथ के लड़कों ने पति के भी सिर पर गमला और रॉड मार दी। हमें बचाने रेस्टोरेंट कर्मचारी सीताराम आए। लड़कों ने उन्हें भी मारा। इसके बाद हम थाने आए। हमारे पीछे वो लोग भी आ गए। सभी लड़के धमकी देने लगे। वो कह रहे थे- हम देख लेंगे, कैसे रेस्टोरेंट चलाती हो?

पीड़ित दंपती से पूरा घटनाक्रम जानते पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और कांग्रेस नेता पीसी शर्मा।

पीड़ित दंपती से पूरा घटनाक्रम जानते पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और कांग्रेस नेता पीसी शर्मा।

पीड़ित दंपती से मिलने पहुंचे पीसीसी चीफ

पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने रविवार सुबह पीड़ित दंपती से गुलमोहर स्थित उनके रेस्टोरेंट में मुलाकात की। दपंती ने उन्हें पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। इसके बाद जीतू पटवारी और पीसी शर्मा पीड़ित मीडियाकर्मी विवेक शर्मा से मिलने उनके घर भी गए। इस मौके पर कांग्रेस प्रवक्ता व पूर्व विधायक कुणाल चौधरी भी मौजूद थे।

शाहपुरा थाने में पीड़ितों के साथ पीसीसी चीफ जीतू पटवारी। इस दौरान उन्होंने एसीपी खंडेलवाल से कई सवाल पूछे।

शाहपुरा थाने में पीड़ितों के साथ पीसीसी चीफ जीतू पटवारी। इस दौरान उन्होंने एसीपी खंडेलवाल से कई सवाल पूछे।

पटवारी ने कहा- FIR ही नहीं लिखी गई

शाहपुरा थाने में पुलिस अधिकारियों से मुलाकात के बाद पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा- सरकार के एक मंत्री के परिवार के लोगों ने आतंक मचा दिया। उनका बेटा फ्री घूम रहा है। मंत्री जी थाने में आए। उन्होंने चार पुलिस वालों को सस्पेंड किया। सुबह मुझसे पत्रकार ने संपर्क किया और कहा- मेरी एफआईआर नहीं लिखी गई।

पत्रकार विवेक सिंह ने कहा- इस मामले में तीन पक्ष हैं। शुरुआत मुझसे हुई थी। जिन्होंने मुझे बचाया, उनके सिर में 7 टांके आए हैं। उनकी तरफ से मंत्री पुत्र के खिलाफ एफआईआर हुई है। थाने में बैठकर मेरे सामने उसने पुलिसकर्मियों को धमकाया लेकिन मेरी एफआईआर नहीं लिखी गई।

होटल संचालक महिला ने पटवारी के सामने मीडिया से कहा- उन्होंने जानलेवा हमला किया। वे लोग आराम से सो रहे हैं। हम डरे हुए हैं।

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