कागजों में सुधार, हकीकत- सुबह से रात तक जाम रहती हैं सड़कें !

 कागजों में सुधार, हकीकत- सुबह से रात तक जाम रहती हैं सड़कें
शहर का ट्रैफिक बदहाल है। हर सड़क सुबह से रात तक जाम है। हर जगह सड़क पर अवैध पार्किंग, अवैध कब्जा है। सड़क पर कारोबार हो रहा है। आधी-आधी सड़कें दुकानदार, हाथ ठेले और हाकर्स ने घेर रखी हैं।
  1. हर जगह सड़क पर अवैध पार्किंग, अवैध कब्जा है
  2. आधी-आधी सड़कें दुकानदार, हाथ ठेले और हाकर्स ने घेर रखी हैं
 ग्वालियर: शहर का ट्रैफिक बदहाल है। हर सड़क सुबह से रात तक जाम है। हर जगह सड़क पर अवैध पार्किंग, अवैध कब्जा है। सड़क पर कारोबार हो रहा है। आधी-आधी सड़कें दुकानदार, हाथ ठेले और हाकर्स ने घेर रखी हैं। ट्रैफिक सुधार के लिए हर बार बैठक हुई, कागजों में तमाम निर्णय लिए, लेकिन हकीकत में सुधार नहीं हो सका। दिसंबर माह में बैठक हुई थी, जिसमें पुलिस, प्रशासनिक और नगर निगम के अधिकारी शामिल हुए। तमाम निर्णय लिए गए, जिसमें शहर के हर चौराहे, प्रमुख बाजार में ट्रैफिक व्यवस्थित करने को लेकर प्लानिंग हुई। पुलिस ने सर्वे रिपोर्ट तैयार कर नगर निगम और स्मार्ट सिटी को दी थी, लेकिन यह रिपोर्ट फाइलों में ही दबकर रह गई। अगर इसमें से कुछ ही बिंदुओं पर काम होता तो शायद आम लोगों को कुछ राहत मिलती।
जानिए … किस चौराहे पर क्या होना था सुधार
  • रामदास घाटी: रामदास घाटी से घोसीपुरा तक डिवाइडर का निर्माण, जिससे ट्रैफिक न उलझे। रामदास घाटी पर घोसीपुरा वाले कट पर रेलवे चौकी को हटाया जाए, जिससे घोसीपुरा स्टेशन की तरफ से आने वाले वाहन और रामदास घाटी से घोसीपुरा की ओर जाने वाले वाहनों को सुगमता हो।
  • शिंदे की छावनी: शिंदे की छावनी तिराहा पर बनी रोटरी को हटाया जाए। शिंदे की छावनी से गुरुद्वारा तक बनी मैकेनिक मार्केट को अन्यत्र स्थान पर शिफ्ट किया जाए। पाटनकर चौराहा: यहां लोडिंग वाहन आधी सड़क घेरकर खड़े रहते हैं। यहां से लोडिंग स्टैंड को शिफ्ट करने के साथ ही यह स्थान पेड पार्किंग घोषित की जाए। गश्त का ताजिया से पाटनकर चौराहा के बीच बिजली का पोल शिफ्ट किया जाए।
  • स्काउट गेट: यहां से पिछाड़ी डयोडी की तरफ लेफ्ट टर्न पर दुकानदारों का कब्जा है। यहां से हाथ ठेले और दुकानदारों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाया जाए।
  • माधौगंज चौराहे पर लेफ्ट टर्न पर ही बिजली का पोल है, इसे शिफ्ट करें। राक्सी टाकीज से माधोगंज चौराहे के बीच सड़क के दोनों तरफ हाथ ठेलों को हटाया जाए। हुजरात पुल चौराहा: रोटरी को छोटा किया जाए। यहां से दौलतगंज की तरफ जाने वाले मार्ग को एकांकी मार्ग घोषित किया जाए।
  • केआरएच चौराहा: नया बाजार से केआरजी चौराहा होते हुए कस्तूरबा की ओर जाने वाले रास्ते पर अतिक्रमण को हटाया जाए।
  • कस्तूरबा चौराहे: लेफ्ट टर्न फ्री नहीं है।
  • विजय स्तंभ से अचलेश्वर मार्ग: विजय स्तंभ से अचलेश्वर चौराहे तक सड़क के दोनों ओर रेस्त्रां वालों की वजह से सबसे ज्यादा जाम लगता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *