इंदौर : निगम सीमा बढ़ेगी, आबादी होगी 60 लाख !

विजन डॉक्यूमेंट 2047: निगम सीमा बढ़ेगी, आबादी होगी 60 लाख …
79 गांव और जुड़ेंगे, कलेक्टर बोले- उसी हिसाब से पानी, सीवरेज, ट्रांसपोर्ट की प्लानिंग करें
शहर में 10 से 15 साल बाद के संभावित ट्रैफिक को देखते हुए कई फ्लायओवर बनाए जा रहे हैं। तस्वीर भंवरकुआं चौराहे की।

अभी तो शहर में 29 गांव हैं, 79 गांव और शामिल होने वाले हैं। 2047 में तो इन गांवों से आगे भी इंदौर शहर होगा और निगम सीमा भी वहां तक पहुंच जाएगी। उसी हिसाब से पूर्वी रिंग रोड, पश्चिमी रिंग रोड तक इंफ्रास्ट्रक्चर कैसे पहुंचेगा, उसके लिए क्या प्लानिंग करना होगी, यह अभी से तय करें। 2041 में ही 53 लाख से ज्यादा की आबादी होगी। 2047 में यह आंकड़ा 60 लाख से ज्यादा पहुंच जाएगा। ऐसे में इस आबादी के लिए पानी, सीवरेज, स्टॉर्म लाइन, ट्रांसपोर्ट की प्लानिंग अभी से करें।

यह कहना है इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह का। इंदौर-2047 के विजन डॉक्यूमेंट को लेकर बुधवार को कलेक्टोरेट में हुई प्रारंभिक बैठक में इंदौर नगर निगम, आईडीए सहित कुछ अन्य विभागों ने अपनी प्लानिंग बताई। कलेक्टर ने बैठक को लेकर बताया कि हमारा उद्देश्य है विभाग और अधिकारी यह समझे कि 2047 का इंदौर कैसे होगा?

जिस आउटर रिंग रोड की प्लानिंग अभी हो रही है 2047 में वहां तक शहर फैल चुका होगा। जो 79 गांव अभी शामिल होने वाले हैं, उसके हिसाब से कहां मंडियां होगी, कहां ट्रांसपोर्ट, कहां सीवरेज, कहां पानी की कितनी जरूरत होगी, इसका आकलन अभी करना होगा। हालांकि बैठक में ज्यादा विभागों के प्रजेंटेशन नहीं हो पाए, इन्हें आगे कंटीन्यू किया जाएगा।

निगम ने बताया हर वार्ड में सिटी फारेस्ट की प्लानिंग करेंगे

निगम की ओर से दिए गए प्रेजेंटेशन में कहा गया कि 2041 में ही 53 लाख की आबादी शहर की होगी। हम प्रत्येक वार्ड में सिटी फॉरेस्ट बनाएंगे। ब्रिज व मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के ब्रिज पर वर्टिकल गार्डन बनाए जाएंगे। 29 गांवों में सभी नागरिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। आंतरिक सड़कों का निर्माण किया जाएगा। वर्षा जल निकासी के लिए डिटेल प्लान बनाया जाएगा। वार्डों का मास्टर प्लान बनाया जाएगा।

मास्टर प्लान की 46 किमी लंबाई की प्रमुख 11 सड़कों पर 320 करोड़ से काम होगा। स्कीम फॉर स्पेशल असिस्टेंस टू स्टेट 2023-24 के तहत प्लान की 34.75 किमी की 23 प्रमुख सड़कों के लिए 468.41 करोड़ के काम पूरे किए जाएंगे। कुल 34 सड़कों में से मध्य क्षेत्र की 12 सड़कें, पूर्वी उत्तर पूर्वी क्षेत्र की 14 सड़कें व उत्तर पश्चिमी क्षेत्र की 8 सड़कों को शामिल किया गया है।

इससे बेहतर कनेक्टिविटी होगी। राऊ सर्कल से मांगलिया तक 32 किमी लंबाई के बायपास के दोनों ओर लगभग 400 करोड़ की लागत से सर्विस रोड का निर्माण किया जाएगा। एबी रोड, रिंग रोड बायपास जोड़ने के लिए लिंक रोड का निर्माण तय किया जाएगा।

अब डिटेल आकलन होगा, कितना पानी लगेगा, सीवरेज कितना जनरेट होगा

निगम ने अपने प्लान में यह भी बताया कि हम आउटर रिंग रोड के निर्माण के साथ उसी हिसाब से प्लानिंग करेंगे। 2050 में शहर को 1650 एमएलडी पानी लगेगा। 2026 तक 400 एमएलडी पानी, 2032 तक 360 एमएलडी अतिरिक्त, 2040 के बाद 645 एमएलडी अतिरिक्त पानी लगेगा।

2047 तक स्मार्ट मीटरिंग पूरे शहर में किस तरह होगी, इसका भी आकलन किया जा रहा है। पानी के साथ सीवरेज, स्टॉर्म वाटर लाइन, रोड नेटवर्क, स्वच्छता के लिए लगने वाले संसाधनों का आकलन भी किया जाएगा। कलेक्टर ने कहा- अगली बैठक में इन पर डिटेल में बात होगी।

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