इंदौर के ट्रेंचिंग ग्राउंड में 4.69 करोड़ रुपये का घोटाला !
इंदौर के ट्रेंचिंग ग्राउंड में 4.69 करोड़ रुपये का घोटाला, तीन ठेकेदारों पर केस
इंदौर नगर निगम में घोटाला : ट्रेंचिंग ग्राउंड का षड्यंत्रकारी भी निलंबित एक्जीक्यूटिव इंजीनियर अभय राठौर ही है।
- पुलिस आरोपितों को जेल से रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है।
- टीआइ विजयसिंह सिसौदिया के मुताबिक पूरा फर्जीवाड़ा वर्ष 2018 का है।
- तब आरोपित अभय राठौर ट्रेंचिंग ग्राउंड में पदस्थ था।
इंदौर। इंदौर नगर निगम में अब ट्रेंचिंग ग्राउंड का घोटाला उजागर हुआ है। एमजी रोड पुलिस ने मंगलवार रात तीन ठेकेदारों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कर ली है। तीनों आरोपित फिलहाल ड्रेनेज घोटाले में जेल में बंद हैं। चार करोड़ 69 लाख के इस घोटाले का षड्यंत्रकारी भी निलंबित एक्जीक्यूटिव इंजीनियर अभय राठौर ही है।
पुलिस आरोपितों को जेल से रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। डीसीपी जोन-2 अभिनय विश्वकर्मा के मुताबिक नगर निगम के सहायक लेखा अधिकारी हरीश श्रीवास्तव द्वारा प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया था। जांच रिपोर्ट के आधार पर मोहम्मद जाकिर (किंग कंस्ट्रक्शन), मोहम्मद सिद्दीकी (ग्रीन कंस्ट्रक्शन) और जाह्नवी इंटरप्राइजेस के संचालक राहुल बढ़ेरा पर केस दर्ज किया।
रिपोर्ट के मुताबिक आरोपितों ने ट्रेंचिंग ग्राउंड में बायोरेमिडेशन कार्य करना बताया और फर्जी बिल लगाकर मेसर्स किंग कंस्ट्रक्शन में एक करोड़ 40 लाख, ग्रीन कंस्ट्रक्शन में एक करोड़ 98 लाख और जाह्नवी कंस्ट्रक्शन में एक करोड़ 98 लाख का भुगतान करवा लिया।
टीआइ विजयसिंह सिसौदिया के मुताबिक पूरा फर्जीवाड़ा वर्ष 2018 का है। तब आरोपित अभय राठौर ट्रेंचिंग ग्राउंड में पदस्थ था। पुलिस ने ड्रेनेज घोटाले के दौरान आरोपित राहुल और मोहम्मद सिद्दीक, मोहम्मद जाकीर के बैंक खातों की जानकारी निकाली तो उसमें जीएसटी जमा करवाने की एंट्री मिली।
पूछताछ के दौरान आरोपितों ने कहा कि यह भुगतान ट्रेंचिंग ग्राउंड संबंधित फर्जीवाड़े के पेटे किया है। पुलिस ने निगम अफसरों को रिपोर्टस भेजी और उक्त कार्यों का सत्यापन करवाया तो फर्जीवाड़ा की पुष्टि हो गई। टीआइ के मुताबिक पुलिस अभी तक सात प्रकरण दर्ज कर चुकी है। यह पहला मामला है जो ट्रेंचिंग ग्राउंड संबंधित है और अभय राठौर के कार्यकाल में ही हुआ है।