ग्वालियर : कलेक्टर ने निगम से कहा-जांच कर तैयार की जाए रिपोर्ट !
कलेक्टर ने निगम से कहा-जांच कर तैयार की जाए रिपोर्ट
अस्पतालों की होगी जांच, फायर ऑडिट में देखे जाएंगे इंतजाम
अस्पताल, कोचिंग, गेम जोन आिद संस्थानों में हो रही आगजनी की भयावह घटनाओं के बाद एक बार फिर सरकारी व निजी अस्पतालों का फायर ऑडिट होगा।
मंगलवार को टीएल बैठक में फायर एनओसी व व्यवस्थाओं को लेकर नगर निगम से जानकारी लेने के बाद कलेक्टर रुचिका चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बारीकी से हर अस्पताल की फायर सेफ्टी ऑडिट करें। इस ऑडिट में सरकारी, निजी और बड़े-छोटे सभी प्रकार के अस्पतालों को शामिल किया जाए।
हर अस्पताल में अग्नि सुरक्षा व्यवस्थाएं होनी चाहिए। जहां ये व्यवस्थाएं न मिलें, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। कलेक्टर ने कहा कि कोई भी अस्पताल बिना फायर एनओसी के नहीं चलना चाहिए।
पहले भी हुआ फायर ऑडिट
ग्वालियर में अस्पतालों का फायर ऑडिट पहले भी हो चुका है। इस ऑडिट में 15 अस्पताल ऐसे सामने आए थे जिनमें या तो फायर सिस्टम नहीं थे या फिर उससे संबंधित उपकरण एक्सपायरी डेट के हो चुके थे। ये जांच निजी अस्पतालों में की गई थी। जांच में खामियां सामने आने के बाद अस्पतालों के प्रबंधन को नोटिस तो दिए गए थे। लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी थी।
बिना फायर एनओसी के नहीं चलेंगे अस्पताल
नगर निगम अधिकारियों को कहा है कि बिना फायर एनओसी और सुरक्षा इंतजामों के कोई अस्पताल संचालित न हो। इसके लिए सभी अस्पतालों का फायर ऑडिट कराकर स्थिति पता कराई जाएगी।
– रुचिका चौहान, कलेक्टर