जनता के पैसों की बर्बादी ?
जनता के पैसों की बर्बादी ….
बीहड़ के भरकों को बता दिया तालाब, एक बूंद नहीं ठहरा पानी केंद्र ने तस्वीर मांगी तो ट्यूबवेलों से भरे
भिंड जिला पंचायत सीईओ जगदीश कुमार गोमे ने कहा कि अमृत सरोवर मेरे आने से पहले के बने हुए हैं। दो सरोवर की शिकायत मिलने पर उनका निरीक्षण किया था, जो कि नियमों के तहत नहीं पाए गए। सभी अमृत सरोवर के फोटो शासन से मांगे गए थे। इन्हें अपलोड करवा रहे हैं।
कुछ दिन पहले ही भरा यह तालाब
भिंड जिले की मेहगांव जनपद की गोअरा पंचायत के भीकमपुरा में वर्ष 2022-23 में अमृत सरोवर स्वीकृत हुआ था। 20 लाख 17 हजार रु की लागत से बने इस तालाब पर सिर्फ एक किनारे पर खंडे की पिंचिंग है। इस तालाब में थोड़ा पानी जरूर था। तालाब के पास ही खेत में बकरियां चरा रहे रामदास निवासी चंदूपुरा ने बताया कि कुछ दिन पहले ही ट्यूबबेल से पानी भरा गया है। इसका 10 लाख 8 हजार 973 रु का भुगतान हो चुका है। वर्तमान सरपंच राजेंद्री का कहना है कि सरोवर पुराने सरपंच के कार्यकाल का है। उन्होंने ही बीहड़ में उसे बनाया है। जो भुगतान हुआ, वह भी पूर्व में ही हुआ था।
भ्रष्टाचार के ताल… ये ऊंचाई पर बना दिए, जनता के काम के नहीं
पानी ठहरा नहीं और भुगतान निकाल लिया
मुरैना जनपद के हांसई मेवदा में अमृत सरोवर बना है। यहां एक खेत में ऊंची मेढ़नुमा मिट्टी की पट्टी के किनारे पर पिचिंग के नाम पर कुछ खंडे लगे हुए थे। इसी किनारे पर पानी की निकासी के लिए सीमेंट का आउटलेट बना हुआ था। तालाब में जिस जगह पानी का संग्रहण होना है, वहां खेती हो रही है। इसका प्रमाण वहां की जमीन में हल के निशान दे रहे थे। यह अमृत सरोवर 14.95 लाख रु का है, जिसमें 14.61 लाख रुपए का भुगतान हो चुका है। यानी लगभग पूरा। हासई मेवदा पंचायत के सचिव नीरज बैसला ने बताया कि यह सरोवर पूर्व सरपंच के कार्यकाल में बना था।
खाई को ही बता दिया तालाब
बबेड़ी में 24 लाख 75 हजार रु से अमृत सरोवर बना है। बरेठी माता मंदिर के पीछे बीहड़ में एक बड़ी खाई को ही अमृत तालाब का नाम दे दिया। यह तालाब वर्ष 2021-22 में स्वीकृत हुआ था। 11 लाख 52 हजार 685 रु का भुगतान भी पंचायत ने ले लिया है। सरपंच मीना कुमारी का कहना है कि अभी काम चल रहा है। जैसे-जैसे भुगतान हो रहा है, वैसे-वैसे पिचिंग का कार्य करेंगे।