ऑफिस में टॉक्सिसिटी से कैसे डील करें …

ऑफिस में टॉक्सिसिटी से कैसे डील करें …
इग्नोर करना सीखें, काम से लें थोड़ा ब्रेक, इन तरीकों से बनाएं प्रोफेशनल लाइफ आसान

ऑफिस कोई भी हो, आपको यहां हर तरह के लोग मिलेंगे। कुछ अच्छे, कुछ बुरे, कुछ रिजर्व तो कुछ टॉक्सिक। जहां टॉक्सिक लोगों की बात आती है, वहां मेंटल पीस खराब हो ही जाता है। न काम में मन लगता है, न ही ऑफिस में बैठने का। जाहिर है, ऐसा कई लोगों के साथ होता होगा।

हम हमारी लाइफ का ज्यादातर वक्त सिर्फ ऑफिस में ही बिता देते हैं। 10 से 7 की जॉब में आधा दिन कैसे गुजर जाता है, पता ही नहीं चलता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि एक आम आदमी अपने जीवन के 90 हजार घंटे ऑफिस में ही बिता देता है। यह अमेरिका के गेटीजबर्ग कॉलेज की एक स्टडी बताती है।

अगर ऐसे में आपकी मानसिक शांति खराब हो जाए तो आपकी आधी लाइफ नरक से कम नहीं लगती है। वर्कप्लेस एक ऐसी जगह है, जहां हर कोई शांतिपूर्वक और खुश होकर काम करना चाहता है। लेकिन ऐसा हो नहीं पाता। क्योंकि कई बार काम का प्रेशर, आसपास का माहौल और कुछ टॉक्सिक लोग उस शांति को भंग कर देते हैं। ऑफिस में कई लोग टॉक्सिसिटी का शिकार हो जाते हैं। इससे वे तनाव में आ जाते हैं। वे इससे डील नहीं कर पाते और इसका असर उनके काम पर पड़ता है।

 बात करेंगे कि ऑफिस में टॉक्सिक लोगों से कैसे डील करें। साथ ही जानेंगे कि-

  • टॉक्सिक लोगों के लक्षण क्या होते हैं?
  • टॉक्सिसिटी का हमारी हेल्थ पर क्या असर पड़ता है?
  • ऑफिस में मेंटल पीस का ख्याल कैसे रखें?

अमेरिकन लेखक लिलियन ग्लास ने एक किताब लिखी है- ‘टॉक्सिक पीपल- 10 वेज ऑफ डीलिंग विद पीपल हू मेक युअर लाइफ मिसरेबल’ । इस किताब में टॉक्सिसिटी के बारे में बात की गई है। और उन लोगों से डील करने के कुछ तरीके बताए गए हैं, जो आपकी मानसिक शांति खराब करते हैं।

क्या होता है टॉक्सिक बिहेवियर

टॉक्सिक बिहेवियर का मतलब होता है, दूसरों का अपमान करना और उन्हें बेवजह तंग करना। बातों ही बातों में लोगों को नीचा दिखाना, खुद को सामने वाले से बेहतर समझना। ऐसे लोग अपनी पर्सनल लाइफ में खुश नहीं रहते। कोई और भी उनके साथ रहना पसंद नहीं करता। लोग उनसे दूर भागते हैं।

टॉक्सिक लोगों से बचने का सबसे पहला तरीका है, सही समय पर उनकी पहचान होना। निगेटिविटी फैलाने वाले टॉक्सिक सहकर्मी अक्सर नकारात्मक रवैया प्रदर्शित करते हैं। वे अक्सर शिकायत और आलोचना करते हैं, गलतियां निकालते हैं और शायद ही कभी कोई समाधान पेश करते हैं।

ऐसे लोगों के और भी कई लक्षण होते हैं। नीचे दिए ग्राफिक से समझिए

टॉक्सिक लोग होते हैं ‘एनर्जी ड्रेनर’

लाइफ में आपको कई तरह के टॉक्सिक लोग मिलेंगे। कुछ लोग सिर्फ कॉम्पिटिशन में ही विश्वास रखते हैं। कुछ लोग बेवजह किसी को भी परेशान करना पसंद करते हैं। ऐसे लोगों को काम में उंगली करना पसंद होता है।

ऊपर ग्राफिक में दिए पॉइंट्स को विस्तार से समझिए-

  • द एनर्जी ड्रेनर- कुछ लोग आपको इतना परेशान करते हैं कि आपकी पूरी एनर्जी खत्म कर देते हैं। ऐसे टॉक्सिक लोगों को एनर्जी ड्रेनर कहते हैं।
  • मैनिपुलेटर- मैनिपुलेटर हमेशा झूठ बोलते हैं। वे इमोशनली ब्लैकमेल करते हैं। उन्हें लोगों को कंट्रोल करना अच्छा लगता है।
  • बुलीज- बुलीज हमेशा उम्र से बड़े लोग हो सकते हैं। या तो आपके सीनियर या बड़ी पोजिशन पर काम करने वाले लोग। वे दूसरों को बुली करने में यकीन रखते हैं। वे जूनियर को तंग करते हैं ताकि इससे वे कूल दिखें।
  • द विक्टिम- कई लोगों को हर स्थिति में अपने आपको विक्टिम बताना अच्छा लगता है। या कहें विक्टिम कार्ड खेलकर ये उनका परेशानियों से बचने का एक तरीका हो सकता है।

मेंटल हेल्थ को नुकसान पहुंचाती टॉक्सिसिटी

टॉक्सिक लोगों की मौजूदगी से ही माहौल खराब होता है। आसपास निगेटिविटी छाने लगती है। इसका असर व्यक्ति के मेंटल हेल्थ पर भी पड़ता है। साथ ही कई और समस्याएं भी हो सकती हैं।

ऑफिस में मेंटल पीस का ख्याल रखें

वर्कप्लेस पर सबसे बड़ी चुनौती है, मेंटल पीस बरकरार रखना। ऑफिस में निगेटिव माहौल, काम का प्रेशर और टॉक्सिसिटी में काम करना मुश्किल है।

इससे डील करने के कई तरीके होते हैं। जैसे नीचे पॉइंटर्स में देखिए-

  • इग्ननोर करना सीखें- जब किसी का बिहेवियर आपको असुरक्षित या दुखी महसूस कराता है तो आप उसे इग्नोर करें। गुस्सा, इंस्टेंट रिएक्शन या तनाव लेने की बजाय गहरी सांस लें।
  • ग्रे-रॉकिंग- टॉक्सिक व्यक्ति के व्यवहार के आधार पर आप ग्रे-रॉकिंग कर सकते हैं। इसका मतलब उस व्यक्ति की बातों को अनसुना कर दें, जैसे आपको उसमें कोई दिलचस्पी नहीं है।
  • मेडिटेशन करें- अपने जीवन में बदलाव और ठहराव लाने का सबसे आसान तरीका है मेडिटेशन। इसे प्रैक्टिस में लाने से आपके अंदर सकारात्मक बदलाव आएगा।
  • ब्रेक लें- ऑफिस में किसी से बहस होने पर आप थोड़ी देर ब्रेक ले सकते हैं। ऐसी स्थिति में सबसे पहले शांत रहें। काम को कुछ देर के लिए बंद कर दें। इस वक्त आप चाय-कॉफी पिएं, फेवरेट गाने सुनें या बाहर टहल कर आएं।
  • सेल्फ केयर करें- खुद की केयर करना न केवल पर्सनल बल्कि प्रोफेशनल लेवल पर भी बेहद जरूरी है। खुद की केयर करने से मतलब है अपनी मेंटल हेल्थ पर ध्यान देना। अच्छी डाइट लें, पॉजिटिव सोचें और खुश रहने के तरीके ढूंढें। ये इतना भी मुश्किल नहीं है, जितना आप सोचते हैं।
  • अपने कलीग से बात करें- जब ऑफिस में टॉक्सिसिटी बढ़ जाए और किसी ने आप पर टिप्पणी कर दी, तो आप अपने कलीग से बात कर के अपना मन हल्का कर सकते हैं।
  • मैनेजर से डिस्कस करें- अगर वर्कप्लेस पर किसी व्यक्ति का खराब व्यवहार है, तो आप इस बारे में मैनेजर या एचआर को रिपोर्ट कर सकते हैं।

टॉक्सिक लोगों से निपटना थका देने वाला और चैलेंजिंग हो सकता है। हालांकि, उनके बिहेवियर पैटर्न को पहचानने और यह समझने से आप इसे डील कर सकते हैं। इसलिए याद रहे, अपनी बाउंड्रीज सेट करें, शांत रहें और सेल्फ केयर का ध्यान रखें।

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