2018, 2021, 2022 में भी NEET एग्जाम में हुई थी गड़बड़ियां .. CBI ने इन केसों पर क्या की कार्रवाई?
2018, 2021, 2022 में भी NEET एग्जाम में हुई थी गड़बड़ियां, जानिए CBI ने इन केसों पर क्या की कार्रवाई?
NEET Paper Leak: इससे पहले भी साल 2018, साल 2021 और साल 2022 में नीट एग्जाम में हुई गड़बड़ियों की जांच मामले में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर जांच की थी, जो अभी भी चल रही है.
NEET Paper Leak: नीट एग्जाम पेपर लीक मामले में सीबीआई ने तेजी से कदम बढ़ाते हुए जांच शुरू कर दी है. इसी कड़ी में बिहार और गुजरात में सीबीआई की अलग अलग टीम ने जांच को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है. सीबीआई ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एक नया मामला दर्ज किया है. लेकिन ऐसा पहली बार नही हैं जब नीट एग्जाम की गड़बड़ी की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई को सौंपी गई हो.
दरअसल, इससे पहले भी साल 2018, साल 2021 और साल 2022 में नीट एग्जाम में हुई गड़बड़ियों की जांच मामले में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर जांच की थी जो अभी भी चल रही है. बता दें कि, 17 जुलाई 2022 को सीबीआई ने एक एफआईआर दर्ज की थी, दरअसल सीबीआई ने एक सॉल्वर गैंग के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी जिसमे 11 नामजद और अज्ञात लोगों के नाम शामिल थे.
CBI इससे पहले भी कर चुकी है एक्शन
एफआईआर के मुताबिक, एनटीए द्वारा आयोजित नीट यूजी 2022 के लिए 17 जुलाई 2022 को ये ऑफलाइन एग्जाम दोपहर 2 बजे से लेकर शाम 5.20 तक आयोजित कराया गया था, जिसके सेंटर दिल्ली और हरियाणा में थे. इसमें आरोप है कि इन आरोपियों ने आईकार्ड और पहचान पत्र में गड़बड़ी कर असली छात्रों की जगह एग्जाम में बैठकर उनकी जगह एग्जाम दिया था. हालांकि, इस मामले में सीबीआई ने अलग अलग शहरों से आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कार्यवाही की थी.
इस मामले में सीबीआई ने अपनी चार्जशीट दाखिल कर दी है और ट्रायल चल रहा है. ठीक इसी तरीके से 12 सितंबर 2021 को 4 आरोपियों परिमल, इंस्टिट्यूट आरके एजुकेशन करियर गाइडेंस नागपुर, दीवाकर सिंह, मुन्ना और अन्यो के खिलाफ सीबीआई ने मामला दर्ज किया था.
CBI ने कोचिंग मालिक को किया था अरेस्ट
दरअसल नीट यूजी 2021 एग्जाम में भी गड़बड़ियां सामने आई थी. इस मामले में भी आरके एजुकेशन करियर के मालिक परिमल ने कुछ छात्रों के परिवार वालों को प्रॉक्सी केंडिडेट के जरिए नीट का एग्जाम पास कराने का झांसा दिया था और उनसे 50 लाख रुपए की डिमांड की थी. इस दौरान परिमल ने कुछ छात्रों का आईडी पासवर्ड और आधार कार्ड लेकर उनमें फेरबदल कर असली छात्र-छात्रों की जगह प्रॉक्सी केंडिडेट एग्जाम में बैठाए थे.
इस मामले में दिल्ली और रांची में अलग अलग एग्जाम सेंटर्स पर प्रॉक्सी केन्डिड्ट्स को बैठाया गया था जिसके बाद सीबीआई ने मामला दर्ज कर परिमल और उसके साथी दिवाकर को गिरफ्तार किया था, जिसकी जांच चल रही है और फिलहाल, कुछ आरोपी अभी भी फरार चल रहे है.
2018 में सीबीआई ने केस दर्ज कर जांच की थी शुरू
ठीक इसी तरीके से साल 2018 में नीट यूजी वेस्ट पटेल नगर दिल्ली के अकुर्ति एजुकेशन के मालिक आरती तोमर, अश्वनी तोमर के अलावा एक मोहित चौधरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. ये तीनो परीक्षाथियों के परिवार को लालच देकर उनका टेस्ट पास कराते थे. जिसमें गड़बड़ियों की शिकायत एनटीए ने सीबीआई से की थी, जिसके बाद सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की थी.