जनता के मुद्दों को छोड़ माननीयों की रुचि अवैध खनन में ?
जनता के मुद्दों को छोड़ माननीयों की रुचि अवैध खनन में
विकास कार्यों के लिए दिखावा करने वाले मंत्री व विधायक अपने-अपने क्षेत्रों के विकास कार्यों के प्रति कतई गंभीर नहीं हैं या फिर उनके पास अपने क्षेत्र के विकास का कोई विजन नहीं है। ग्वालियर संभाग के संसदीय व विधानसभा क्षेत्रों में पांच वर्षीय विजन तैयार करने के लिए बुधवार को हुई बैठक से सामने आई है।
- ग्वालियर संभाग के संसदीय व विधानसभा क्षेत्रों में पांच वर्षीय विजन तैयार करने पर हुआ मंथन
- बैठक में शामिल होना था दोनो मंत्री नहीं हुए शामिल
ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार बैठक को यह कहकर बहिष्कार कर चले गए कि बैठक का उन्हें एजेंडा पहले नहीं दिया गया। जो विधायक बैठक में मौजूद थे वे भी अपने क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं का निराकरण करने की बजाय अवैध व रेत के खदानों में उलझे रहे।
मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव प्रदेश की हर जिले व हर विधानसभा क्षेत्र के विकास का पांच वर्ष का रोडमैप करने के लिए संभागीय स्तर पर प्रभारी नियुक्त किए है। ताकि विधायकों छोटे-छोटे कामों को लिए भोपाल व वल्लभ भवन के चक्कर नहीं लगाने पड़े। जिले के अधिकारियों के साथ चर्चा कर माननीय अपने-अपने क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर विकास कार्यों की रूपरेखा तैयार करा सके।
इसके लिए ग्वालियर संभाग के प्रभारी अतिरिक्त मुख्य सचिव केसी गुप्ता ने बुधवार को अंचल के माननीयों की बैठक ली। अंचल के चारों नव निर्वाचित सांसद मानसून सत्र में व्यस्त थे। सांसदों की दिल्ली में होने की मजबूरी समझ में आती है। शहर के दोनों मंत्री व ग्वालियर पूर्व के विधायकों ने बैठक से गायब थे।
कांग्रेस के तीनों विधायकों ने खोल रखा है अवैध खनन पर मोर्चा
दो दिन पहले जिले के तीनों कांग्रेसी विधायक साहब सिंह गुर्जर, सतीश सिकरवार व सुरेश राजे ने अवैध उत्खनन का मामला एक सुर से उठाया था। बैठक में भी कांग्रेसी विधायकों की रूचि विकास कार्यों की बजाय अवैध उत्खनन पर थी। अतिरिक्त मुख्य सचिव विधायकों के रेत व पत्थर के अवैध उत्खनन का मामला उठाने पर स्थानीय अधिकारियों को इस पर नजर रखने के लिए निर्देशित भी किया। ग्रामीण क्षेत्रों के विधायकों ने अवश्य नल जल योजना पर सवाल उठाये।
मंत्री बोले भोपाल में बैठक थी
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर से मैहर के दौरे पर होने के कारण उनसे बात नहीं हो पाई। उनके निजी स्टाफ का कहना था कि ऊर्जा मंत्री भोपाल में थे। उनकी बैठक थी। दूसरी तरफ उद्यानिकी मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने पहले तो सवाल किया कि ग्वालियर में कौन सी बैठक थी।
उसके बाद बोले ठीक है, मेरी भोपाल में बैठक थी। इसलिए नहीं आ सका। ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र के विधायक डा. सतीश सिकरवार ने यह कहकर इस अहम बैठक का यह कहकर बहिष्कार कर दिया कि उन्हें बैठक का पहले से एजेंडा नहीं दिया था।