रॉयल्टी दतिया की, रेत भारौली-अमायन की !

रॉयल्टी दतिया की, रेत भारौली-अमायन की
रात की रॉयल्टी पर सुबह लेकर आए रेत, कलेक्टर ने पकड़े 6 ट्रैक्टर-ट्रॉली

भिंड जिले में रेत का अवैध उत्खनन का खेल लंबे समय से जारी है। रेत माफिया दतिया जिले की खदानों से रॉयल्टी की रसीद फोन पर लेते हैं। भिंड के अमायन व भारौली समेत अन्य खदानों से रेत भरकर बेच रहे हैं।

भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने ऐसे ट्रैक्टरों को पकड़ा। जिनकी रॉयल्टी का टाइम एक्सपायर हो चुका था और वह भिंड शहर में रेत बेचने के लिए आए हुए थे। भिंड कलेक्टर ने सुबह 7:00 बजे भारौली रोड पर खड़े होकर चेकप्वाइंट लगा दिया और आने वाले ट्रैक्टरों की रॉयल्टी चेक की।

रेत माफियाओं में मचा हड़कंप

चेकिंग के दौरान कलेक्टर ने देखा कि रात 8 बजे तक जिन ट्रैक्टरों की रॉयल्टी का टाइम पीरियड था। वे सुबह रेत लेकर आ रहे हैं। ऐसे ट्रैक्टर सुबह 7:00 के बाद आ रहे हैं। रॉयल्टी काटे जाने से 4 से 5 घंटे तक का समय बेचे जाने के लिए निर्धारित था लेकिन वह 8 से 10 घंटे बाद बेचने के लिए आ रहे ऐसे छह ट्रैक्टरों को कलेक्टर ने पकड़ा और पुलिस थाने में रखवाया।

चेकिंग के दौरान कलेक्टर ने 12:00 बजे से आधा घंटे पहले तक जिन ट्रैक्टरों की रॉयल्टी काटी गई है उन पर रियासत बरती और उन्हें बेचे जाने का समय भी दिया। यह सब देख रेत माफियाओं में हड़कंप मच गया

अब रेत का नदी से नहीं हो सकता उत्खनन

नदियों से रेत का उत्खनन अब 1 जुलाई रात 12:00 बजे से रोक दिया गया है। एनजीटी की नियम अनुसार बारिश सीजन में तीन महीने तक नदियों से रेत का उत्खनन अब नहीं किया जा सकता है। 1 जुलाई से लेकर सितंबर महीने तक यह रोक जारी रहेगी। इस दौरान वही जो ट्रैक्टर रेत के लेकर आ रहे थे।

उन्होंने नदी के अंदर से रेत को भरा हुआ था अधिकांश ट्रैक्टरों की रेत पानी से गीली थी। हालांकि दतिया जिले से लेकर आने वाले रॉयल्टी लेकर आने वाले ट्रैक्टरों में भिंड सीमा में बहने वाली सिंध नदी से रेत को उठाया था। पकड़े गए ट्रैक्टरों को देहात थाने में खड़ा कराया गया है।

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