परिवहन चेक पॉइंट की एसओपी जारी …

परिवहन चेक पॉइंट की एसओपी जारी …
पीओएस मशीन-बॉडी वॉर्न कैमरे नहीं मिले, चेकिंग पॉइंट्स पर अभी नकद ही वसूला जाएगा चालान

40 चेक पोस्ट बंद कर 45 रोड सेफ्टी एंड एनफोर्समेंट चेकिंग पॉइंट्स बनाए गए

1 जुलाई से परिवहन चेक पोस्ट बंद होने के 11 दिन बाद परिवहन विभाग ने 45 चेक पॉइंट्स के लिए एसओपी जारी कर दी। इन स्थानों पर अभी चालान की वसूली पहले की तरह नकद में ही होगी। निर्देशों में कहा गया है कि पीओएस मशीन और बॉडी वॉर्न कैमरा जब उपलब्ध होंगे तब चेकिंग स्टाफ इनका उपयोग करेंगे।

गौरतलब है कि चेकपोस्ट बंद करके अवैध वसूली रोकने के लिए बॉडी वॉर्न कैमरा और चालान वसूली के लिए पीओएस मशीनों के उपयोग की बात हुई थी। शुक्रवार को कुल 22 पॉइंट का एसओपी परिवहन आयुक्त डीपी गुप्ता ने जारी किया है। 1 जुलाई से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर 40 परिवहन चेक पोस्ट बंद कर दिए गए थे।

इनकी जगह 45 रोड सेफ्टी एंड एनफोर्समेंट चेकिंग पॉइंट्स बनाए गए हैं। शुक्रवार को जारी दिशा-निर्देशों में साफ कहा गया है कि चेकिंग पॉइंट्स पर मौजूद अधिकारी-कर्मचारी हमेशा निर्धारित वर्दी में रहेंगे। पूर्व में चेक पोस्ट पर प्राइवेट व्यक्तियों की मौजूदगी के आरोप लगते रहे हैं। जिनके द्वारा अवैध वसूली की जाती थी। प्राइवेट व्यक्तियों को हटाने के लिए सरकार होम गार्ड्स की नियुक्ति कर चुकी है। सभी चेकिंग पॉइंट उन्हीं मार्गों पर बनाए जाएंगे जहां पहले चेक पोस्ट थे। क्योंकि बाहर से आने वाले अधिकतर वाहन इन्ही रास्तों का उपयोग करते हैं।

जाम लगने और दुर्घटना की संभावना न हो…
चेकिंग अमला शिफ्ट वार ड्यूटी करेगा। चेकिंग पॉइंट ऐसी जगह होंगे, जहां जाम लगने या दुर्घटना की संभावना न हो। चेक पोस्ट के रसीद काटते, रोजनामचा और कैश बुक आदि चेक पॉइंट की सील के साथ प्रयोग होंगे। चेकिंग अमला मुख्यालय से लिखित अनुमति के बिना चेकिंग पॉइंट से छुट्टी नहीं लेंगे।

अभी नकद में ही चालान, ई चालान नहीं

निर्देशों में लिखा है कि वाहनों से वसूला जाने वाला नकद राजस्व पहले की तरह ही सरकारी कोषालय में ओटीसी चालान के द्वारा जमा होगा। जब पीओएस मशीन और बॉडी वॉर्न कैमरे उपलब्ध हो जायेंगे तो इनका उपयोग स्टाफ द्वारा किया जायेगा। दोनों ही उपकरणों का उद्देश्य नकद का उपयोग रोककर चेकिंग में भ्रष्टाचार की सम्भावना रोकना है।

काफी हद तक व्यवस्था पहले जैसी ही
कैशबुक, रोजनामचा और दूसरे रिकॉर्ड पहले की तरह ही रखे जाएंगे। रिकॉर्ड रखने के लिए इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट के रिकॉर्ड का उपयोग किया जायेगा। वाहन की तौल के लिए इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट के कांटे का भी उपयोग हो सकता है। किसी वाहन में क्षमता से अधिक माल मिला तो पास के किसी स्थान या इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट के भवन का प्रयोग हो सकेगा।

जब्त वाहन को रखने के लिए पुलिस थाना, परिवहन ऑफिस या नजदीकी चेक पोस्ट का प्रयोग कर सकेंगे। चेकिंग अमला ड्यूटी के बाद रेस्ट के लिए चेक पोस्ट भवन का उपयोग कर पाएंगे। 1 जुलाई से पहले जांच चौकियों पर पदस्थ अधिकारी-कर्मचारी होम गार्डों के साथ चेक पॉइंट पर भी ड्यूटी करेंगे।

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