एथेन-क्रैकर प्लांट में उपजाऊ कृषिभूमि का अधिग्रहण रोका जाए !
एथेन-क्रैकर प्लांट में उपजाऊ कृषिभूमि का अधिग्रहण रोका जाए:PCC चीफ जीतू पटवारी ने CM मोहन यादव को लिखा लेटर
सीहोर में एथेन क्रैकर प्लांट बनाने का स्थानीय रहवासी और किसान विरोध कर रहे हैं। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने अब इस प्रोजेक्ट के लिए किसानों की जमीनों का अधिग्रहण रोकने के लिए सीएम डॉ मोहन यादव को लेटर लिखा है।
जीतू पटवारी ने अपने पत्र में लिखा- आष्टा जिला सीहोर में एथेन केकर प्रोजेक्ट स्थापित करने हेतु मप्र शासन ने गेल इंडिया के प्रस्ताव पर स्वीकृति दी हैं। इस प्रोजेक्ट हेतु शासकीय भूमि के साथ ग्राम बापचा (दौनिया), ग्राम खानदौरापुरा (भंवरी), ग्राम बागैर, ग्राम अरनिया दाऊद एवं ग्राम भवरा के लगभग 585 किसानो की उपजाऊ कृषि भूमि अधिग्रहित की जाने हेतु प्रशासन द्वारा सर्वे व अधिग्रहण की प्रारंभिक कार्यवाही की जा रही हैं। प्रभावित किसानो एवं ग्रामीणो ने इस संबंध में ज्ञापन प्रदर्शन से अपनी स्पष्ट असहमति प्रकट की हैं।
किसानों के एक प्रतिनिधि मंडल ने भोपाल आकर मुझसे भी इस संबंध में चर्चा की हैं। 14 जुलाई 2024 को मैने ग्राम बागैर, बापचा (दौनिया), खानदौरापुरा (भंवरी), ग्राम भंवरा, अरनियादाऊद स्वयं पहुंचकर इस प्रोजेक्ट से प्रभावित होने वालो किसानो से चर्चा की हैं। प्रभावित किसानो का स्पष्ट रूप से कहना हैं कि वे अपनी उपजाऊ कृषि भूमि इस प्रोजेक्ट के लिए किसी भी स्थिति में नहीं देगें, क्योकिं अधिकांश किसानों के पास कम जोत की भूमि हैं। जिस पर उनकी आजीविका निर्भर हैं। किसानो ने इस प्रोजेक्ट से उत्पन्न होने वाली भविष्यवर्ती पर्यावरण प्रदूषण पर भी चिंता व्यक्त करते हुए आपत्ति की हैं।
इस प्रस्तावित प्रोजेक्ट के पास ही ग्राम भंवरा में ही कोई व्यापारी जो कि, नई दिल्ली के हैं। उनकी 800 से 1000 एकड़ पड़त भूमि हैं, जो कि पथरीली होकर कृषि कार्य हेतु अनुपयोगी भूमि है। लेकिन, इस प्रोजेक्ट के लिए किसी एक व्यक्ति की भूमि को शामिल ना कर छोटी-छोटी जोत के किसानो की उपजाऊ कृषि भूमियों को अधिग्रहित किया जा रहा हैं। यदि सरकारी और अनुपजाऊ भूमि का अधिग्रहण किया जाता हैं तो किसानो की उपजाऊ भूमि सुरक्षित रहेगी। और इस प्रकार का निर्णय किसानो के हित में भी रहेगा। हालांकि सभी ग्रामीण और किसान भाई पर्यावरण के बिंदु पर भी इस प्रोजेक्ट को स्थापित करने के लिए समहत नहीं हैं।