52 से किए 80… मेडिकल कॉलेज में पैसे लेकर बढ़ाए नंबर ?
बंगाल: 52 से किए 80… मेडिकल कॉलेज में पैसे लेकर बढ़ाए नंबर, डीन ने बताई पूरी कहानी
कोलकाता के उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज के नाराज छात्रों ने थ्रेट कल्चर को तुरंत बंद करने की मांग को लेकर डीन और प्रिंसिपल का घेराव किया. प्रदर्शन कर रहे छात्रों का आरोप है कि कॉलेज में गलत तरीके से नंबर दिए जा रहे हैं. छात्रों के आरोप के बाद डीन ने मामले का खुलासा किया.
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था और उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने पैसे लेकर नंबर बढ़ाने का आरोप लगाया है. वहीं छात्रों ने इसको लेकर प्रदर्शन भी किया. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने डीन और प्रिंसिपल को घेर लिया. इस दौरान छात्रों ने डॉक्टरों के ट्रांसफर को लेकर भी आरोप लगाया. छात्रों के प्रदर्शन के दौरान डीन प्रोफेसर ने पैसे लेकर नंबर बढ़ाने के मामले का खुलासा किया.
उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज के नाराज छात्रों ने थ्रेट कल्चर को तुरंत बंद करने की मांग को लेकर डीन और प्रिंसिपल का घेराव किया. प्रदर्शन कर रहे छात्रों का आरोप है कि कॉलेज में गलत तरीके से नंबर दिए जा रहे हैं. वहीं डीन ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों के सामने मामले का खुलासा करते हुए कहा कि नंबर बढ़ाने के लिए अभीक डे के फोन आते थे. मेरे पास 14 बार फोन आया था. अभीक डे के अलावा फाइनल ईयर के शाहीन सरकार का भी फोन आया था.
52 अंक दिए थे लेकिन मार्कशीट पर लिखे 80
नाराज छात्रों ने अभीक डे के खिलाफ पूरे कॉलेज में पोस्टर लगाए हैं. प्रदर्शन करने वाले छात्रों ने मांग की है कि अभीक डे के कॉलेज में आने पर रोक लगाई जाए. छात्रों का आरोप है कि अभीक डे ने एक छात्र नेता के अंकों को बढ़ाया है. वहीं एक एचओडी ने कहा कि हमने 52 अंक दिए थे लेकिन मार्कशीट पर 80 अंक लिखे थे. एचओडी की बात पर छात्रों ने कहा कि ऐसे कई मामले हैं, जिसमें नंबर बढ़ाए गए हैं.
डीन ने खुलासा करते हुए कहा कि नंबर बढ़ाने के लिए कई फोन आते थे. कई बार तो परेशान होकर मैं बाहर चला जाता था. छात्रों ने नाम का खुलासा करने को कहा तो उन्होंने कहा कि प्रिंसिपल सर के पास भी फोन आता था, वो बोलते थे कि बाहर चले जाओ, ज्यादा देर तक मत रुको.
डीन ने मामले का किया खुलासा
डीन ने कहा कि बार-बार फोन आने से सभी परेशान हो जाते थे. उन्होंने कहा कि अभीक डे के अलावा कई अन्य लोगों के फोन आते थे. डीन ने छात्रों के कहने पर बताया कि फाइनल ईयर के शाहीन सरकार ने भी कई बार फोन किया था. वहीं प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने डीन के सामने अभीक डे के समर्थकों के खिलाफ भी आवाज उठाई.