छात्रा से बैड टच छिपाने पर हेड मिस्ट्रेस और क्लास टीचर गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार
छात्रा से बैड टच छिपाने पर हेड मिस्ट्रेस और क्लास टीचर गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार
बृहस्पतिवार को कोतवाली सेक्टर-24 पुलिस ने हेड मिस्ट्रेस और क्लास टीचर को कोर्ट में पेश किया। जहां से दोनो को जमानत मिल गई। वहीं मुख्य आरोपी फरार है।
नोएडा सेक्टर-12 स्थित मॉडर्न स्कूल (जूनियर विंग) में केजी की छात्रा (6) से बैड टच के मामले में पुलिस ने स्कूल की हेड मिस्ट्रेस प्रीति शुक्ला, क्लास टीचर सरिता सुनेजा, सुपरवाइजर बसंत पांडेय और ठेकेदार मुकेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया। बृहस्पतिवार को कोतवाली सेक्टर-24 पुलिस ने हेड मिस्ट्रेस और क्लास टीचर को कोर्ट में पेश किया। जहां से दोनो को जमानत मिल गई। वहीं मुख्य आरोपी फरार है। इस मामले में स्कूल प्रबंधन पर वारदात को छिपाने और आरोपी को भगाने का आरोप है। पुलिस जांच में स्कूल प्रबंधन की लापरवाही मिलने पर कार्रवाई की गई है। पुलिस की तीन टीमें मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है।
बच्ची ने घर जाकर पूरी बात माता-पिता को बताई। जिसके बाद परिजन तुरंत स्कूल पहुंच गए। मामले में परिजनों की शिकायत पर कोतवाली सेक्टर-24 पुलिस ने पॉक्सो एक्ट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस की जांच में स्कूल प्रबंधन की लापरवाही सामने आई। जिसके बाद चारों को गिरफ्तार कर लिया गया। एडीसीपी मनीष मिश्र के मुताबिक जांच के बाद चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
लंच में बच्ची को गोद में उठाया
तीन सितंबर को लंच के दौरान बच्ची स्कूल में घूमते हुए कंस्ट्रक्शन साइट के पास पहुंच गई जहां आरोपी काम कर रहा था। बच्ची को अकेला पाकर आरोपी ने उसे पास बुला लिया। करीब आते ही उसे गोद में उठाकर बैड टच करने लगा। बच्ची ने विरोध करने पर भी आराेपी नहीं माना। बच्ची के रोना शुरू करते ही उसने बच्ची को छोड़ दिया। लंच के दौरान स्कूल में बच्चों का शोर हो रहा था। इस कारण किसी ने ध्यान नहीं दिया। बच्ची यहां से सीधे अपनी क्लास टीचर के पास पहुंची।
स्कूल प्रबंधन ने परिजनों को किया गुमराह
छात्रा से मामले का पता चलते ही परिजन स्कूल पहुंचे। आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने परिजनों को गुमराह करना शुरू कर दिया। स्कूल प्रबंधन की तरफ से आरोपी को पकड़कर पुलिस को सौंप देने की बात कही गई। परिजन इसके बाद थाने पहुंचे। जहां पुलिस से आरोपी को सौंपे जाने की जानकारी से इन्कार किया। इसके बाद परिजन ने रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर दी।
सिखाने वालों ने ही घटना को दबाया
स्कूल के शिक्षकों ने ही बच्ची को गुड टच और बैड टच के बारे में सिखाया था। जब बच्ची स्कूल में बैड टच की शिकार हुई शिक्षकों ने ही इसे छिपा लिया। पुलिस जांच में पता चला कि श्रमिक की चंगुल से छूटकर बच्ची सबसे पहले क्लास टीचर के पास पहुंची।