ग्वालियर : चौराहों पर अनकंट्रोल्ड ट्रैफिक, व्यवस्थाएं फेल ?
पांच साल में सड़कों पर दो गुना बढ़ गए वाहन चौराहों पर अनकंट्रोल्ड ट्रैफिक, व्यवस्थाएं फेल
- चौराहों पर प्रति घंटा 5 से 8 हजार वाहन, सड़कों पर 1200 से 2 हजार वाहन
शहर के प्रमुख चौराहों व सड़कों पर ट्रैफिक अनकंट्रोल हो गया है। चौराहों पर सुबह-शाम के व्यस्त समय में प्रतिघंटा 5 हजार से 8 हजार वाहन निकलते हैं और सड़कों से 1200 से 2000 वाहन। चौराहों व सड़कों पर ट्रैफिक लोड 5 वर्षों से दो गुना से भी अधिक बढ़ा है। प्रमुख सड़कों पर चौराहों के रास्तों पर कुछ मिनिट के लिए व्यवस्था बिगड़ने पर लंबे जाम की स्थिति बन जाती है।
यह स्थिति एक घंटे और दिन में कई बार बनती है। चौराहों व सड़कों पर ट्रैफिक पाइंट तैनात हैं, लेकिन वह व्यवस्था ठीक करने के बजाय चालान बनाने को अपनी ड्यूटी मानते है। दैनिक भास्कर ने शहर के प्रमुख चौराहों व सड़कों का जायजा लेकर ट्रैफिक की स्थिति समझी और उसके निराकरण के लिए विशेषज्ञों से बात की।
सवारी वाहनों के रूट 32 साल पुराने, नए सर्वे की जरूरत
सवारी वाहनों के महाराज बाड़ा से मुरार, हजीरा, गोला का मंदिर, थाटीपुर के रास्तों के लिए 1992 में बने रूट हैं। 32 साल पुराने इन्हीं रूटों पर वाहन वैध व अवैध रूप से चल रहे हैं। पुराने रूट जिन पर अधिकांश वाहन चल रहे हैं उन रूटों का नया सर्वे कर उन्हें नए बने अन्य रास्तों पर भी डायवर्ट करने की जरूरत है।
लश्कर-मुरार के इन क्षेत्रों में भी ट्रैफिक अनकंट्रोल्ड
- मुरार के बारादरी चौराहा व हजीरा चौराहा: यहां वाहनों का ट्रैफिक लोड 5 से 6 हजार प्रतिघंटे का है। इन चौराहों पर सवारी वाहनों की संख्या उपलब्ध होने वाली सवारियों से भी अधिक है। सवारी वाहन अधिक होने के कारण चालक पूरी सड़क घेरकर सवारियों को वाहन में बिठाने की होड़ में रहते हैं, इससे जाम की स्थिति बनती है।
- मुरार-ग्वालियर में थाना रोड पर जाम: मुरार में थाने के आसपास के रास्तों पर ही जाम की स्थिति रहती है। इन स्थानों पर सड़कों पर अवैध पार्किंग ही जाम का कारण रहती है। उप ग्वालियर में भी थाने के आसपास के रास्तों पर जाम की स्थिति रहती है, कारण वही अवैध पार्किंग।
- शिंदे की छावनी, हनुमान चौराहा, दाल बाजार, फालका बाजार में लोड: लश्कर के अधिकांश प्रमुख मार्गों पर ट्रैफिक लोड बढ़ने का कारण सड़क पर ठेले और वाहनों की पार्किंग है। इन्हें हटाने की कार्रवाई न होने से शिंदे की छावनी, हनुमान चौराहा, दाल और फालका बाजार में जाम लगता है।
सबसे अधिक लोड गोला का मंदिर-फूलबाग चौराहा पर
गोला का मंदिर चौराहा पर दिन में 7000, फूलबाग पर 5500 ट्रैफिक लोड रहता है। जो सबसे अधिक है। दोनों जगह शाम को 2000 से ज्यादा वाहन का लोड बढ़ जाता है। ट्रैफिक जाम लगने का कारण चौराहे के लेफ्ट टर्न के आसपास दुकानों के ग्राहकों की पार्किंग व ठेले के कारण होता है।
पद्मा तिराहा व गांधी मार्केट: ट्रैफिक लोड 3500 वाहन
पद्मा स्कूल तिराहे पर ऑटो व ई-रिक्शा के कारण जाम की स्थिति बनती है। यहां प्रतिघंटा वाहनों का लोड 3500 है। इनमें आटो, ई-रिक्शा व दोपहिया वाहनों की संख्या अधिक रहती है। ऐसी ही स्थिति गांधी मार्केट चौराहा पर रहती है। यहां भी ऑटो में सवारी लेने की होड़ में जाम लगता है।
सीधी बात- … सेवानिवृत्त ट्रैफिक डीएसपी
ट्रैफिक पुलिस के लिए नए प्लान की जरूरत
शहर की सड़कों व चौराहों पर बढ़ते ट्रैफिक लोड को कंट्रोल करने के लिए पुराने रूटों के नए सर्वे व ट्रैफिक पुलिस की कार्यविधि को बदलने की जरूरत है। ट्रैफिक पुलिस के अफसर व अमला चौराहों व तिराहों के ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले चालकों के चालान ऑनलाइन बनाएं और अधिकांश समय अपने पाइंट के आसपास गश्त कर अवैध पार्किंग व ट्रैफिक में बाधा बनने वाला अतिक्रमणों को हटाने के लिए कार्रवाई करना चाहिए। इस कार्रवाई के लिए नगर निगम व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ संयुक्त दल बनना चाहिए और इनकी कार्रवाई भी नियमित होना चाहिए। इसके अलावा ट्रैफिक पाइंट के पास के बाजार के व्यापारियों को भी जागरूक कर व्यवस्था बनाने में अपने साथ लेकर कार्रवाई करना चाहिए। तभी शहर की बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था ठीक हो सकती है।
कार्यविधि में सुधार की जरूरत, बदलाव होगा
ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के लिए अमले की कार्यविधि में परिवर्तन की जरूरत है। तैनात अफसरों सड़कों से अवैध पार्किंग के खिलाफ कार्रवाई की हिदायत दी जाएगी। ट्रैफिक पुलिस के गश्ती दलों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। -अरविंद सक्सेना, महानिरीक्षक, ग्वालियर रेंज
सर्वे कर वाहनों के रूट में करेंगे संशोधन प्रमुख चौराहों व मार्गों पर वाहन लोड का अध्ययन कर सवारी वाहनों की स्थिति का भी सर्वे कराया जाएगा। यदि चौराहे के पास सड़क पर नए रास्ते निकले हैं तो सवारी वाहनों के रूट परमिट में संशोधन किए जाएंगे। -एचके सिंह, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी