ग्वालियर : त्योहार से पहले अंधेरा ?

त्योहार से पहले अंधेरा …
स्मार्ट सिटी पर हावी कंपनी, सालभर में 10 नोटिस फिर भी 8 हजार स्ट्रीट लाइट बंद

त्योहार से पहले शहर की प्रमुख मार्गों से लेकर पॉश कॉलोनियों की स्ट्रीट लाइट बंद है। स्ट्रीट लाइट का ओएंडएम वर्क देखने वाली दिल्ली की एचपीएल कंपनी को स्मार्ट सिटी के नोटिस का भी कोई असर नहीं हो रहा है। स्मार्ट सिटी 12 माह में 10 बार नोटिस दे चुकी है। इसके बाद भी कंपनी ने अनुबंध की शर्तों के हिसाब से न तो स्टाफ लगाया और नहीं संसाधन लगाए।

कंपनी को 62 हजार एलईडी लाइट्स का मेंटेनेंस करना था। ​अभी तक सिर्फ 47 हजार लाइट का ही मेंटेनेंस कर रही है। इनमें से भी 35-40% स्ट्रीट लाइट्स निगम के जिम्मेदार बंद बता रहे है। वहीं स्मार्ट सिटी के अफसर केवल 3 हजार लाइट बंद बता रहे हैं। भास्कर टीम ने लश्कर, ग्वालियर और मुरार में व्यवस्थाएं देखी। अधिकांश क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइट बंद मिली।

परिषद स्ट्रीट लाइट के कारण हुई बंद

: पार्षदों के हंगामें के बाद निगम परिषद भी स्थगित हो चुकी है। यह मिली स्थिति: तीनों विधानसभा में मैदान में 60 टीमों को काम करना था, लेकिन सिर्फ 45 टीम ही काम कर रही है। जिस कारण स्थिति बिगड़ी है।

प्रोजेक्ट से जुड़े विवाद:

स्ट्रीट लाइट्स को लेकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह भी नाराजगी जता चुके हैं।

40 करोड का प्रोजेक्ट: पहले ईईएसएल और अब एचपीएल कंपनी कर रही है काम

दिखावे के नोटिस: स्मार्ट सिटी 2023 से अक्टूबर 2024 तक 10 नोटिस दे चुकी है

कॉलोनी तो छोड़िए शहर की मुख्य सड़कों पर भी छाया है अंधेरा

  1. नाका चंद्रवदनी-विक्की फैक्ट्री मार्ग: यहां झांसी रोड थाने से विक्की फैक्ट्री तक स्ट्रीट लाइट बंद है।
  2. कस्तूरबा से चिरवाई नाका: यहां कई हिस्से में लाइट्स बंद है। यहां एक हजार बिस्तर का हॉस्पिटल है।
  3. आमखो तिराहे से कस्तूरबा मार्ग: डिवाइडर पर लगे स्ट्रीट लाइट्स के 15 पोल पर लाइट बंद है।
  4. नाका चंद्रवदनी से विवेकानंद चौराहा: यहां डिवाइडर पर लगी स्ट्रीट लाइट बंद पड़ी मिली।
  5. बेटी बचाओ तिराहा से गुड़ा गुड़ी का नाका: यहां स्ट्रीट लाइट बंद हैं। शिकायत के बाद सुनवाई नहीं।
  6. एजी आफिस से माधव नगर चौराहा: स्ट्रीट लाइट्स बंद हैं। विज्ञापन के बोर्ड की लाइट जल रही है।
  7. आनंद नगर: जुलाई माह में यहां स्ट्रीट लाइट बंद होने से गड्ढे में गिरने से एक वाहन चालक की मौत हो गई थी, लेकिन अब यहां भी लाइट्स बंद पड़ी है।

अनुबंध के हिसाब से कंपनी को ये करना था

  • 62 हजार एलईडी का सर्वे कर काम करना था। स्थिति-सिर्फ 47 हजार एलईडी का सर्वे किया।
  • कंपनी को 60 टीम रखनी थी। हर टीम में2 कर्मचारीे। स्थिति– दक्षिण ग्वालियर 25 टीमें, पूर्व में 17 टीम हैं।
  • लाइट कंट्रोल के लिए 1250 सीसीएमएस लगाने थे। स्थिति– अभी तक 950 सीसीएमएस लग पाए है।

कंपनी को टर्मिनेशन का नोटिस दिया

स्ट्रीट लाइट को सुधारने का काम निरंतर चल रहा है। पहले से काफी सुधार भी हुआ है। अनुबंध की सभी शर्तों का पालन कंपनी ने नहीं किया है। उस को पूर्व में नोटिस दिए जा चुके हैं। अब कंपनी को टर्मिनेशन का नोटिस जारी किया है।– स्मार्ट सिटी सीईओ

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