दिल्ली में किराये पर रह रहे हैं, लेकिन अभी तक नहीं कराया सत्यापन?

दिल्ली पुलिस ने स्वतंत्रता दिवस से पहले ही किरायेदारों का सत्यापन शुरू कर दिया है। कई मकान मालिक किरायेदारों का पुलिस सत्यापन नहीं करवा रहे हैं जिससे सुरक्षा में सेंध लग रही है। पुलिस ऐसे मकान मालिकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर रही है। इस अभियान में कई चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं जैसे कि 15 साल से रह रहे किरायेदारों का पुलिस सत्यापन नहीं करवाया गया।

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किराएदारों का सत्यापन नहीं करानेवाले मकान मालिकों पर होगी कार्रवाई….
  1. कोई किरायेदार पांच तो कोई 15 वर्ष से दिल्ली में बिना पुलिस सत्यापन के रह रहा है
  2. जिस भी मकान मालिक ने किरायेदारों का पुलिस सत्यापन नहीं करवाया, उस पर हो रही FIR

पश्चिमी दिल्ली। राजधानी दिल्ली में अमूमन पुलिस स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस से कुछ दिन पहले किरायेदारों का सत्यापन करना शुरू करती है। लेकिन इस बार त्योहारों को देखते हुए पुलिस ने नवरात्र से पहले ही किरायेदारों का सत्यापन करना शुरू कर दिया। जिस भी मकान मालिक ने किरायेदारों का पुलिस सत्यापन नहीं करवाया था, उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा रही है।

इससे प्रतित हो रहा है कि पुलिस अब दिल्लीवासियों की सुरक्षा को लेकर और ज्यादा सतर्क हो गई है। वहीं जब पुलिस कर्मी किरायेदारों के सत्यापन के लिए लोगों के घर पहुंच रही है तो पता चल रहा है कि मकान मालिक ही किरायेदारों का पुलिस सत्यापन न करवाकर सुरक्षा में सेंध लगा रहे हैं। कोई एक वर्ष से तो कोई दो वर्ष से बिना पुलिस सत्यापन के रह रहा है।

मकान मालिकों के खिलाफ पुलिस दर्ज कर रही प्राथमिकीहैरानी की बात तो यह है कि डाबरी थाना इलाके में 15 वर्ष से रह रहे किरायेदारों का पुलिस सत्यापन नहीं करवाया गया। पुलिस ऐसे मकान मालिकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर रही है। पुलिस सत्यापन को लेकर अधिकारियों के निर्देश मिलने के बाद हर थाना इलाके में रोज चार-पांच ऐसी प्राथमिकी दर्ज हो रही हैं। इस दौरान यह सामने आया है कि ज्यादातर मामलों में किरायेदार अपने दस्तावेज मकान मालिक के पास जमा करवा देते थे, मकान मालिक ही उनका पुलिस सत्यापन करवाने के बजाय कागजात (पहचान पत्र, आधार कार्ड आदि) को अपने पास रखे रहते थे।

15 वर्ष से नहीं करवाया पुलिस सत्यापन

डाबरी थाना पुलिस कर्मी जब सीतापुरी की गली नंबर एक में पहुंचे तो यहां पर धर्मशीला नामक महिला 15 वर्ष से किराये पर रहती पाई गई।जब उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि वह यहां पर 15 से 16 वर्ष से किराये पर रह रही हैं। उन्होंने पुलिस सत्यापन के लिए मकान मालिक नानकू यादव को अपने कागजात दे रखे हैं। तभी नानकू यादव भी मौके पर पहुंच गए। जब उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि उन्होंने किरायेदार का पुलिस सत्यापन नहीं करवाया है।

इसी तरह डाबरी थाना इलाके के राजापुरी इलाके के भारत विहार की गली नंबर 17 में हरि निवास शर्मा ने अपने किरायेदार नान्हे का पुलिस सत्यापन नहीं करवा रखा था और डाबरी गांव में इंडस्ट्रियल एरिया में वीएम मोल्ड्स एंड डाइ्स नामक फैक्ट्री के मालिक विकास ने कर्मचारी राज कुमार का पुलिस सत्यापन नहीं करवा रखा था।

पांच वर्ष से किराये पर रह रहा था युवकडाबरी थाने के पुलिस कर्मी जब बिंदापुर जेजे कालोनी में पहुंचे तो वहां पर आकाश नामक युवक पांच से छह वर्ष से किराये पर रहता पाया गया। जब उसके पुलिस सत्यापन के बारे में मकान मालिक राजेश से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उन्होंने पुलिस सत्यापन के लिए किरायेदार के कागजात ले रखे हैं, लेकिन पुलिस सत्यापन नहीं करवाया। इसी तरह इलाके की महावीर एनक्लेव में रामबीर नामक अधेड़ तीन वर्ष से और उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का रहीश खान छह महीने से किराये पर रहता पाया गया। दोनों के मकान मालिक क्रमश: सुरेश कुमार व शाहबाज के खिलाफ पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली।

कागजात देने के बाद भी नहीं करवाया पुलिस सत्यापनमोहन गार्डन थाने के पुलिस कर्मी जब बुध बाजार रोड पर पहुंचे तो वहां पर बिहार के चंपारण के हुसैनी के रमेश शाह परिवार के साथ किराये पर रहते मिले। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने कागजात पुलिस सत्यापन के लिए मकान मालिक राजेश सिंह को दे रखे हैं, जब कि राजेश ने पुलिस सत्यापन करवाया ही नहीं।

जिम ट्रेनर भी नहीं पुलिस सत्यापितद्वारका नार्थ थाने के पुलिस कर्मी चंद्र पार्क के क्लब वीवा जिम पहुंचे तो वहां पर सनी वर्मा नामक युवक काम करता पाया गया।जब उनसे पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वह जिम में चार महीने से बतौर ट्रेनर काम कर रह हैं।उन्होंने जिम मालिक कुणाल भल्ला को कागजात दे रखे हैं। जब पुलिस ने जांच की तो पता चला कि कुणाल ने कोई पुलिस सत्यापन नहीं करवाया है।

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