Delhi Election Result: दिल्ली से कांग्रेस का सफाया, दिग्विजय ने उठाया EVM के टेंपर-प्रूफ नहीं होने का मुद्दा
दिल्ली विधानसभा चुनाव के वोटों की गिनती जारी है। सत्ताधारी आम आदमी पार्टी 49 सीटों में बढ़त के साथ रुझानों में बहुमत हासिल कर चुकी है और बीजेपी 21 सीटों पर आगे चल रही है। दिल्ली में 15 साल तक राज करने वाली कांग्रेस चुनाव में पूरी तरह से साफ हो गई है और खाता खोलने के लिए भी जूझ रही है। इस कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने जारी मतगणना के बीच ईवीएम का मुद्दा उठाया है।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ईवीएम टेंपर-प्रूफ नहीं हैं और कोई विकसित देश इनका उपयोग नहीं करता है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘चिप वाली कोई मशीन टेंपर-प्रूफ नहीं है। कृपया, एक मिनट के लिए सोचें कि विकसित देश ईवीएम का उपयोग क्यों नहीं करते?’
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट तथा चुनाव आयोग से ईवीएम का मुद्दा उठाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “क्या चुनाव आयोग और माननीय सुप्रीम कोर्ट भारत में ईवीएम मतदान के मुद्दे पर एक बार फिर सोचेंगे? हम दुनिया में सबसे बड़े लोकतंत्र हैं, और हम कुछ बेईमान लोगों को चुनाव परिणाम हैक करने और 1.3 अरब लोगों के जनादेश को चुराने की अनुमति नहीं दे सकते।”
दिग्विजय सिंह ने जोर देकर कहा कि पोस्टल बैलटों की भी गिनती की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर उनका काउंटिंग यूनिट के वोटों से मिलान होता है तो परिणाम की घोषणा कर दें। अगर उनका मिलान नहीं होता है तो सभी मतदान केंद्र के बैलटों की गिनती सदन में की जाए। इससे सभी लोग सहमत होंगे और समय भी बचेगा क्योंकि चुनाव आयोग ईवीएम के पक्ष में लगातार यही तर्क देता रहा है।” शीला दीक्षित की अगुआई में राज्य में 15 साल तक राज करने वाली कांग्रेस दिल्ली में खाता खोलने के लिए भी जूझ रही है।
If they match the Votes in the Counting Unit. Declare the result. If they don’t match then count the Ballots of all Polling Booths in the Assembly.
It would convince every one and save time also as this has been the consistent arguement of CEC in favour of EVM.दिल्ली चुनाव में 62.59 प्रतिशत मतदान
दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के लिए 8 फरवरी को मतदान हुआ था। दिल्ली में मतदान समाप्त होने के करीब 24 घंटे बाद चुनाव आयोग ने 9 फरवरी की शाम को घोषणा की कि विधानसभा चुनाव में अंतिम मतदान प्रतिशत 62.59 रहा, जो 2015 के आंकड़े से पांच फीसदी कम है। आम आदमी पार्टी ने इस आंकड़े को जारी करने में हुई देरी पर सवाल उठाया था।
दिल्ली कैंट में सबसे कम मतदान
सबसे अधिक मतदान 71.6 फीसद बल्लीमारान में हुआ, जबकि सबसे कम 45.4 फीसद मतदान दिल्ली कैंट में हुआ। आंकड़े के हिसाब से ओखला निर्वाचन क्षेत्र में 58.54 मतदान दर्ज किया गया जहां शाहीन बाग और जामिया नगर हैं। शाहीन बाग सीएए विरोधी प्रदर्शन का 50 दिनों से भी अधिक समय से केंद्र बना हुआ है। इस चुनाव में 593 पुरुष उम्मीदवार और 79 महिला प्रत्याशी अपनी राजनीतिक तकदीर आजमा रहे हैं।