CBI Vs CBI: जांच अधिकारियों को जज की फटकार, कहा- मेन खिलाड़ी अब भी क्यों आजाद?
सीबीआई बनाम सीबीआई कथित भ्रष्टाचार मामले में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश बुधवार को जांच एजेंसी पर एक घूसखोरी मामले की जांच को लेकर भड़क गए। इस मामले में सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारी संलिप्त थे। उन्होंने जांच कर रहे अधिकारियों से यह बताने के लिए कहा कि मामले में एक बड़ी भूमिका वाले आरोपी अब भी आजाद क्यों हैं जबकि एजेंसी के पुलिस उपाधीक्षक को गिरफ्तार किया गया है।
जज ने कहा कि आपने अपने ही डीएसपी देवेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर उनका करियर क्यों खराब किया, जबकि प्रमुख खिलाड़ी (सोमेश प्रसाद) को अभी भी गिरफ्तार नहीं किया गया है। बता दें कि दिल्ली की अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 19 फरवरी की तारीख मुकर्रर की है। सीबीआई के आरोप पत्र के कॉलम 12 में सीबीआई के पूर्व निदेशक राकेश अस्थाना और एक अन्य अधिकारी देवेंद्र कुमार का नाम दर्ज किया है, ‘जिनके खिलाफ पर्याप्त सबूत भी नहीं हैं।’
क्या है CBI बनाम CBI मामला?
सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को सरकार ने 23 अक्तूबर 2018 की मध्यरात्रि को जबरन छुट्टी पर भेज दिया था। सरकार ने इसके साथ ही सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को भी छुट्टी पर भेजा गया था। ये दोनों अधिकारी एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे थे। इसके अगले दिन ही वर्मा इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट आ गए। कोर्ट ने इस मामले में सीवीसी से सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज की निगरानी में जांच भी करवाई थी लेकिन उस पर कोई फैसला नहीं लिया। कोर्ट ने कहा था कि हम सिर्फ यह देखेंगे कि सरकार को वर्मा पर कार्रवाई करने का अधिकार है या नहीं।