न्यू नोएडा में अधिसूचित जमीन पर रोका जाए अवैध निर्माण …
न्यू नोएडा में लैंड बैंक विकसित किया जाना है। साथ ही अधिसूचित किए गए 80 गांवों में अवैध निर्माण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने के लिए कहा गया। इसके लिए यहां चेतावनी बोर्ड लगाने के लिए कहा गया। ये निर्णया नोएडा प्राधिकरण में न्यू नोएडा यानी नया शहर बसाने के लिए सीईओ नोएडा प्राधिकरण लोकेश एम की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। इस बैठक में जिलाधिकारी बुलंदशहर, एसीईओ , ओएसडी व अन्य अधिकारी शामिल हुए।
न्यू नोएडा 209.11 वर्ग किमी में यानी 20 हजार 911.29 हेक्टेयर में बसाया जाएगा। इस मास्टर प्लान को चार फेज में पूरा किया जाएगा। 2023-27 तक इसके 3165 हेक्टेयर को विकसित किया जाएगा। इसी तरह 2027 से 2032 तक 3798 हेक्टेयर एरिया को विकसित किया जाएगा।
इसके बाद 2032-37 तक 5908 हेक्टेयर और अंत में 2037-41 तक 8230 हेक्टेयर जमीन को विकसित करने का प्लान है। ऐसे में यहां अधिसूचना के बाद अवैध निर्माण को रोकना बड़ी चुनौती है।
सीईओ ने बताया कि न्यू नोएडा के पहले फेज के गांवों में जमीन किसानों से आपसी सहमति के आधार पर ही ली जाएगी। यहां मुआवजा रेट क्या होगा इस पर विस्तार से चर्चा की गई। हालांकि अभी कोई निर्णायक फैसला पर नहीं पहुंचा जा सका है। जल्द ही एक और बैठक की जाएगी जिसमें रेट को फाइनल किया जाएगा।
गांवों के प्रधानों से की जा रही बातचीत
न्यू नोएडा करीब 209 वर्ग किमी का बसाया जाना है। इसके लिए ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस के साथ जहां जीटी रोड अलग होती है। सबसे पहले वहां से लगे गांव की जमीन का अधिग्रहण शुरू किया जाए। इस गांव में जोखाबाद, सांवली भी आता है। इन गांवों के प्रधान से बातचीत की गई। यहां आपसी समझौते के आधार पर जमीन किसानों से खरीदी जाएगी। इसके अलावा जोखाबाद और ग्राम सांवली में ही डीएनजीआईआर (न्यू नोएडा) का आस्थाई कार्यालय बनाया जाएगा।
पहले फेज में 15 गांव शामिल
सबसे पहले 15 गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। जबकि न्यू नोएडा को 80 गांवों की जमीन पर बसाया जाएगा। प्रत्येक गांव में करीब 200 किसान परिवार है। यानी कुल 16 हजार किसान परिवार है। जिनके साथ बैठक की जाएगी। पहले फेज में 3165 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है।