बाजारों में गंदगी और जगह-जगह कचरे से पटे नालेशौचालयों में कैद हैंड ड्रायर…

बाजारों में गंदगी और जगह-जगह कचरे से पटे नालेशौचालयों में कैद हैंड ड्रायर, सेनेटरी पेड मशीनें भी बंद
ग्वालियर…
  • 15 फरवरी से देश में स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए शुरू होना है सर्वे, जानिए कितना तैयार है निगम

स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के सर्वे को चालू होने में सिर्फ 27 ​दिन ही शेष है। तब भी 11 महीने से तैयारी करने वाले नगर निगम के जिम्मेदार अफसरों के काम की हकीकत मैदान में दिख रही है। शौचालयों में पांच ​रुपए देने के बाद भी लोगों को न हैंड ड्रायर की सुविधा है और नही महिलाएं सेनेटरी पेड वेडिंग मशीन का उपयोग कर पा रही है। वे खराब हालात में पड़ी हुई है।

रोज डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का 100 प्रतिशत दावा करने के बाद सड़कों और मुख्य बाजारों में शाम तक कचरे नहीं उठ रहा है। नालों के हालात ऐसे हैं कि पानी के ऊपर इतना कचरा जमा है कि पानी नजर नहीं आ रहा है। ये हालात तब हैं ​केंद्र सरकार 12500 अंकों की परीक्षा लेने जा रहा है। जानकारी के अनुसार 15 फरवरी से स्वच्छ सर्वेक्षण की शुरूआत होगी। इसके लिए नई किट भी लांच कर सभी शहरों को भेजी जाएगी।

स्वर्ण रेखा में भरा सीवर का पानी, फूलबाग फाउंटेन बंद, डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन भी नहीं हो रहा

फाउंटेन बंद: शहर में पार्कों के अंदर और चौराहे-तिराहे पर फाउंटेन पर लाखों खर्च किए गए।

हालात: गांधी उद्यान, उपमन्यु पार्क, जयेंद्रगंज पार्क, मोती तबेला सेल्फी प्वाइंट, राजमाता विजयाराजे सिंधिया चौराहा पर फाउंटेन बंद है।

नालों की सफाई: शहर में स्वर्ण रेखा में सीवर का गंदा पानी बहता है। उसकी सफाई नहीं हो पा रही है।

हालात: जल विहार में निगम परिषद कार्यालय संचालित है। ठीक इसके सामने बारादरी से बहने वाली स्वर्ण रेखा में गंदगी ही गंदगी नजर आती है। यहां गंदे पानी के ऊपर इतना कचरा पड़ा हुआ है कि उसकी बदबू से लोग परेशान है।

शौचालय: फूलबाग मानस भवन के पीछे सामुदायिक शौचालय है। यहां पर 5 रुपए चार्ज लिया जाता है।

हालात: हैंड ड्रायर स्टैंड के स्थान पर ताले में कैद था। यहां कर्मचारी शिवकांत चौधरी ने हैंड ड्रायर कमरे के अंदर बंद बताया फिर निकालकर लाए। यहीं पर सेनेटरी पेड वेडिंग मशीन के ऊपर झाडू रखी थी। इंसीनरेटर भी खराब मिला।

सड़कें भी ठीक नहीं: स्वच्छ सर्वेक्षण में सड़कों का बेहतर होना भी जरूरी है। उन पर न तो धूल होना चाहिए और साफ-सुथरी भी​दिखना जरूरी है।

हालात: मछली घर रोड, फूलबाग चौपाटी, रामदास घाटी, फूलबाग से रेलवे स्टेशन की सड़कें खराब है। उन पर जगह-जगह गड्ढों को पेच रिपेयर तक नहीं किया गया।

सफाई: डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के लिए 100% अफसर दावा करते आ रहे है। सेकेंड्री वेस्ट वाहन लगे है। सीवर चोक नहीं हो।

हालात: मयूर मार्केट स्थित एसबीआई के पास शाम को पांच बजे तक कचरे का ढेर लगा रहा। फूलबाग मैदान पर भी नियमित सफाई नहीं होती है। यही स्थिति सिटी सेंटर साइंट-1 की भी थी।

स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के लिए 15 फरवरी के बाद कभी-भी सर्वे के लिए टीम आ सकती है। जहां-जहां कहीं कमियां मिल रही है। उनको दूर कराया जा रहा है। -मुनीष सिंह सिकरवार, अपर आयुक्त, नगर निगम

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