ग्वालियर में सौरभ शर्मा, मां व पत्नी के नाम से है करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी

अवैध संपत्ति के मामले में परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा की गिरफ्तारी के बाद अब ईडी, लोकायुक्त व आईटी टीम उससे लगातार पूछताछ कर रही है। सौरभ शर्मा की बेनामी संपत्तियों की जांच की जा रही है। ग्वालियर में पिछले दिनों ईडी की रेड में भी सौरभ शर्मा, उसकी पत्नी व मां के नाम से करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी का खुलासा हुआ था।
अब लोकायुक्त ग्वालियर ने पंजीयन विभाग को पत्र लिखकर सौरभ शर्मा व उनके परिजन से जुड़ी संपत्ति की बिक्री पर रोक लगाने के लिए कहा है। साथ ही उनसे जुड़ी किसी भी प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त पर तत्काल लोकायुक्त को सूचित करने के लिए कहा है। पंजीयन विभाग को पत्र मिलने के बाद सभी उप पंजीयकों को यह निर्देश दिया गया है कि सौरभ शर्मा व इसके परिवार के नाम से जुड़ी संपत्तियों के विक्रय होने पर तत्काल अवगत कराया लाए।

हाल ही में ईडी, लोकायुक्त व आईटी की रेड पड़ने के बाद से परिवहन विभाग में पूर्व आरक्षक ग्वालियर निवासी सौरभ शर्मा हाल सुर्खियों में है। 19 दिसंबर को लोकायुक्त के छापे में सौरभ शर्मा के यहां से करोड़ों रुपए कैश, सोना व चांदी मिलने के बाद हड़कंप मच गया था। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने भी छापा मारा था। भोपाल के मेंडोरी के जंगल से कार बरामद की थी। इस कार में 54 किलो सोना व दस करोड़ रुपए के लगभग कैश मिला था। इस पूरे मामले के बाद प्रदेश में हड़कंप मच गया और जांच एजेंसियां सक्रिय हो गई। दाे दिन पहले सौरभ शर्मा के अचानक भोपाल कोर्ट में सरेंडर करने के बाद सारी जांच एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। लगातार प्रॉपर्टी की जांच की जा रही है।
ग्वालियर में आलीशान बंगला, पॉश एरिया में कॉमर्शियल बिल्डिंग
- ग्वालियर के विनय नगर में सौरभ का मकान है।
- ग्वालियर के सिटी सेंटर में व्यवसायिक इमारत है। जिसमें कई प्रतिष्ठान किराए पर संचालित होते हैं।
- इसी इमारत में सौरभ की पत्नी दिव्या डांस व फिटनेस क्लब का संचालन करती थी।
- विनय नगर व बहोड़ापुर क्षेत्र में सौरभ के चार प्लॉट हैं।
- विनय नगर में ही पांच हजार वर्ग फीट पर एक मकान भी बन रहा है।
- एक हास्टल भी ग्वालियर में बताया गया है। इसके अलावा और भी संपत्तियां हो सकती है जिनकी पड़ताल चल रही है।
लोकायुक्त ने नियुक्ति के संबंधित दस्तावेज मांगे
ग्वालियर में लोकायुक्त एसपी को आरटीआई एक्टिविस्ट व वकील संकेत साहू ने सौरभ शर्मा की नियुक्ति को असंवैधानिक बताते हुए सवाल उठाए थे। अनुकंपा नियुक्ति में बड़े भाई की सरकारी नौकरी की बात छुपाना और गलत शपथ पत्र सौंपना संबंधित शिकायत की थी। अब इस पर भी लोकायुक्त ने परिवहन विभाग से सौरभ शर्मा की नियुक्ति से जुड़े दस्तावेज मांगे हैं।