गोहद नगर पालिका में 70 लाख का एफडीआर घोटाला !

भिंड जिले की गोहद नगर पालिका परिषद में फिक्स्ड डिपॉजिट रसीद (एफडीआर) घोटाले का खुलासा हुआ है। फर्जी एफडीआर के जरिए करोड़ों के टेंडर लेने का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने तीन ठेकेदारों रोहित सेन, प्रदुम्न शर्मा (देवचन्द्र कंस्ट्रक्शन, ग्वालियर) और ईशा भदौरिया (इंदलोक कंस्ट्रक्शन, ग्वालियर) पर धारा 420 के तहत केस दर्ज कर लिया है।
दरअसल, गोहद नगर पालिका में निर्माण कार्यों के लिए ठेकेदारों को एफडीआर जमा करनी होती है, लेकिन इन ठेकेदारों ने फर्जी एफडीआर लगाकर करोड़ों के टेंडर हासिल किए। जांच के दौरान ₹70,92,600 की 16 एफडीआर और ₹1,57,000 की एक एफडीआर नकली पाई गई। जब नगर पालिका ने संबंधित बैंकों से इन एफडीआर की पुष्टि करवाई, तब घोटाले का पर्दाफाश हुआ।
पुलिस ने शुरू की जांच
गोहद थाना प्रभारी मनीष धाकड़ के मुताबिक, नगर पालिका द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर बैंकों से दस्तावेज मंगाए गए। इसके बाद फर्जी एफडीआर की पुष्टि होते ही पुलिस ने ठेकेदारों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। अब इस मामले में अन्य अधिकारियों या कर्मचारियों की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है।
पुलिस जल्द ही तीनों ठेकेदारों को हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी। इसके अलावा, यदि नगर पालिका के किसी अधिकारी या कर्मचारी की भूमिका सामने आती है, तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
भिंड कलेक्टर के आदेश पर शुरू हुई थी जांच दरअसल, दो साल पहले भिंड नगर पालिका में इसी तरह का एक बड़ा घोटाला सामने आया था, जिसमें बीजेपी नेता अजीत भदौरिया के खिलाफ एफआईआर हुई थी। इसके बाद भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने जिले की सभी नगर पालिकाओं में एफडीआर की जांच के आदेश दिए थे। इसी जांच के दौरान गोहद के तीन ठेकेदारों का फर्जीवाड़ा भी उजागर हुआ।