भोपाल: महामारी की चपेट में कोरोना वॉरियर्स, स्वास्थ्य विभाग के 15 और पुलिस के 7 कर्मियों में वायरस की पुष्टि

भोपाल: मध्य प्रदेश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. सूबे के 12 जिलों से अब तक कोरोना के 256 संक्रमित मामले सामने आ चुके हैं. चिंताजनक बात ये है कि भोपाल में अब पुलिसकर्मी और स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कर्मी भी इस महामारी का शिकार हो रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग से जुड़े 15 अधिकारियों-कर्मचारियों और पुलिस महकमे से जुड़े 7 कर्मी इस बीमारी का शिकार हुए हैं. बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के कई बड़े अफसरों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है. सबसे पहले स्वास्थ्य संचालक IAS जे.विजय कुमार की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव IAS पल्लवी जैन गोविल और एडिशनल डायरेक्टर डॉ.वीणा सिन्हा समेत डायरेक्टर जे.विजय कुमार के स्टाफ से जुड़े लोगों और डॉ.वीणा की टीम के कई लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई. सोमवार को जारी हुए सरकारी आंकड़ों के मुताबिक भोपाल में अब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की तादाद 61 हो गई है. जबकि इंदौर, मध्य प्रदेश में कोरोना का केंद्र बना हुआ है. यहां कोरोना के सबसे ज्यादा 151 मरीज हैं.

मध्य प्रदेश में 256 हुई कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या
भोपाल-इंदौर जैसे बड़े शहरों के साथ-साथ छोटे जिलों में भी कोरोना ने पैर पसारे हैं. मुरैना में 12, जबलपुर-उज्जैन में 8-8, खरगोन में 4, बड़वानी में 3 और ग्वालियर, शिवपुरी, छिंदवाड़ा में 2-2 मरीज सामने आ चुके हैं. बैतूल और विदिशा में सोमवार को कोरोना के पहले पॉजिटिव मरीज सामने आए. प्रदेश में कोरोना की चपेट में आकर अब तक 18 मरीज दम तोड़ चुके हैं. भोपाल में सोमवार को कोरोना से पहली मौत हुई है. इंदौर में सबसे ज्यादा 13 मरीजों की मौत हुई है. इसके बाद उज्जैन में 2 मरीज कोरोना से जंग हार चुके हैं. वहीं, खरगोन और छिंदवाड़ा में एक-एक मरीज की कोरोना से मौत हुई है. इस बीच थोड़ी राहत की खबर ये है कि प्रदेश में 19 मरीज ठीक होकर घर भी लौट चुके हैं. जिनमें इंदौर के 11, जबलपुर के तीन और भोपाल-ग्वालियर के दो-दो मरीज शामिल हैं.

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कोरोना वॉयरिर्स के स्वास्थ्य को लेकर चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि फील्ड पर तैनात पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित होने का मामला गंभीर है. उन्होंने शिवराज सरकार से कर्मियों को सुरक्षा के पर्याप्त संसाधन मुहैया करवाने की मांग की है.

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