Atal Tinkering: छात्रों में नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों में अटल टिंकरिंग लैब (एटीएल) स्थापित की जाएंगी। शिक्षा विभाग के अधीन आने वाले समग्र शिक्षा दिल्ली ने सेकेंडरी लेवल पर 41 स्कूलों में एटीएल बनाने को लेकर दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। दिल्ली के सभी जिलों के स्कूलों में यह लैब स्थापित होंगी। साथ ही 100 स्कूलों में कंप्यूटर लैब भी स्थापित की जाएंगी।
विभाग के अनुसार लैब स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य छात्रों में वैज्ञानिक सोच विकसित करना, नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देना है। एटीएल से छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (स्टेम) की अवधारणा समझने में मदद मिलेगी। छात्रों में उद्यमिता और नवाचार की भावना को विकसित किया जा सकेगा। यह छात्रों को उनकी पुस्तकों से सीखे सिद्धांतों के वास्तविक जीवन के अनुप्रयोग और महत्व को सीखने में मदद करेगा। लैब थ्रीडी प्रिंटर, रोबोटिक्स किट सहित कई दूसरे तकनीकी उपकरणों की सुविधाओं से लैस होगी।
वहीं, शिक्षा निदेशालय ने 100 स्कूलों में निशुल्क कंप्यूटर लैब स्थापित करने को भी मंजूरी दी है। शैक्षणिक सत्र 2025-26 में लैब स्थापित करने की मांग को लेकर निदेशालय से एक संगठन ने अनुमति मांगी थी। प्रत्येक लैब में 20 कंप्यूटर की व्यवस्था की जाएगी। कंप्यूटर लैब में छात्र सीयूईटी, नीट, जेईई सहित कई दूसरी प्रतियोगी परीक्षाओं की ऑनलाइन तैयारी कर सकेंगे। इसके लिए शिक्षकों को भी खासतौर से प्रशिक्षित किया जाएगा। निदेशालय ने स्पष्ट किया है कि लैब स्थापित करने के दौरान स्कूल का कार्य प्रभावित नहीं होना चाहिए।
अटल टिंकरिंग लैब (ATL) क्या है?अटल टिंकरिंग लैब (ATL) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसे अटल इनोवेशन मिशन (AIM) के तहत शुरू किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य स्कूली छात्रों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) के प्रति रुचि बढ़ाना और नवाचार (Innovation) की भावना विकसित करना है।
इस लैब के माध्यम से छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), रोबोटिक्स, 3D प्रिंटिंग, और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) जैसी आधुनिक तकनीकों से अवगत कराया जाता है। इसमें प्रयोग करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक किट्स, सर्किट बोर्ड, सेंसर, माइक्रोकंट्रोलर (Arduino, Raspberry Pi) जैसी उपकरणों की सुविधा दी जाती है, जिससे बच्चे खुद से नए प्रयोग और इनोवेशन कर सकें।