गृह की गतिविधियां संदिग्ध … किशोरी को हुआ प्रसव ?
गृह की गतिविधियां संदिग्ध, पहले तीन लड़कियां भागी, फिर एक की मौत और अब किशोरी को हुआ प्रसव
महिला एवं बाल विकास विभाग और गृह संचालक की सांठगांठ से नहीं होती प्रोपर कार्रवाई, बड़ोखर में एक ही बिल्डिंग में संचालित है बालिका व महिला गृह
महिला एवं बाल विकास विभाग की सांठगांठ से एक ही बिल्डिंग में दोनो गृह संचालित किए जा रहे हैं। जब भी कोई घटना गृह में घटित होती है, उसके बाद महिला बाल विकास विभाग द्वारा कार्रवाई न करते हुए स्टाफ को बचाने का प्रयास किया जाता है। सबसे गंभीर मामला तो यह है कि महिला की गृह में मौत हो गई और तीन दिन तक शव सड़ता रहा लेकिन स्टाफ को पता ही नहीं चला, इससे बड़ी लापरवाही और क्या होगी। इससे बाद भी महिला एवं बाल विकास विभाग के जिम्मेदार यह कहकर कि पुलिस जांच कर रही है, कार्रवाई से पल्ला झाड़ रहे हैं। वहीं शिवपुरी की किशोरी के प्रसव के मामले में भी गृह की कहीं न कहीं लापरवाही सामने आई है। किशोरी जिला अस्पताल में भर्ती है। उसका मृत बच्चा हुआ था, उसकी डीएनए जांच के लिए शिवपुरी पुलिस ने किशोरी, आरोपी व मृत बच्चे का ब्लड सेंपल लेकर एफएसएल ग्वालियर को सुपुर्द कर दिया है।
15 जुलाई 2023 को गृह से चार लड़कियां भागी थीं, जिसमें दो मुरैना, एक भिंड और एक बंगलादेश की थी, जिनका आज तक कोई सुराग नहीं मिला।
24 फरवरी 2025 को गृह में महिला का शव मिला जो तीन दिन से सड़ रही थी।
30 मार्च 2025 को शिविर में चेकअप के लिए गई लडक़ी लापता हो गई।