किसानों की मेहनत पानी में मिली, बारिश की भेंट चढ़ा हजारों क्विंटल गेहूं
इंदौर: खरीदी केंद्रों के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण गरीब किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है. मौसम विभाग की चेतावनी के बाद भी इंदौर की मांगलिया उपमंडी में गेहूं को स्टोर करने का कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया. जिसका परिणाम है कि मंडी में बाहर पड़ा हजारों क्विंटल गेहूं बारिश की भेंट चढ़ चुका है.
बताया जा रहा है कि इंदौर की मांगलिया उपमंडी गेंहू उपार्जन केंद्र में 15 दिनों से हजारों क्विंटल गेहूं बाहर पड़ा है. क्विंटलों के हिसाब से ये गेहूं अचानक हुई बारिश के कारण बरबाद हो गई है.
अन्न की दुर्दशा के लिए कौन जिम्मेदार?
बता दें कि निसर्ग तूफान के चलते मौसम विभाग ने पहले ही बारिश की चेतावनी दे रखी थी. जिसके बाद प्रशासन ने भी गेहूं की समुचित व्यवस्था के आदेश जारी किए थे. बावजूद इसके मांगलिया उपमंडी में गेहूं को सही से रखने का इंतजाम नहीं किया गया.
केंद्र द्वारा की गई इस लापरवाही से पल्ला झाड़ते हुए उपार्जन केंद्र प्रभारी मदन लाल चौहान का कहना है कि बारिश अचानक हुई है. जिसके कारण गेहूं को रखने की व्यव्स्था नहीं हो पायी और गेहूं भीग गई.
इस पर मंत्री तुलसीराम सिलावट का कहना है कि इस बार सरकार ने बंपर गेहूं खरीदी है. उपार्जन केंद्रों पर गेहूं भीगने की खबरें आई हैं. सभी को निर्देश दिए गए हैं कि गेहूं के रखने की समुचित व्यवस्था की जाए.
आपको बता दें कि मौसम विभाग के मुताबिक मध्य प्रदेश में निसर्ग तूफान की चेतावनी दी थी. मौसम विभाग के अनुमान लगाया था कि भोपाल, उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर-चंबल संभागों के ज्यादातर हिस्सों में बारिश होगी. प्रदेश के इन जिलों में 5 दिनों तक मौसम का मिजाज बदलने की आशंका जताई गई थी.