खुल गए धार्मिक स्थल, लंबे समय के बाद भक्तों को मिले भगवान के दर्शन

नई दिल्ली: लॉकडाउन के चलते लंबे समय से बंद चल रहे धार्मिक स्थल आज (सोमवार) से खुलने लगे हैं. मंदिरों के कपाट खुलने के साथ ही श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर मंदिर में पूजा अर्चना की. दिल्ली का झंडेवालान मंदिर, चांदनी चौक स्थित गौरी शंकर मंदिर, कालकाजी मंदिर और बंगलासाहिब गुरूद्वारा भी राज्य सरकार द्वारा लागू शर्तों के साथ खोल दिए गए हैं. यहां सुबह से भक्तों की कतारें दिखाई दीं. इसी तरह उज्जैन के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में भी भक्त पूजा अर्चना के लिए पहुंच रहे हैं. हालांकि, मंदिर खुलने के बाद भी पहली बार बिना श्रद्धालुओं के महाकाल की भस्म आरती की गई. उधर, लखनऊ की मस्जिदों में भी लोग सुबह से इबादत के लिए आ रहे हैं.

श्रद्धालुओं को मानने होंगे नियम
श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा निर्देश मानना जरूरी है. अच्छी बात यह है कि श्रद्धालु पूजा-पाठ के दौरान सामाजिक दूरी का भी पालन करते दिख रहे हैं. गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान करीब दो महीने तक बंद रहने के बाद आज से देश में शॉपिंग मॉल, धार्मिक स्थल, होटल और रेस्तरां फिर से खुल रहे हैं, जिनमें नए नियमों के तहत प्रवेश के लिए टोकन प्रणाली जैसी प्रणालियां होंगी, वहीं मंदिरों में प्रसाद आदि का वितरण नहीं होगा. इसके अलावा, भक्तों को मूर्ति और मंदिर में रखे धार्मिक ग्रंथ को छूने की इजाजत नहीं होगी.
कोरोना वायरस (Corona) संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच इन सबके खुलने से नई चुनौतियां सामने आ सकती हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में अब भी 1,20,406 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. मंत्रालय ने बताया कि कुल 1,19,292 लोग बीमारी से स्वस्थ हो गए हैं और एक मरीज विदेश चला गया है. मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘अब तक करीब 48.37 प्रतिशत मरीज स्वस्थ हो चुके हैं.’ संक्रमण के कुल मामलों में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं.

सोशल डिस्टेंसिंग के लिए टोकन प्रणाली
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एसओपी जारी किए जाने के बाद शॉपिंग मॉल, होटलों, रेस्तरां तथा धार्मिक स्थलों पर जाना अब लॉकडाउन लगने से पहले की तरह नहीं होगा. मॉल में सिनेमा हॉल, गेमिंग आर्केड और बच्चों के खेलने की जगहें पहले की तरह प्रतिबंधित स्थल में रहेंगी. एसओपी परामर्श वाली प्रकृति के हैं और केंद्र सरकार ने इनका ब्योरा तय करने का अधिकार राज्यों को दिया है. मसलन पंजाब सरकार ने अपने दिशानिर्देशों के तहत मॉलों में प्रवेश के लिए टोकन देने की प्रणाली अपनाई है. गुजरात में कुछ धार्मिक स्थलों ने पालियों में प्रार्थना आयोजित करने का फैसला किया है और श्रद्धालुओं के आने के लिहाज से समय निर्दिष्ट करते हुए टोकन प्रणाली शुरू की है ताकि सामाजिक दूरी के नियम का पालन हो और भीड़-भाड़ नहीं हो.

दिल्ली की सीमायें खुलेंगी
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की कि दिल्ली सरकार द्वारा संचालित अस्पताल और निजी अस्पताल कोरोना वायरस संकट के दौरान केवल दिल्लीवासियों का इलाज करेंगे वहीं शहर की सीमाएं सोमवार से फिर खुल जाएंगी. उन्होंने कहा, ‘हम कल दिल्ली की सीमाएं खोलने जा रहे हैं. मॉल, रेस्तरां और धार्मिक स्थल खुलेंगे लेकिन होटल और बैंक्वेट हॉल बंद रहेंगे क्योंकि हमें आने वाले समय में उन्हें अस्पतालों में तब्दील करना पड़ सकता है.’
वहीं केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने भी आठ जून से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के तहत 820 केंद्रीय संरक्षित स्मारकों को खोलने की मंजूरी दे दी है, जिनमें पूजास्थल हैं. केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल ने यह जानकारी दी.

गोवा में बंद रहेंगे कुछ धार्मिक स्थल
केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों के तहत कर्नाटक सरकार ने धार्मिक स्थलों के लिए सामाजिक दूरी बनाकर रखने, तीर्थ (पवित्र जल) या प्रसाद नहीं बांटने और विशेष पूजा अर्चना पर रोक रखने के नियम तय किए हैं. गोवा में चर्च और मस्जिदों को कुछ और समय तक बंद रखने का फैसला लिया गया है. महाराष्ट्र सरकार ने धार्मिक स्थलों को खोलने पर अभी फैसला नहीं किया है.

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