चंपावत में महिला तस्करी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश, 3 आरोपी गिरफ्तार
उत्तराखंड के चंपावत जिले में पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल ने अंतर्राज्यीय महिला तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया है. मामले में उधमसिंह नगर जिले की दो महिलाओं सहित तीन महिला तस्करों को गिरफ्तार करने के साथ ही एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल ने एक नाबालिग बच्ची को भी बरामद किया है. इससे पूर्व भी वर्ष 2017 में पुलिस ने बनबसा क्षेत्र में महिला तस्करी के एक मामले का खुलासा किया था.
बुधवार को पुलिस कार्यालय में एसपी लोकेश्वर सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मंगलवार को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की प्रभारी मंजू पांडेय ने मुखबिर की सूचना पर तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया. एसपी ने बताया कि मंजू पांडेय को सूचना मिली थी कि तीन महिलाएं लड़कियों से वेश्यावृत्ति कराने एवं शादी का झांसा देकर लोगों से ठगी करने के धंधे में लिप्त हैं. इस पर मंजू पांडेय व उनकी टीम ने रीड्स संस्था एवं मानव अधिकार कार्यकर्ता विनय शुक्ला के साथ गिरोह की धरपकड़ के लिए रणनीति बनाई.
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल ने टनकपुर के पंचमुखी धर्मशाला में कमरा बुक कराया. पहली टीम में कांस्टेबल मुन्ना सिंह व मानवाधिकार कार्यकर्ता विनय शुक्ला ने परिवार के सदस्य के रूप में पंचमुखी धर्मशाला में जाकर गिरोह के सदस्यों से मिलकर लेन-देन की बात तय की. इसी दौरान मंजू पांडेय के नेतृत्व में पहुंची दूसरी टीम ने गिरोह की तीन महिला सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया. मौके से एक 14 वर्षीय लड़की को भी बरामद किया गया. इस नाबालिग लड़की को रीड्स संस्था के हवाले कर दिया गया. एसपी ने बताया कि तीनों महिलाओं के खिलाफ थाना टनकपुर में आईपीसी की धाराओं 370(4)/363/366ए/ 420/120बी/34 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.